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मगध विश्‍वविद्यालय वीसी के गोरखपुर आवास पर विजलेंस की रेड, 20 करोड़ के भ्रष्‍टाचार का आरोप - etv bharat

बिहार के मगध विश्‍वविद्यालय (Magadh University) के कुलपति प्रो. राजेन्‍द्र प्रसाद (Rajendra Prasad) के गोरखपुर आवास पर पटना से पहुंची निगरानी विभाग की स्‍पेशल विजलेंस यूनिट (SVU) की टीम ने गुरुवार को रेड डाली. टीम ने तीन जगहों पर रेड की है.

वीसी का आवास
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Published : Nov 18, 2021, 3:30 PM IST

गोरखपुर/पटना: बिहार के मगध विश्‍वविद्यालय के कुलपति प्रो. राजेन्‍द्र प्रसाद के गोरखपुर आवास पर पटना से पहुंची निगरानी विभाग की स्‍पेशल विजलेंस यूनिट (SVU) की टीम ने गुरुवार सुबह रेड की. प्रो. राजेन्‍द्र प्रसाद के गोरखपुर स्थित आवास, बोधगया स्थित कार्यालय और वहां के सरकारी आवास पर एक साथ टीम ने छापा मारा है. आरोप है कि रिश्‍तेदार की एजेंसी से उन्‍होंने करोड़ों रुपये की अवैध खरीदारी की है, जो टेंडर के नियमों के विरुद्ध है.

ये भी पढ़ेंः तेजस्वी को ललन सिंह का चैलेंज- 'हिम्मत है तो RJD अपने घोषणा पत्र में शराबबंदी हटाने का करे वादा'

दीनदयाल उपाध्‍याय गोरखपुर विश्‍वविद्यालय के रक्षा एवं स्‍त्रातजिक अध्‍ययन विभाग के आचार्य रह चुके प्रो. राजेन्‍द्र प्रसाद गोरखपुर विश्‍वविद्यालय के कुलपति भी रह चुके हैं. इसके बाद उन्‍हें इलाहाबाद राज्‍य विश्‍वविद्यालय का कुलपति बनाया गया. मगध विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर राजेन्द्र प्रसाद के सरकारी घर और बाकी ठिकानों पर बुधवार को छापामारी शुरू हो गई. निगरानी विभाग की स्पेशल विजिलेंस यूनिट (SVU) ने प्रोफेसर राजेन्द्र प्रसाद के गोरखपुर आवास सहित अन्य ठिकानों पर दबिश दी. इसे निगरानी विभाग की बेहद बड़ी कार्रवाई माना जा रहा है.

मगध यूनिवर्सिटी के कुलपति राजेंद्र प्रसाद के खिलाफ पहले निगरानी विभाग ने केस दर्ज किया और फिर उनके ठिकानों की तलाशी लेनी शुरू कर दी. कुलपति राजेन्द्र प्रसाद के गोरखपुर के तारामंडल रामगढ़ताल इलाके में आजाद नगर पूर्वी स्थित निजी आवास सहित सरकारी आवास और बाकी ठिकानों पर तलाशी ली जा रही है. इसके पहले स्पेशल विजिलेंस कोर्ट ने मंगलवार को केस के आधार पर सर्च वारंट जारी कर दिया था.

बयान देते जांच अखिकारी

स्पेशल विजिलेंस यूनिट ने जो केस दर्ज किया है उसमें मगध यूनिवर्सिटी के कुलपति राजेन्द्र प्रसाद सिंह, निजी सचिव सुबोध कुमार सहित एक और शख्स शामिल है. इसके अलावा पाटलिपुत्र यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार जितेंद्र कुमार और अन्य के खिलाफ धारा 120 बी, 420 आईपीसी, पीसी एक्ट 1988 समेत अन्य धाराओं में 16 नवबंर को केस दर्ज किया गया था. कुलपति राजेन्द्र प्रसाद के ठिकानों के पीछे बड़ी वजह है.

उनके ठिकानों पर स्पेशल विजिलेंस यूनिट की तीन टीमों ने छापेमारी की है. इसमें गोरखपुर स्थित पैतृक आवास और बोधगया में दो ठिकाने शामिल हैं. राजेंद्र प्रसाद के खिलाफ 20 करोड़ से अधिक की अवैध खरीदारी का आरोप है. ये खरीददारी उन्होंने मगध यूनिवर्सिटी और वीर कुंवर सिंह यूनिवर्सिटी के कुलपति रहते की. इस केस में डीएसपी लेवल के अफसर छापेमारी का नेतृत्व कर रहे हैं.

इन्हें भी पढ़ें-मोतिहारी जेल में बंद अमित शाह की पंचायत चुनाव में जीत, शराब तस्करी का चल रहा केस

विशेष निगरानी इकाई को लीड कर रहे डिप्‍टी एसपी रैंक के अधिकारी चन्‍द्रभूषण ने बताया कि पटना की एक टीम यहां पर आई है. यहां पर आईपीसी की विभिन्‍न धाराओं और पीसी एक्‍ट में केस दर्ज किया गया है. आईपीसी की धारा 420, 120 बी, करप्‍शन एक्‍ट की धाराओं में केस दर्ज हुआ है. ये रेड तीन जगहों पर चल रही है.

सरकारी आवास गया, कार्यालय और गोरखपुर के आवास पर एक साथ रेड चल रही है. सुबह से वे लोग यहां पर रेड कर रहे हैं. डीएसपी के नेतृत्‍व में 10 लोगों की टीम रेड कर रही है. अभी जांच जारी है. इसके साथ ही बिहार एसटीएफ सहयोग के लिए आई है. इसके अलावा लोकल पुलिस का भी सहयोग मिला है.

गोरखपुर/पटना: बिहार के मगध विश्‍वविद्यालय के कुलपति प्रो. राजेन्‍द्र प्रसाद के गोरखपुर आवास पर पटना से पहुंची निगरानी विभाग की स्‍पेशल विजलेंस यूनिट (SVU) की टीम ने गुरुवार सुबह रेड की. प्रो. राजेन्‍द्र प्रसाद के गोरखपुर स्थित आवास, बोधगया स्थित कार्यालय और वहां के सरकारी आवास पर एक साथ टीम ने छापा मारा है. आरोप है कि रिश्‍तेदार की एजेंसी से उन्‍होंने करोड़ों रुपये की अवैध खरीदारी की है, जो टेंडर के नियमों के विरुद्ध है.

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दीनदयाल उपाध्‍याय गोरखपुर विश्‍वविद्यालय के रक्षा एवं स्‍त्रातजिक अध्‍ययन विभाग के आचार्य रह चुके प्रो. राजेन्‍द्र प्रसाद गोरखपुर विश्‍वविद्यालय के कुलपति भी रह चुके हैं. इसके बाद उन्‍हें इलाहाबाद राज्‍य विश्‍वविद्यालय का कुलपति बनाया गया. मगध विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर राजेन्द्र प्रसाद के सरकारी घर और बाकी ठिकानों पर बुधवार को छापामारी शुरू हो गई. निगरानी विभाग की स्पेशल विजिलेंस यूनिट (SVU) ने प्रोफेसर राजेन्द्र प्रसाद के गोरखपुर आवास सहित अन्य ठिकानों पर दबिश दी. इसे निगरानी विभाग की बेहद बड़ी कार्रवाई माना जा रहा है.

मगध यूनिवर्सिटी के कुलपति राजेंद्र प्रसाद के खिलाफ पहले निगरानी विभाग ने केस दर्ज किया और फिर उनके ठिकानों की तलाशी लेनी शुरू कर दी. कुलपति राजेन्द्र प्रसाद के गोरखपुर के तारामंडल रामगढ़ताल इलाके में आजाद नगर पूर्वी स्थित निजी आवास सहित सरकारी आवास और बाकी ठिकानों पर तलाशी ली जा रही है. इसके पहले स्पेशल विजिलेंस कोर्ट ने मंगलवार को केस के आधार पर सर्च वारंट जारी कर दिया था.

बयान देते जांच अखिकारी

स्पेशल विजिलेंस यूनिट ने जो केस दर्ज किया है उसमें मगध यूनिवर्सिटी के कुलपति राजेन्द्र प्रसाद सिंह, निजी सचिव सुबोध कुमार सहित एक और शख्स शामिल है. इसके अलावा पाटलिपुत्र यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार जितेंद्र कुमार और अन्य के खिलाफ धारा 120 बी, 420 आईपीसी, पीसी एक्ट 1988 समेत अन्य धाराओं में 16 नवबंर को केस दर्ज किया गया था. कुलपति राजेन्द्र प्रसाद के ठिकानों के पीछे बड़ी वजह है.

उनके ठिकानों पर स्पेशल विजिलेंस यूनिट की तीन टीमों ने छापेमारी की है. इसमें गोरखपुर स्थित पैतृक आवास और बोधगया में दो ठिकाने शामिल हैं. राजेंद्र प्रसाद के खिलाफ 20 करोड़ से अधिक की अवैध खरीदारी का आरोप है. ये खरीददारी उन्होंने मगध यूनिवर्सिटी और वीर कुंवर सिंह यूनिवर्सिटी के कुलपति रहते की. इस केस में डीएसपी लेवल के अफसर छापेमारी का नेतृत्व कर रहे हैं.

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विशेष निगरानी इकाई को लीड कर रहे डिप्‍टी एसपी रैंक के अधिकारी चन्‍द्रभूषण ने बताया कि पटना की एक टीम यहां पर आई है. यहां पर आईपीसी की विभिन्‍न धाराओं और पीसी एक्‍ट में केस दर्ज किया गया है. आईपीसी की धारा 420, 120 बी, करप्‍शन एक्‍ट की धाराओं में केस दर्ज हुआ है. ये रेड तीन जगहों पर चल रही है.

सरकारी आवास गया, कार्यालय और गोरखपुर के आवास पर एक साथ रेड चल रही है. सुबह से वे लोग यहां पर रेड कर रहे हैं. डीएसपी के नेतृत्‍व में 10 लोगों की टीम रेड कर रही है. अभी जांच जारी है. इसके साथ ही बिहार एसटीएफ सहयोग के लिए आई है. इसके अलावा लोकल पुलिस का भी सहयोग मिला है.

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