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वेतन बढ़ोतरी की मांग को लेकर बिहार आरबीएस के फार्मासिस्टों ने दिया सरकार को अल्टीमेटम

फार्मासिस्ट विकास कुमार ने बताया कि बहाली वर्ष के समय फार्मेसिस्ट और आयुष चिकित्सकों की बहाली एक ही प्रक्रिया से हुई थी, बावजूद इसके कोरोना काल में आयुष चिकित्सक का मानदेय 20 हजार से बढ़ाकर 44 हजार कर दिया गया है. वहीं, फार्मासिस्ट और एएनएम के वेतन में कोई बढ़ोतरी नहीं की गई है.

पटना
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Published : Jun 11, 2020, 6:27 PM IST

पटना: आरबीएसके फार्मासिस्ट बिहार ने गुरुवार को वेतन बढ़ोतरी की मांग को लेकर सरकार को अल्टीमेटम दिया. प्रदर्शनरत फार्मासिस्टों ने मामले में आज सिविल सर्जन को ज्ञापन सौंपकर आगामी 15 जून से कार्य बहिष्कार कर होम क्वारंटीन रहने की घोषणा की है. फार्मासिस्टों ने बताया कि आरबीएसके फार्मासिस्ट की बहाली वर्ष के बाद से अब तक वेतन बढ़ोतरी नहीं की गई है.

पटना
अनिश्चितकालीन हड़ताल पर फार्मासिस्ट

फार्मासिस्ट विकास कुमार ने बताया कि बहाली वर्ष के समय फार्मेसिस्ट का मानदेय 12 हजार रुपये और आयुष चिकित्सकों का मानदेय 20 हजार रुपये था. दोनों की बहाली एक ही प्रक्रिया से हुई थी, बावजूद इसके कोरोना काल में आयुष चिकित्सक का मानदेय 20 हजार से बढ़ाकर 44 हजार कर दिया गया है. वहीं, फार्मासिस्ट और एएनएम के वेतन में कोई बढ़ोतरी नहीं की गई है. जिसको लेकर फार्मासिस्ट एसोसिएशन ने स्वास्थ्य विभाग को लगातार पत्र भेजकर सूचना दी है.

ईटीवी भारत की रिपोर्ट

'15 जून से होम क्वारंटाइन पर जाएंगे फार्मासिस्ट'
विकास कुमार ने आगे बताया कि फार्मासिस्ट एसोसिएशन के सूचना पर स्वास्थ्य विभाग की ओर से केवल आश्वासन ही मिला. कोरोना काल में भी लगातार फार्मेसिस्ट और एएनएम लगातार अपनी सेवाएं दे रहे हैं. लेकिन सरकार के नकारात्मक रवैया से उन्हें काफी निराशा हाथ लगी है. उन्होंने बताया कि आज जिले के सिविल सर्जन को ज्ञापन सौंपकर यह फैसला लिया गया है कि अगर सरकार हमारी मांगों को नहीं मानती है, तब हम लोग आगामी 15 जून से होम क्वारंटाइन पर चले जाएंगे.

पटना: आरबीएसके फार्मासिस्ट बिहार ने गुरुवार को वेतन बढ़ोतरी की मांग को लेकर सरकार को अल्टीमेटम दिया. प्रदर्शनरत फार्मासिस्टों ने मामले में आज सिविल सर्जन को ज्ञापन सौंपकर आगामी 15 जून से कार्य बहिष्कार कर होम क्वारंटीन रहने की घोषणा की है. फार्मासिस्टों ने बताया कि आरबीएसके फार्मासिस्ट की बहाली वर्ष के बाद से अब तक वेतन बढ़ोतरी नहीं की गई है.

पटना
अनिश्चितकालीन हड़ताल पर फार्मासिस्ट

फार्मासिस्ट विकास कुमार ने बताया कि बहाली वर्ष के समय फार्मेसिस्ट का मानदेय 12 हजार रुपये और आयुष चिकित्सकों का मानदेय 20 हजार रुपये था. दोनों की बहाली एक ही प्रक्रिया से हुई थी, बावजूद इसके कोरोना काल में आयुष चिकित्सक का मानदेय 20 हजार से बढ़ाकर 44 हजार कर दिया गया है. वहीं, फार्मासिस्ट और एएनएम के वेतन में कोई बढ़ोतरी नहीं की गई है. जिसको लेकर फार्मासिस्ट एसोसिएशन ने स्वास्थ्य विभाग को लगातार पत्र भेजकर सूचना दी है.

ईटीवी भारत की रिपोर्ट

'15 जून से होम क्वारंटाइन पर जाएंगे फार्मासिस्ट'
विकास कुमार ने आगे बताया कि फार्मासिस्ट एसोसिएशन के सूचना पर स्वास्थ्य विभाग की ओर से केवल आश्वासन ही मिला. कोरोना काल में भी लगातार फार्मेसिस्ट और एएनएम लगातार अपनी सेवाएं दे रहे हैं. लेकिन सरकार के नकारात्मक रवैया से उन्हें काफी निराशा हाथ लगी है. उन्होंने बताया कि आज जिले के सिविल सर्जन को ज्ञापन सौंपकर यह फैसला लिया गया है कि अगर सरकार हमारी मांगों को नहीं मानती है, तब हम लोग आगामी 15 जून से होम क्वारंटाइन पर चले जाएंगे.

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