पटना: भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व विधान परिषद सभापति अवधेश नारायण सिंह को पार्टी की ओर से गया स्नातक निर्वाचन क्षेत्र से टिकट दी गयी है. अवधेश नारायण सिंह तीन बार चुनाव जीत चुके हैं और इस बार भी जीत को लेकर आश्वस्त हैं. ईटीवी भारत से खास बातचीत के दौरान अवधेश नारायण सिंह ने कहा कि मैं लगातार जनता से जुड़ा रहता हूं, जनता की समस्याओं का निदान करने की कोशिश मैंने की है. जनता के बीच रहने का मुझे फायदा भी मिला है. भाजपा नेता ने कहा कि पार्टी ने मुझपर भरोसा जताया है और मुझे उम्मीद है कि मैं छठी बार चुनाव जीत लूंगा.
छठी बार किस्मत आजमाएंगे अवधेश नारायण सिंह: विधान परिषद के 5 सीटों पर चुनाव होने हैं. शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र और स्नातक निर्वाचन क्षेत्र के लिए चुनाव हो रहे हैं. सबकी नजर बिहार विधान परिषद के पूर्व सभापति अवधेश नारायण सिंह पर टिकी हैं. भाजपा नेता अवधेश नारायण सिंह दो बार विधान परिषद के सभापति रह चुके हैं. 6ठी बार अवधेश नारायण सिंह मैदान में हैं.
"1993 में मैने पहली बार चुनाव जीता था. दूसरी बार जब जीता तो दूसरे प्रत्याशियों की जमानत तक जब्त हो गई थी. बिहार बंटने के बाद गया स्नातक निर्वाचन क्षेत्र से लड़े और जीते. चुनाव जीतने के बाद से मुझे पार्टी और सरकार में कुछ न कुछ पद मिलता रहा. बीजेपी ने एक बार फिर से मुझपर विश्वास जताया है. पिछले बार मैं एनडीए की टिकट पर लड़ा था, सबने मेरी मदद भी की थी. अब नीतीश जी एनडीए में नहीं हैं लेकिन कहीं तो हैं. जीत मेरी ही होगी पूरा भरोसा है. मेरे काम से प्रभावित होकर लोगों ने मुझे जीताने का मन बना लिया है. ओवर कॉन्फिडेंस है कि जीतेंगे."- अवधेश नारायण सिंह, उम्मीदवार,गया स्नातक निर्वाचन क्षेत्र
बोले पूर्व सभापति- 'जनता मेरे साथ': आपको बता दें कि विधान परिषद के लिए 31 मार्च को चुनाव होने हैं. उससे पहले उम्मीदवार अपने लिए चुनाव प्रचार के साथ जोर आजमाइश कर रहे हैं. अवधेश नारायण सिंह 5 बार विधान पार्षद चुने जा चुके हैं और यह छठा मौका है जब वह चुनाव के मैदान में हैं. पहली बार 1993 में अवधेश नारायण सिंह को विधान परिषद चुनाव जीतने का अवसर मिला था और तब से लगातार चुनाव जीत रहे हैं.
दो बार रहे चुके हैं सभापति: आपको बता दें कि अवधेश नारायण सिंह दो बार विधान परिषद के सभापति रह चुके हैं. विधान परिषद के सभापति रहते हुए अवधेश नारायण सिंह ने कुछ महत्वपूर्ण काम किए हैं. विधान परिषद को डिजिटाइज किया गया और ऑनलाइन जनप्रतिनिधियों को सवालों के जवाब मिलने लगे. शिक्षा के क्षेत्र में भी अवधेश नारायण सिंह ने महत्वपूर्ण काम किए हैं.