पटनाः उत्तर प्रदेश में लगातार हो रहे महिलाओं के साथ छेड़छाड़ और हाथरस में हुए सामूहिक दुष्कर्म की घटना की बिहार महिला समाज ने निंदा की है. महिला समाज की सदस्य निवेदिता झा ने कहा कि इस घटना के लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जिम्मेदार हैं. बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ योजना सिर्फ कागजों पर ही काम करती है.
इलाज के दौरान मौत
महिला समाज की सदस्य निवेदिता झा ने कहा कि उत्तर प्रदेश में पुलिस प्रशासन भी पीड़ित की मदद नहीं करती है. हाथरस में हुए सामूहिक दुष्कर्म मामले में एफआईआर दर्ज करने में हुई देरी से उत्तर प्रदेश पुलिस की सुस्ती पता चलती है. उन्होंने कहा कि पीड़िता के पिता के साथ इतना भयावह बर्ताव किया जाता है और इलाज के दौरान उसकी मौत हो जाती है.
'कुछ छिपाने की कोशिश कर रही पुलिस'
निवेदिता झा ने कहा कि रातो-रात बिना परिवार वालों के ही पीड़ित का दाह संस्कार कर दिया जाता है. इससे यह पता चलता है कि पुलिस मामले में कुछ छिपाने की कोशिश कर रही है. उन्होंने कहा कि यह कोई नई घटना नहीं है देश में ऐसी घटनाएं बढ़ती ही जा रही है.
'परिजनों को मिले मुआवजे की राशि'
बिहार महिला समाज की सदस्य निवेदिता झा ने सरकार से दुष्कर्म के आरोपियों को फास्ट ट्रैक कोर्ट के तहत कठोर सजा देने की मांग की है. उन्होंने कहा कि लड़की के परिजनों को 10 लाख रुपये के मुआवजे की राशि दी जाए. साथ ही उन्होंने लोगों से इस मामले को लेकर एकजुट होकर सड़कों पर उतरने और इसके खिलाफ आवाज उठाने की अपील की है.