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बोले नीरज कुमार- 'प्रवासियों की मदद करने में बिहार पूरे देश के लिए बना मॉडल'

सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री नीरज कुमार का कहना है चुनौती तो बड़ी है. लेकिन इन चुनौतियों से भी नीतीश सरकार बाहर निकलेगी. प्रवासियों को मदद करने में बिहार मॉडल के रूप में पूरे देश में अपने आप को पेश किया है.

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Published : May 11, 2020, 5:24 PM IST

पटना: बिहार में अब तक 83 ट्रेन से 1 लाख 2 हजार प्रवासी वापस आ चुके हैं. आने वाले कुछ दिनों में 86 ट्रेन से 1 लाख 2 हजार से अधिक प्रवासी आने वाले हैं. ऐसे में सवा दो लाख से अधिक प्रवासी सिर्फ ट्रेन से बिहार पहुंचने वाले हैं. बिहार सरकार के सामने सभी लोगों को क्वरेंटाइन सेंटर में रखाना और उसके बाद सभी लोगों को रोजगार उपलब्ध करना एक बड़ी चुनौती है. हालांकि बिहार सरकार के कई मंत्रियों ने दावा किया है. इस चुनौती से बिहार सरकार बेहतर तरीके से निपटेगी. सरकार इस चुनौती को एक अवसर के रूप में ले रही है.

'चुनौतियों से बाहर निकलेगी नीतीश सरकार'
सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री नीरज कुमार का कहना है चुनौती तो बड़ी है. लेकिन इन चुनौतियों से भी नीतीश सरकार बाहर निकलेगी. प्रवासियों को मदद करने में बिहार मॉडल के रूप में पूरे देश में अपने आप को पेश किया है. अब तक छह हजार करोड़ की राशि लाभुकों के खाते में भेजी गई है. जो भी प्रवासी आ रहे हैं. उनके जांच से लेकर रहने तक की व्यवस्था की जा रही है.

'रोजगार श्रृजन पर काम कर रही सरकार'
वहीं, ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार का कहना है सरकार सबको रोजगार मुहैया कराने पर काम कर रही है. लौट रहे प्रवासियों में से काफी संख्या में जॉब कार्ड भी दिया गया है. 9 लाख रोजगार सृजन ग्रामीण विकास विभाग के माध्यम से किया गया है.

श्रवण कुमार, ग्रामीण विकास मंत्री
श्रवण कुमार, ग्रामीण विकास मंत्री

'प्रवासियों को लेकर सरकार की कोई प्लानिंग नहीं'
वहीं, इन सब से पड़े मुख्य विपक्षी पार्टी राजद के मुख्य प्रवक्ता भाई वीरेंद्र ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि बिहार सरकार प्रवासियों को लेकर कोई प्लानिंग नहीं कर रही है. जांच भी जितनी संख्या में होनी चाहिए उतनी नहीं हो रही है. सरकार केवल खानापूर्ति कर रही है.

ईटीवी भारत की रिपोर्ट

लोगों को रोजगार देना एक बड़ी चुनौती
कोरोना संकट काल में बड़ी संख्या में प्रवासी बिहार लौट रहे हैं. ट्रेन से ही अब तक एक लाख से अधिक प्रवासी बिहार आ चुके हैं और उन्हें क्वॉरेंटाइन सेंटर में रखा गया है. इसके अलावा बड़ी संख्या में लोग अन्य माध्यमों से भी पहुंच रहे हैं. सरकार ऐसे लोगों को पंचायत स्तर के क्वॉरेंटाइन केंद्र में रख रही है कई लोगों को होम क्वॉरेंटाइन में भी रखा गया है. आने वाले कुछ दिनों में सवा लाख लोग ट्रेन से और पहुंच जाएंगे. ऐसे में बिहार सरकार के सामने लोगों को रोजगार देने की एक बड़ी चुनौती होगी.

भाई वीरेंद्र, राजद के मुख्य प्रवक्ता
भाई वीरेंद्र, राजद के मुख्य प्रवक्ता

प्रवासियों में से भी कई निकल रहे हैं संक्रमित
लाखों की संख्या में लौट रहे प्रवासी बिहार सरकार के लिए बड़ी चुनौती हैं. बिहार में पिछले कुछ दिनों में संक्रमित मरीजों की संख्या में भी काफी इजाफा हुआ है. प्रवासियों में से काफी संख्या में लोग पॉजिटिव मिल रहे हैं. ऐसे में मंत्रियों के दावे के बावजूद देखना दिलचस्प होगा कि सरकार इस चुनौती से कैसे बाहर निकलती है.

पटना: बिहार में अब तक 83 ट्रेन से 1 लाख 2 हजार प्रवासी वापस आ चुके हैं. आने वाले कुछ दिनों में 86 ट्रेन से 1 लाख 2 हजार से अधिक प्रवासी आने वाले हैं. ऐसे में सवा दो लाख से अधिक प्रवासी सिर्फ ट्रेन से बिहार पहुंचने वाले हैं. बिहार सरकार के सामने सभी लोगों को क्वरेंटाइन सेंटर में रखाना और उसके बाद सभी लोगों को रोजगार उपलब्ध करना एक बड़ी चुनौती है. हालांकि बिहार सरकार के कई मंत्रियों ने दावा किया है. इस चुनौती से बिहार सरकार बेहतर तरीके से निपटेगी. सरकार इस चुनौती को एक अवसर के रूप में ले रही है.

'चुनौतियों से बाहर निकलेगी नीतीश सरकार'
सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री नीरज कुमार का कहना है चुनौती तो बड़ी है. लेकिन इन चुनौतियों से भी नीतीश सरकार बाहर निकलेगी. प्रवासियों को मदद करने में बिहार मॉडल के रूप में पूरे देश में अपने आप को पेश किया है. अब तक छह हजार करोड़ की राशि लाभुकों के खाते में भेजी गई है. जो भी प्रवासी आ रहे हैं. उनके जांच से लेकर रहने तक की व्यवस्था की जा रही है.

'रोजगार श्रृजन पर काम कर रही सरकार'
वहीं, ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार का कहना है सरकार सबको रोजगार मुहैया कराने पर काम कर रही है. लौट रहे प्रवासियों में से काफी संख्या में जॉब कार्ड भी दिया गया है. 9 लाख रोजगार सृजन ग्रामीण विकास विभाग के माध्यम से किया गया है.

श्रवण कुमार, ग्रामीण विकास मंत्री
श्रवण कुमार, ग्रामीण विकास मंत्री

'प्रवासियों को लेकर सरकार की कोई प्लानिंग नहीं'
वहीं, इन सब से पड़े मुख्य विपक्षी पार्टी राजद के मुख्य प्रवक्ता भाई वीरेंद्र ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि बिहार सरकार प्रवासियों को लेकर कोई प्लानिंग नहीं कर रही है. जांच भी जितनी संख्या में होनी चाहिए उतनी नहीं हो रही है. सरकार केवल खानापूर्ति कर रही है.

ईटीवी भारत की रिपोर्ट

लोगों को रोजगार देना एक बड़ी चुनौती
कोरोना संकट काल में बड़ी संख्या में प्रवासी बिहार लौट रहे हैं. ट्रेन से ही अब तक एक लाख से अधिक प्रवासी बिहार आ चुके हैं और उन्हें क्वॉरेंटाइन सेंटर में रखा गया है. इसके अलावा बड़ी संख्या में लोग अन्य माध्यमों से भी पहुंच रहे हैं. सरकार ऐसे लोगों को पंचायत स्तर के क्वॉरेंटाइन केंद्र में रख रही है कई लोगों को होम क्वॉरेंटाइन में भी रखा गया है. आने वाले कुछ दिनों में सवा लाख लोग ट्रेन से और पहुंच जाएंगे. ऐसे में बिहार सरकार के सामने लोगों को रोजगार देने की एक बड़ी चुनौती होगी.

भाई वीरेंद्र, राजद के मुख्य प्रवक्ता
भाई वीरेंद्र, राजद के मुख्य प्रवक्ता

प्रवासियों में से भी कई निकल रहे हैं संक्रमित
लाखों की संख्या में लौट रहे प्रवासी बिहार सरकार के लिए बड़ी चुनौती हैं. बिहार में पिछले कुछ दिनों में संक्रमित मरीजों की संख्या में भी काफी इजाफा हुआ है. प्रवासियों में से काफी संख्या में लोग पॉजिटिव मिल रहे हैं. ऐसे में मंत्रियों के दावे के बावजूद देखना दिलचस्प होगा कि सरकार इस चुनौती से कैसे बाहर निकलती है.

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