नई दिल्ली: बिहार में लोजपा एनडीए में रहकर 43 सीटों पर विधानसभा चुनाव लड़ना चाहती है, बिहार फर्स्ट बिहारी फर्स्ट विजन डॉक्यूमेंट को एनडीए के घोषणा पत्र में शामिल कराना चाहती है. राज्यपाल कोटा से 12 विधान पार्षदों का विधान परिषद में मनोनयन होना है. उसमें भी वह 2 सीट चाहती है, बीजेपी मजबूती से लोजपा के साथ है. लेकिन जेडीयू लोजपा की मांगों की अनदेखी कर रही है.
दिल्ली में बिहार लोजपा संसदीय बोर्ड की बैठक शुरू हो गई है जिसमें कुछ बड़े निर्णय लिए जा सकते हैं, बैठक में लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष व सांसद चिराग पासवान, संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष राजू तिवारी सहित बोर्ड के तमाम नेता मौजूद है. संसदीय बोर्ड में कुल 12 सदस्य हैं. सूत्रों के अनुसार लोजपा बिहार में एनडीए से अलग होने का निर्णय ले सकती है, 123 सीटों पर चुनाव लड़ सकती है, जदयू के खिलाफ हर सीट पर उम्मीदवार उतार सकती है, केंद्र में लोजपा एनडीए में बनी रह सकती है, रामविलास पासवान मंत्री बने रह सकते हैं.
निर्णय होने की संभावना
बता दें जदयू और लोजपा में कई मुद्दों पर मतभेद है, चिराग पासवान कई बार नीतीश कुमार के कामकाज पर सवाल उठा चुके हैं. जेडीयू के तरफ से भी चिराग पर कई बार बयान बाजी हो चुकी हैं. नीतीश कुमार पूर्व मुख्यमंत्री और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी को एनडीए में ले आए हैं, इससे भी चिराग पासवान नाराज बताए जा रहे हैं, संसदीय बोर्ड की बैठक शाम 5:00 बजे तक चल सकती है, आज बड़ा निर्णय होने की संभावना है.