पटना: कोरोना काल में बिहार सरकार ने स्वास्थ्य विभाग में बंपर वैकेंसी निकाली है. राज्य सरकार पोस्ट ग्रेजुएट या डिप्लोमा की डिग्री रखने वाले डॉक्टरों की बहाली करेगी. ऐसे डॉक्टरों के लिए कुल 1995 पद हैं.
मिली जानकारी के अनुसार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में हाल में हुई कैबिनेट बैठक में इस बारे में फैसला किया गया. इन डॉक्टरों को प्रतिमाह 82 हजार रुपये वेतन के रूप में दिये जाएंगे. इन सभी डॉक्टरों की नियुक्ति संविदा के तहत तीन साल के लिए होगी.
इन पदों पर की जाएंगी भर्तियां
सरकार की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक इन्हें सीनियर रेजिडेंट, ट्यूटर, विशेषज्ञ चिकित्सक के रूप में नियुक्त किया जाएगा. इन्हें अन्य नियोजित चिकित्सकों के समतुल्य मानदेय मिलेगा. स्वास्थ्य विभाग ने कहा है कि इनकी बहाली की प्रक्रिया एक माह के भीतर पूरी की जाएगी. ये सभी पद राज्य के सरकारी मेडिकल कॉलेजों से पढ़ाई करने वाले छात्रों के लिए हैं. इन डॉक्टरों की नियुक्ति पीजी और यूजी में प्राप्त अंकों और इंटरव्यू के आधार पर की जाएगी. आवेदन प्रक्रिया की पूरी डिटेल जल्द स्वास्थ्य विभगा के वेबसाइट पर जारी की जाएगी.
बिहार पोस्टल सर्किल में 1940 रिक्तियों को भरा जाएगा
वहीं, बिहार पोस्टल सर्किल ने भी 1940 वैकेंसी निकाली हैं. इन पदों पर आवेदन की अंतिम तिथि 26 मई है. वहीं, इन रिक्तियों के लिए दसवीं पास इच्छुक अभ्यर्थी अप्लाई कर सकते हैं. खास बात यह है कि इन रिक्तियों के लिए बिना लिखित परीक्षा के मेरिट लिस्ट के आधार पर उम्मीदवारों का चयन किया जाएगा.
विश्वविद्यालयों में जल्द नियुक्त होंगे असिस्टेंट प्रोफेसर
बिहार में राज्य विश्व विद्यालयों के लिए होने वाली 4638 अस्टिटेंट प्रोफेसरों की नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू हो गयी है. बिहार राज्य सेवा विश्वविद्यालय आयोग ने इंटरव्यू के लिए कॉल लेटर जारी करने की तैयारी पूरी ली है. मिली जानकारी के अुनसार, प्रदेश में लॉकडॉउन खत्म होते ही चिन्हित आवेदकों को कॉल लेटर जारी कर दिये जाएंगे. बता दें कि अभी तक आयोग ने 60 हजार आवेदनों की स्क्रूटनी कर ली है. वहीं, लॉकडाउन के बाद विश्वविद्यालय आयोग की एक बैठक होगी. इसके बाद भर्ती प्रक्रिया को तेजी से आगे बढ़ाया जाएगा.