पटना: बीएसएससी पेपर लीक मामले में राज्य के शिक्षा मंत्री प्रोफेसर चंद्रशेखर (Bihar Education Minister Professor Chandrashekhar) का कहना है कि इस मामले में जांच होगी और कार्रवाई की जाएगी. राज्य की विभिन्न विश्वविद्यालय में सेशन लेट होने से जुड़े सवाल पूछे जाने पर शिक्षा मंत्री का कहना था कि इन मामले में विश्वविद्यालयों को स्वायत्तता है और वह कुलाधिपति से सीधे-सीधे संचालित होते हैं. हालांकि उन्होंने यह भी कह दिया कि सेशन लेट होता है तो उन लोगों से भी सवाल करना चाहिए, सरकार लगी हुई है.
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'विश्वविद्यालय सीधे सीधे स्वायत्तता है. वह सरकार से संचालित नहीं होता है. सरकार कामधेनु के रूप में केवल रुपया देने का काम करती है. प्रशासनिक मामले में सरकार हस्तक्षेप नहीं करती. हम लोग पत्राचार करते हैं. सत्र को नियमित करने के लिए कमेटी बनाई गई है. कमेटी में 9 सदस्य हैं. प्रतिवेदन आएगा. सरकार मेमोरेंडम देंगी. सीधे-सीधे यह समझिए की कुलाधिपति विश्वविद्यालय के मामले में सुप्रीम बॉडी है.' - चंद्रशेखर, शिक्षा मंत्री, बिहार
'BSSC पेपर लीक की होगी जांच' : पत्रकारों के सवालों से खिन्न नजर आ रहे शिक्षा मंत्री ने यह पूछे जाने पर कि क्या बीएसएससी परीक्षा रद्द होगी?, तो बिहार के शिक्षामंत्री चंद्रशेखर ने कहा कि जांच होगी, पेपर लीक हुआ है. सही पाया जाएगा तो पेपर रद्द होगा. सेशन लेट होने के मामले पर उनका कहना था कि छात्रों की जो समस्या है. वह विश्वविद्यालय को ही समाधान करना होगा. क्योंकि सीधे-सीधे स्वायत्तता है विश्वविद्यालय. गौरतल है कि बिहार कर्मचारी चयन आयोग (BSSC Paper Leak) तृतीय स्नातक स्तरीय संयुक्त प्रारंभिक परीक्षा का प्रश्न पत्र वायरल होने की चर्चा हो रही है. Etv bharat के पास भी यह पेपर मिला है. छात्र नेता दिलीप कुमार ने यह पेपर ईटीवी को सबसे पहले उपलब्ध कराया. इस पेपर के सही होने का दावा दिलीप ने किया और सीबीआई से इसकी जांच कराने की मांग की.
सीबीआई जांच की मांगः छात्र नेता दिलीप ने बताया कि बीपीएससी 67 वीं प्रीलिम्स का पेपर जो लीक हुआ था उसी समय से वह लगातार मांग करते रहे हैं कि इस घटना की सीबीआई जांच हो ताकि शिक्षा माफिया पकड़े जा सकें. उन्होंने कहा कि बीपीएससी 67 वीं प्रीलिम्स हो या फिर बीएसएससी सीजीएल 3 की परीक्षा, दोनों में क्वेश्चन पेपर वायरल करने वाले गिरोह एक ही है. उन्होंने कहा कि दोनों घटनाओं की सीबीआई जांच की मांग करते हैं क्योंकि सीबीआई जांच होगी तो क्वेश्चन पेपर वायरल करने वाले शिक्षा माफिया पकड़े जाएंगे.