पटना: बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर और एसीएस केके पाठक के बीच चल रही तनातनी में एक और नया मोड़ आ गया है. शिक्षा मंत्री का कहना है कि वह चीजों को देख रहे हैं. हालांकि उन्होंने सीधे तौर पर कुछ भी नहीं कहा. उनका जवाब गोलमोल रहा. दरअसल गुरुवार को उन्होंने आरजेडी अध्यक्ष लालू यादव से भेंट करने के बाद 10 सर्कुलर रोड स्थित राबड़ी आवास के बाहर पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे. उन्होंने कहा कि मीडिया के माध्यम से जो चीजें सामने आई है, मैं उसी को देख रहा हूं.
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"आप्त सचिव को क्या कहा है, उसे देख रहा हूं. चीजों को देखेंगे, समझेंगे उसके बाद ही कुछ बोलेंगे. आपलोग ही बताइये कि संविधान में कौन बड़ा है?"- डॉ. चंद्रशेखर, शिक्षा मंत्री, बिहार
संविधान में कौन बड़ा है?: शिक्षा मंत्री का यह भी कहना था कि विवाद कुछ नहीं है. जो चीजें सामने आई है, उसकी समीक्षा कराई जा रही है. एसीएस ने आप्त सचिव को क्या कहा है? इस मामले को देखा जाएगा. हालांकि उनका यह भी कहना था कि संविधान में कौन बड़ा है? यह आप लोग ही बताएं. जब चीजों को देखा समझा जा रहा है तो इतनी परेशानी क्यों है?
चंद्रशेखर के आप्त सचिव के ऑफिस आने पर रोक: असल में शिक्षा विभाग ने एक नोटिफिकेशन जारी किया है, जिसमें मंत्री के आप्त सचिव कृष्णानंद यादव के कार्यालय आने पर रोक लगा दी गई है. पत्र में कहा गया है कि पिछले एक हफ्ते में उनके द्वारा पीत पत्रों में अलग-अलग तरह के निर्देश विभाग और विभागीय पदाधिकारयों को भेजे गए हैं. इस संबंध में उनको आगाह किया गया है कि वह आप्त सचिव (बाह्य) तौर पर हैं. लिहाजा नियमत: सरकारी अधिकारियों को सीधे पत्राचार नहीं करना चाहिए.