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Tejashwi Yadav: 'प्रधानमंत्री जी.. परिवारवाद-भ्रष्टाचार का अवलोकन और विश्लेषण करें, ताकि लाल किले से असत्य ना बोलना पड़े' - परिवारवाद भ्रष्टाचार और तुष्टिकरण

77वें स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले की प्राचीर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने परिवारवाद, भ्रष्टाचार और तुष्टिकरण पर प्रहार किया था. माना जा रहा है कि उनका निशाना विपक्ष पर था. यही वजह है कि विपक्षी दलों की ओर से तेजी से पलटवार किया गया. अब बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने भी ट्वीट कर पीएम को जवाब दिया है.

परिवारवाद पर पीएम मोदी को तेजस्वी यादव का जवाब
परिवारवाद पर पीएम मोदी को तेजस्वी यादव का जवाब
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Published : Aug 16, 2023, 7:09 PM IST

पटना: बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने 'परिवारवाद, भ्रष्टाचार और तुष्टिकरण' को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हालिया बयान पर पलटवार किया है. उन्होंने ट्वीट कर कहा कि पीएम को परिवारवाद और भ्रष्टाचार का सूक्ष्म अवलोकन और विश्लेषण करना चाहिए, ताकि लाल किले की प्राचीर से उनको देश के सामने असत्य ना बोलना पड़े. उपमुख्यमंत्री ने इसके साथ ही अपना पुराना वीडियो शेयर किया है, जिसमें वह बिहार विधानसभा में बीजेपी के 'परिवारवादी नेताओं' के नाम का जिक्र किया था.

ये भी पढ़ें: भ्रष्टाचार, परिवारवाद, तुष्टीकरण के खिलाफ जंग जारी रहेगी : पीएम मोदी

तेजस्वी यादव ने नरेंद्र मोदी पर हमला बोला: आरजेडी नेता और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से वीडियो शेयर किया है, जिसमें कैप्शन देते हुए लिखा, "आदरणीय प्रधानमंत्री जी को उनकी कैबिनेट, मंत्रिमंडल, पार्टी तथा सहयोगी दलों में व्याप्त घनघोर परिवारवाद व भ्रष्टाचार का सूक्ष्म अवलोकन एवं विश्लेषण करना चाहिए ताकि कम से कम उन्हें लाल किले की प्राचीर से देश को असत्य ना बोलना पड़े. सनातन धर्म में असत्य बोलना बहुत गलत समझा जाता है."

  • आदरणीय प्रधानमंत्री जी को उनकी कैबिनेट, मंत्रिमंडल, पार्टी तथा सहयोगी दलों में व्याप्त घनघोर परिवारवाद व भ्रष्टाचार का सूक्ष्म अवलोकन एवं विश्लेषण करना चाहिए ताकि कम से कम उन्हें लाल किले की प्राचीर से देश को असत्य ना बोलना पड़े।

    सनातन धर्म में असत्य बोलना बहुत गलत समझा जाता… pic.twitter.com/MtzTvIy893

    — Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) August 16, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

किस-किस नेता का तेजस्वी ने लिया नाम?: तेजस्वी यादव ने केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर, ज्योतिरादित्य सिंधिया, पीयूष गोयल, किरेन रिजिजू, धर्मेंद्र प्रधान, अनुप्रिया पटेल, राजनाथ सिंह के बेटे पंकज सिंह (विधायक), राव इंद्रजीत सिंह, भारती प्रवीण पवार, नारायण राणे के बेटे नीतीश राणे, शुभेंदु अधिकारी, राव साहेब धन्वे के बेटे संतोष धन्वे, रविशंकर प्रसाद, विवेक ठाकुर, सांसद अशोक यादव, संजय जायसवाल, पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर के बेटे नीरज शेखर, पंकजा मुण्डे, पूनम महाजन और जयंत सिन्हा समेत दो दर्जन नेताओं का नाम लिया, जिनके पिता-पुत्र या परिवार का कोई सदस्य सियासत में बड़ा नाम रहे हैं.

क्या कहा था पीएम मोदी ने?: दरअसल स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले की प्राचीर से देश को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने तीन बुराई का जिक्र किया था. उन्होंने भ्रष्टाचार को पहली बुराई, परिवारवाद को दूसरी बुराई और तुष्टिकरण को तीसरी बुराई बताया था. प्रधानमंत्री ने इन तीनों बुराइयों के बारे में बताते हुए देश को इनसे पूरे सामर्थ्य के साथ लड़के का संकल्प लेने का आह्वान किया था. हालांकि उन्होंने किसी भी राजनीतिक दल का नाम नहीं लिया था लेकिन पहले भी इसको लेकर वह अक्सर कांग्रेस और आरजेडी समेत अन्य विपक्षी दलों पर निशाना साधते रहे हैं. लिहाजा उनके इस बयान के बाद विपक्ष ने पलटवार शुरू कर दिया है.

पटना: बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने 'परिवारवाद, भ्रष्टाचार और तुष्टिकरण' को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हालिया बयान पर पलटवार किया है. उन्होंने ट्वीट कर कहा कि पीएम को परिवारवाद और भ्रष्टाचार का सूक्ष्म अवलोकन और विश्लेषण करना चाहिए, ताकि लाल किले की प्राचीर से उनको देश के सामने असत्य ना बोलना पड़े. उपमुख्यमंत्री ने इसके साथ ही अपना पुराना वीडियो शेयर किया है, जिसमें वह बिहार विधानसभा में बीजेपी के 'परिवारवादी नेताओं' के नाम का जिक्र किया था.

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तेजस्वी यादव ने नरेंद्र मोदी पर हमला बोला: आरजेडी नेता और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से वीडियो शेयर किया है, जिसमें कैप्शन देते हुए लिखा, "आदरणीय प्रधानमंत्री जी को उनकी कैबिनेट, मंत्रिमंडल, पार्टी तथा सहयोगी दलों में व्याप्त घनघोर परिवारवाद व भ्रष्टाचार का सूक्ष्म अवलोकन एवं विश्लेषण करना चाहिए ताकि कम से कम उन्हें लाल किले की प्राचीर से देश को असत्य ना बोलना पड़े. सनातन धर्म में असत्य बोलना बहुत गलत समझा जाता है."

  • आदरणीय प्रधानमंत्री जी को उनकी कैबिनेट, मंत्रिमंडल, पार्टी तथा सहयोगी दलों में व्याप्त घनघोर परिवारवाद व भ्रष्टाचार का सूक्ष्म अवलोकन एवं विश्लेषण करना चाहिए ताकि कम से कम उन्हें लाल किले की प्राचीर से देश को असत्य ना बोलना पड़े।

    सनातन धर्म में असत्य बोलना बहुत गलत समझा जाता… pic.twitter.com/MtzTvIy893

    — Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) August 16, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

किस-किस नेता का तेजस्वी ने लिया नाम?: तेजस्वी यादव ने केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर, ज्योतिरादित्य सिंधिया, पीयूष गोयल, किरेन रिजिजू, धर्मेंद्र प्रधान, अनुप्रिया पटेल, राजनाथ सिंह के बेटे पंकज सिंह (विधायक), राव इंद्रजीत सिंह, भारती प्रवीण पवार, नारायण राणे के बेटे नीतीश राणे, शुभेंदु अधिकारी, राव साहेब धन्वे के बेटे संतोष धन्वे, रविशंकर प्रसाद, विवेक ठाकुर, सांसद अशोक यादव, संजय जायसवाल, पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर के बेटे नीरज शेखर, पंकजा मुण्डे, पूनम महाजन और जयंत सिन्हा समेत दो दर्जन नेताओं का नाम लिया, जिनके पिता-पुत्र या परिवार का कोई सदस्य सियासत में बड़ा नाम रहे हैं.

क्या कहा था पीएम मोदी ने?: दरअसल स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले की प्राचीर से देश को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने तीन बुराई का जिक्र किया था. उन्होंने भ्रष्टाचार को पहली बुराई, परिवारवाद को दूसरी बुराई और तुष्टिकरण को तीसरी बुराई बताया था. प्रधानमंत्री ने इन तीनों बुराइयों के बारे में बताते हुए देश को इनसे पूरे सामर्थ्य के साथ लड़के का संकल्प लेने का आह्वान किया था. हालांकि उन्होंने किसी भी राजनीतिक दल का नाम नहीं लिया था लेकिन पहले भी इसको लेकर वह अक्सर कांग्रेस और आरजेडी समेत अन्य विपक्षी दलों पर निशाना साधते रहे हैं. लिहाजा उनके इस बयान के बाद विपक्ष ने पलटवार शुरू कर दिया है.

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