पटना: बिहार में होने वाले उपचुनाव ( Bihar Assembly By Election ) को लेकर महागठबंधन में खींचतान जारी है. बिहार कांग्रेस प्रभारी भक्त चरण दास ( Congress Leader Bhakt Charan Das ) ने कहा है कि आरजेडी ( RJD ) ने गठबंधन का सम्मान नहीं किया है. दिल्ली से रविवार को पटना पहुंचे भक्त चरण दास ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि गठबंधन सबको लेकर होता है लेकिन आरजेडी ने इसे असम्मान किया है.
आरजेडी पर गंभीर आरोप लगाते हुए भक्त चरण दास ने कहा कि कांग्रेस बिहार में सरकार बनाने की स्थिति में नहीं है. अगर कांग्रेस कुशेश्वरस्थान जीत जाती है तो हमारा एक विधायक बढ़ेगा. उन्होंने कहा कि अगर कांग्रेस बिहार में मजबूत होती है तो इससे महागठबंधन को ही फायदा होगा.
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आगे उन्होंने कहा कि बिहार विधानसभा चुनाव 2020 में कांग्रेस 70 सीटों पर चुनाव लड़ी थी, लेकिन इसमें 16 सीटें ऐसी थी, जहां आरजेडी ने अपना वोट ट्रांसफर नहीं करवा सका. इसके अलावा 26 सीटें ऐसी थी जहां कांग्रेस कभी चुनाव नहीं लड़ा था.
वहीं तेजस्वी यादव के बयान पर बिहार कांग्रेस प्रभारी ने कहा कि बता देने से कुछ नहीं होता, समझौता भी कोई चीज होती है और आरजेडी ने इसकी उपेक्षा की है. गौरतलब है कि तेजस्वी यादव ने कहा था कि विधानसभा उपचुनाव में तारापुर और कुशेश्वरस्थान की सीट पर उम्मीदवार खड़ा किए जाने के बारे में कांग्रेस को पहले ही जानकारी दे दी गई थी.
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आगे उन्होंने कहा कि अभी भी वे उम्मीद करते हैं कि आरजेडी कुशेश्वरस्थान से अपने उम्मीदवार का नाम वापस ले ले, अगर वह ऐसा नहीं करता है तो कांग्रेस अपने विधायकों और नेताओं के साथ बैठक कर महागठबंधन से अलग होने के बारे में भी फैसला ले सकती है.
गौरतलब है कि शनिवार को बिहार कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष समीर सिंह ने कहा था कि अगर आरजेडी ने कुशेश्वरस्थान से अपने प्रत्याशी का नाम वापस नहीं लिया तो महागठबंधन में टूट तय है. वहीं कांग्रेस विधायक शकील अहमद खान ने कहा कि 1989 में जिन लोगों के साथ सत्ता में आरजेडी आयी थी, उनसे मोह कम नहीं हुआ है. बिहार के अल्पसंख्यक मतदाता आरजेडी की हकीकत समझ चुके हैं.