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बक्सर में लाशों का अंबार मिलने के मामले में बड़ा खुलासा, यूपी से बहकर आए थे सभी शव- DGP

बिहार के बक्सर में गंगा नदी में लगातार मिल रही लाशों को लेकर जो स्थिति बनी हुई थी, उस पर अब लगाम लग गया है. बिहार के गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव चैतन्य प्रसाद और बिहार के डीजीपी संजीव कुमार सिंघल ने इतनी बड़ी संख्या में मिल रहे शवों को लेकर बड़ा खुलासा किया है. देखिए ये रिपोर्ट.

पटना
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Published : May 12, 2021, 6:26 PM IST

पटना: बिहार के बक्सर में लगातार मिल रही लाशों के बाद राज्य सरकार के निर्देश पर बॉर्डर पर गंगा में महाजाल लगाया गया था. जिसके बाद वहां 6 शव फंसे हुए मिले. जिसके बाद अब ये साबित हो गया है कि यह लाशें यूपी से बहकर बिहार तक पहुंच रही हैं. बता दें कि बिहार में लगातार गंगा घाटों पर मिल रही लाशों को लेकर बिहार सरकार के आदेश पर जांच शुरू हुई, तब जाकर ये खुलासा हो पाया है.

ये भी पढ़ें- गंगा में लाशों का अंबार मामला: पटना HC ने सरकार से किया जवाब-तलब

बिहार ने जताई कड़ी आपत्ति
गृह विभाग के अपर प्रमुख सचिव ने बताया कि बिहार के अपर मुख्य सचिव, बिहार के डीजीपी और बक्सर के डीएम ने वहां के अधिकारियों से बातचीत की. जिसके बाद गंगा नदी में लाशों को बहाने को लेकर बिहार की तरफ से कड़ी आपत्ति भी जताई गई है.

चैतन्य प्रसाद, अपर मुख्य सचिव, गृह विभाग
चैतन्य प्रसाद, अपर मुख्य सचिव, गृह विभाग

''उत्तर प्रदेश सरकार की तरफ से बिहार सरकार को आश्वासन भी मिला है कि आगे ऐसा नहीं होगा. अब आगे की जो भी कार्रवाई करनी है, वह उत्तर प्रदेश सरकार को करनी है''- चैतन्य प्रसाद, अपर मुख्य सचिव, गृह विभाग

संजीव कुमार सिंघल, बिहार के डीजीपी
संजीव कुमार सिंघल, बिहार के डीजीपी

''जितने भी लाशें बरामद हुई हैं, उन सभी का डीएनए सैंपल लिया गया है. पहचान के लिए सैंपल का मिलन परिवार वालों से कराया जाएगा. पिछले 24 घंटे में सिर्फ 6 लाशें मिली हैं. इस मामले में यूडी केस बक्सर में दर्ज कराया गया है.''- संजीव कुमार सिंघल, बिहार के डीजीपी

यूपी एडमिनिस्ट्रेशन ने दिया आश्वासन
बक्सर के डीएम के द्वारा गाजीपुर और बलिया के डीएम से बातचीत की गई है. उन्होंने आश्वासन दिया है कि अब गंगा में लाशें नहीं मिलेगी. उन्होंने कहा कि जो महाजाल लगाया गया था, उसमें दो लाशे फंसी थी और उसके नीचे से 4 लाशें कुछ और दूरी पर आ गई थई. उत्तर प्रदेश एडमिनिस्ट्रेशन ने हमें ये आश्वासन दिया है कि एक दो दिनों के अंदर गंगा में शव नहीं मिलेंगे.

'यूपी से बहकर आए थे सभी शव'

ये भी पढ़ें- बक्सर के बाद उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में भी गंगा में उतराती मिलीं लावारिस लाशें

बता दें कि बक्सर, बलिया और गाजीपुर के गंगा घाटों पर लगातार शवों का अंबार मिल रहा है. उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले के बाद अब उत्तर प्रदेश के ही बलिया जिले अंतर्गत नरही थाना क्षेत्र स्थित सुहाव ब्लॉक के 60 के डेरा गंगा घाट पर लगभग एक दर्जन शव मिले हैं. वहीं, बक्सर में सोमवार को महादेव घाट पर 4 दर्जन से अधिक लाशें एक किलोमीटर के दायरे में बिखरी पड़ी हुई मिली थीं. इनमें से कई लाशों को कुत्ते नोचकर रहे थे. संदेह जताया जा रहा है कि जिन लोगों की कोरोना के कारण घर में ही मौत हो गई थी, उन्हें परिजनों ने गंगा किनारे फेंक दिया.

ये भी पढ़ें: गंगा में लाशों का अंबार मामलाः गजेंद्र सिंह शेखावत ने नीतीश, योगी आदित्यनाथ से संज्ञान लेने को कहा

ये भी पढ़ें: जानिए, बिहार की सीमा में किसके इशारे पर फेंके जा रहे हैं गंगा नदी में शव

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ये भी पढ़ें: बक्सर डीएम का सफेद झूठ ! महादेवा घाट पर 48 नहीं 71 लाशों का हुआ पोस्टमार्टम

पटना: बिहार के बक्सर में लगातार मिल रही लाशों के बाद राज्य सरकार के निर्देश पर बॉर्डर पर गंगा में महाजाल लगाया गया था. जिसके बाद वहां 6 शव फंसे हुए मिले. जिसके बाद अब ये साबित हो गया है कि यह लाशें यूपी से बहकर बिहार तक पहुंच रही हैं. बता दें कि बिहार में लगातार गंगा घाटों पर मिल रही लाशों को लेकर बिहार सरकार के आदेश पर जांच शुरू हुई, तब जाकर ये खुलासा हो पाया है.

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बिहार ने जताई कड़ी आपत्ति
गृह विभाग के अपर प्रमुख सचिव ने बताया कि बिहार के अपर मुख्य सचिव, बिहार के डीजीपी और बक्सर के डीएम ने वहां के अधिकारियों से बातचीत की. जिसके बाद गंगा नदी में लाशों को बहाने को लेकर बिहार की तरफ से कड़ी आपत्ति भी जताई गई है.

चैतन्य प्रसाद, अपर मुख्य सचिव, गृह विभाग
चैतन्य प्रसाद, अपर मुख्य सचिव, गृह विभाग

''उत्तर प्रदेश सरकार की तरफ से बिहार सरकार को आश्वासन भी मिला है कि आगे ऐसा नहीं होगा. अब आगे की जो भी कार्रवाई करनी है, वह उत्तर प्रदेश सरकार को करनी है''- चैतन्य प्रसाद, अपर मुख्य सचिव, गृह विभाग

संजीव कुमार सिंघल, बिहार के डीजीपी
संजीव कुमार सिंघल, बिहार के डीजीपी

''जितने भी लाशें बरामद हुई हैं, उन सभी का डीएनए सैंपल लिया गया है. पहचान के लिए सैंपल का मिलन परिवार वालों से कराया जाएगा. पिछले 24 घंटे में सिर्फ 6 लाशें मिली हैं. इस मामले में यूडी केस बक्सर में दर्ज कराया गया है.''- संजीव कुमार सिंघल, बिहार के डीजीपी

यूपी एडमिनिस्ट्रेशन ने दिया आश्वासन
बक्सर के डीएम के द्वारा गाजीपुर और बलिया के डीएम से बातचीत की गई है. उन्होंने आश्वासन दिया है कि अब गंगा में लाशें नहीं मिलेगी. उन्होंने कहा कि जो महाजाल लगाया गया था, उसमें दो लाशे फंसी थी और उसके नीचे से 4 लाशें कुछ और दूरी पर आ गई थई. उत्तर प्रदेश एडमिनिस्ट्रेशन ने हमें ये आश्वासन दिया है कि एक दो दिनों के अंदर गंगा में शव नहीं मिलेंगे.

'यूपी से बहकर आए थे सभी शव'

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बता दें कि बक्सर, बलिया और गाजीपुर के गंगा घाटों पर लगातार शवों का अंबार मिल रहा है. उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले के बाद अब उत्तर प्रदेश के ही बलिया जिले अंतर्गत नरही थाना क्षेत्र स्थित सुहाव ब्लॉक के 60 के डेरा गंगा घाट पर लगभग एक दर्जन शव मिले हैं. वहीं, बक्सर में सोमवार को महादेव घाट पर 4 दर्जन से अधिक लाशें एक किलोमीटर के दायरे में बिखरी पड़ी हुई मिली थीं. इनमें से कई लाशों को कुत्ते नोचकर रहे थे. संदेह जताया जा रहा है कि जिन लोगों की कोरोना के कारण घर में ही मौत हो गई थी, उन्हें परिजनों ने गंगा किनारे फेंक दिया.

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