पटना: भारतीय जनता पार्टी के नाराज नेताओं ने केंद्रीय नेतृत्व की नींद उड़ा दी थी. खासतौर पर ब्रह्मजनों ने पार्टी के खिलाफ मोर्चा खोल रखा था. दो चरण के चुनाव होने के बाद पार्टी की नींद खुली. पार्टी से नाराज नेताओं को मनाने की कवायद शुरू हो गई है. बिहार प्रभारी भूपेंद्र यादव और अमित शाह ने नाराज नेताओं को आखिरकार मना लिया.
चुनाव से ठीक पहले सवर्णों को आरक्षण देकर बीजेपी ने नाराज सवर्ण वोटरों को मनाने में सफलता हासिल की थी. लेकिन टिकट बंटवारे के दौरान एक बार फिर ब्राह्मण और भूमिहार नेता नाराज हो गए. बीजेपी के वरिष्ठ नेता सीपी ठाकुर ,एमएलसी सच्चिदानंद राय और सांसद सतीश चंद्र दुबे नाराज चल रहे थे. दो चरण के चुनाव बीत जाने के बाद पार्टी को लगा कि इनकी नाराजगी का खामियाजा पार्टी को भुगतना पड़ सकता है. ऐसी स्थिति में अमित शाह को मध्यस्थता करनी पड़ी और नाराज नेताओं को ठोस आश्वासन देना पड़ा.
अमित शाह ने दिया आश्वासन
केंद्रीय नेतृत्व पिछले एक हफ्ते से ब्राह्मण और भूमिहार जाति से आने वाले नेताओं की नाराजगी से परेशान थी. उनकी नाराजगी दूर करने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे थे. विशेष चार्टर विमान से भूपेंद्र यादव पटना पहुंचे और सीपी ठाकुर, सच्चिदानंद राय और सतीश चंद्र दुबे को लेकर दिल्ली रवाना हुए. यहां काफी मान-मनौव्वल का दौर चला. राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने भरोसा दिया कि टिकट बंटवारे में जो उपेक्षित रह गए हैं उन्हें राज्यसभा और विधान परिषद के चुनाव में जगह दी जाएगी.
किसने क्या कहा
भाजपा के वरिष्ठ नेता सीपी ठाकुर ने कहा कि मेरी नाराजगी जिन मुद्दों को लेकर थी. उस पर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह से गंभीर बातचीत हुई और हमारी नाराजगी को दूर कर दी गई. सच्चिदानंद राय और सतीश चंद्र दुबे ने भी कहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष जी ने हमें ठोस आश्वासन दिया है और अब मेरी नाराजगी नहीं है. नरेंद्र मोदी जी को प्रधानमंत्री बनाने के लिए हम पूरी ताकत झोंक देंगे बिहार प्रभारी भूपेंद्र यादव ने कहा कि पार्टी सबका साथ सबका विकास चाहती है. जिन्हें उचित स्थान लोकसभा चुनाव में नहीं मिल पाया है उन्हें हम भविष्य में सम्मान देने का काम करेंगे.