पटना: राजधानी पटना के नौबतपुर तरेत पाली मठ के पास बागेश्वर बाबा का हनुमंत कथा चल रहा था. आज बुधवार को आखिरी दिन बागेश्वर बाबा ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि हमारा जो संकल्प है वह बिहार से पूरा होता दिख रहा है. काफी संख्या में लोग यहां जुटे हैं. बिहार के 13 करोड़ में से पांच करोड़ लोग भी अपने घर के बाहर ध्वजा और ललाट पर तिलक लगाकर निकलने लगेंगे तो निश्चित तौर पर देश हिंदू राष्ट्र की की तरफ अग्रसर हो जाएगा.
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तिलक लगाना स्वाभिमान की बात: झारखंड की रहने वाली अंजनी सिंह ने कहा कि जो गुरुजी ने कहा है उसको करूंगी. हम लोगों का तिलक लगाना स्वाभिमान की बात होती है. घर में धर्म ध्वजा भी लगाए हुए हैं और अब तो लोगों को जागरुक करेंगे कि कम से कम अपने घर पर एक धर्म ध्वज लगाएं और माथे पे तिलक लगाकर प्रतिदिन घर से बाहर निकलें. चंदन लगाना हिंदू की पहचान है इसलिए मैं अपने आसपास के लोगों को चंदन लगाने के लिए कहूंगी. बाबा हिंदू राष्ट्र बनाने की बात कह रहे हैं इसलिए लोगों को भी जगने की जरूरत है.
बिहार से हिंदू राष्ट्र को लेकर उद्घोष: आनंद कुमार ने बताया कि बाबा ने बोला था कि बिहार के पांच करोड़ लोग अगर जाग जाए तो बिहार से हिंदू राष्ट्र को लेकर उद्घोष हो सकता है. बाबा हर जगह हिंदू राष्ट्र बनाने की बात कहते हैं लोगों को जगाते हैं. इसलिए उन्होंने कहा था जो भी हिंदू है अपने ललाट पर तिलक लगाए, घर पर धर्म का झंडा लगाए, जिससे हिंदू राष्ट्र बनने में समय नहीं लगेगा. उन्होंने कहा कि हिंदू का कर्तव्य है कि चंदन लगाना चाहिए. ध्वजा लगाना चाहिए. तुलसी माला गले में पहना चाहिए.
जाति होगी पर जातिवाद नहीं होगाः आनंद ने कहा कि हिंदू राष्ट्र बनेगा तो जाति होगी पर जातिवाद नहीं होगा. जब जातिवाद नहीं होगा नेताओं को अपनी रोटी सेंकने का मौका नहीं मिलेगा. जिसके बाद हर व्यक्ति का विकास होगा. उन्होंने कहा कि बिहार से हिंदू राष्ट्र बनाने की ज्वाला जग गई है. हम तो हिंदू हैं. बाबा के कहने से पहले से भी हम अपने धर्म कर्म को करता रहे हैं. लेकिन लोगों को भी धर्म कर्म करने के लिए कहेंगे.
नौबतपुर में बाबा का कार्यक्रमः बागेश्वर धाम सरकार का बिहार दौरा शनिवार 13 मई को शुरू हुआ था. तरेत पाली मठ परिसर में 5 दिनों तक हनुमंत कथा और प्रवचन चलता रहा. कथा वाचन 13 मई शाम चार बजे से शुरू हुआ और 17 मई तक चला. धीरेंद्र शास्त्री की कथा सुनने के लिए भक्त सिर्फ बिहार से ही नहीं बल्कि देश के दूसरे राज्यों से भी पहुंचे थे. इस दौरान बागेश्वर धाम कमेटी की ओर से भी भक्तों के लिए कई तरह के प्रबंध किए गए थे ताकि उन्हें परेशानी ना हो. भीड़ ऐसी उमड़ रही थी कि खुद बागेश्वर सरकार को लोगों से घर में ही टीवी पर ही हनुमंत कथा सुनने का अनुरोध तक करना पड़ा. इस दौरान भक्तों ने दिव्य दरबार में अपनी अर्जी भी दी और बाबा ने उनकी समस्याओं का निदान किया.