पटना: राजधानी पटना में ब्रेस्ट कैंसर अवेयरनेस मंथ (Breast Cancer Awareness Month) को लेकर फुलवारी शरीफ के सीएचसी में बुधवार को ब्रेस्ट कैंसर अवेयरनेस प्रोग्राम का आयोजन किया गया. यह आयोजन होमी भाभा कैंसर अस्पताल एवं अनुसंधान केंद्र और अस्पताल के अन्य मेडिकल स्टाफ के साथ मिलकर आयोजित किया गया. इसमें ब्रेस्ट कैंसर की जागरुकता को लेकर एक मार्च निकाला गया और लोगों से ब्रेस्ट कैंसर के प्रति जागरूक होने की अपील की गई. बताते दें कि होमी भाभा कैंसर अस्पताल एवं अनुसंधान केंद्र मुजफ्फरपुर के तरफ से कैंसर की स्क्रीनिंग और जागरूकता अभियान को लेकर बिहार के 14 जिलों में जागरूकता कार्यक्रम की शुरुआत की गई है.
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14 जिलों जागरूकता कार्यक्रम: होमी भाभा कैंसर हॉस्पिटल एवं अनुसंधान केंद्र मुजफ्फरपुर के प्रभारी डॉ रविकांत सिंह ने इस मौके पर बताया कि कैंसर से राहत @75 प्रोग्राम प्रदेश के 14 जिलों में उन लोगों द्वारा चलाया जा रहा है. इसका मतलब है कि भारतवर्ष का 75वां स्वतंत्रता दिवस है और उसके लिए प्रण लिया गया है कि जहां भी हमारा अस्पताल है, वहां पर समुदाय के साथ काम करेंगे और "कैंसर से आजादी के लिए, कैंसर से राहत के लिए" थीम पर काम करेंगे. उन्होंने कहा कि प्रदेश के 14 जिलों में बिहार सरकार, एनटीपीसी, नेशनल हेल्थ मिशन और परमाणु ऊर्जा विभाग के साथ कैंसर स्क्रीनिंग और जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है. इससे कैंसर की समय पर पहचान करके उससे होने वाली मृत्यु को कम किया जा सके.
"कैंसर से राहत @75 प्रोग्राम प्रदेश के 14 जिलों में उन लोगों द्वारा चलाया जा रहा है. इसका मतलब है कि भारतवर्ष का 75वां स्वतंत्रता दिवस है और उसके लिए प्रण लिया गया है कि जहां भी हमारा अस्पताल है, वहां पर समुदाय के साथ काम करेंगे और "कैंसर से आजादी के लिए, कैंसर से राहत के लिए" थीम पर काम करेंगे.इस प्रोग्राम के तहत तीन तरह के कैंसर की स्क्रीनिंग की जाएगी जिसमें माउथ कैंसर, ब्रेस्ट कैंसर और सर्वाइकल कैंसर प्रमुख है. इन तीनों कैंसर का इलाज समय पर शुरू हो जाए तो बिहार से 70% कैंसर के मरीज कम हो जाएंगे. यह अभियान पटना, गया, मुजफ्फरपुर, नालंदा, सिवान, भोजपुर, वैशाली, दरभंगा, मधुबनी, सुपौल, समस्तीपुर, भागलपुर, बेगूसराय और औरंगाबाद में चल रहा है."- डॉ रविकांत सिंह, प्रभारी,HBCH
तीन तरह के कैंसरों को लेकर जागरूकता: डॉ रविकांत सिंह ने जानकारी दी है कि इस प्रोग्राम के तहत तीन तरह के कैंसर की स्क्रीनिंग की जाएगी जिसमें माउथ कैंसर, ब्रेस्ट कैंसर और सर्वाइकल कैंसर प्रमुख है. इन तीनों कैंसर का इलाज समय पर शुरू हो जाए तो बिहार से 70% कैंसर के मरीज कम हो जाएंगे. यह अभियान पटना, गया, मुजफ्फरपुर, नालंदा, सिवान, भोजपुर, वैशाली, दरभंगा, मधुबनी, सुपौल, समस्तीपुर, भागलपुर, बेगूसराय और औरंगाबाद में चल रहा है. उन्होंने बताया कि पटना में यह कार्यक्रम एनसीडीओ डॉ रजनीश चौधरी की देखरेख में चल रहा है. जिसमें डॉक्टर विक्रम आनंद और डॉक्टर महाविश रिजवान की टीम ग्रामीण क्षेत्रों में घूम-घूम कर वहां के पीएचसी और सीएचसी में जागरुकता फैला रही है.
12000 से अधिक लोगों की हुई जांच: अब तक 150 से अधिक कैंप हुए हैं जिसमें 12000 से अधिक लोगों की जांच की गई हैं. इनमें से 20 कैंसर के मरीज मिले हैं जिन का इलाज चल रहा है. इनमें से अभी तक 5 लोगों की सर्जरी होमी भाभा कैंसर संस्थान एवं अनुसंधान केंद्र मुजफ्फरपुर में हो चुकी है जबकि 10 मरीज दूसरे जगह पर अपना इलाज करा रहे हैं. 2 मरीजों का देहांत हो गया है और 7 मरीजों की कीमोथेरेपी चल रही है. वहीं 500 कैंसर के संदिग्ध मरीज मिले हैं जिनकी आगे की जांच की जा रही है. इस कार्यक्रम में सामुदायिक स्तर पर कैंसर को लेकर जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है, जिससे कैंसर को लेकर लोगों में बनी भ्रांतियां कम हो और सभी में जागरूकता आए.
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