पटना: बिहार सरकार द्वारा विभिन्न विभागों में लगातार नियुक्ति पत्र दिया जा रहा है. दूसरी तरफ नियोजन की मांग को लेकर आज सहायक कार्यपालक उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव (Deputy Chief Minister Tejashwi Yadav) के आवास पर पहुंचकर प्रदर्शन कर रहे हैं. सैकड़ों की संख्या में विभिन्न जिलों से आए सहायक कार्यपालक आज उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के आवास 10 सर्कुलर रोड के बाहर अपनी मांगो को लेकर खड़े हैं. सहायक कार्यपालक अपनी नियुक्ति के लिए सरकार से लगाता गुहार लगा रहे हैं.
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2018 में हुई थी परिक्षा: सहायक कार्यपालक का कहना है कि वर्ष 2018 में ही हम लोगों ने परीक्षा पास किया था. जो विभिन्न जिलों में आयोजित किया गया था. इसके बाद हम लोगों की कहीं भी अभी तक नियुक्ति नहीं की गई है. यह गलत है इसलिए हम लोग उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव से मिलने आए हैं. उनसे यह मांग कर रहे हैं कि जल्द से जल्द हम लोगों का नियोजन जिलों में किया जाए. मधुबनी से आए राना जितेंद्र सिंह का कहना है कि तेजस्वी यादव जब सरकार में नहीं थे तभी उन्होंने वादा किया था कि सहायक कार्यपालक जितने भी बचे हुए हैं, जिनका नियोजन अभी तक नहीं हुआ है उनको हम नियोजित करेंगे. लेकिन बार-बार आश्वासन देने के बाद भी अभी तक हम लोगों का नियोजन नहीं किया गया है.
"तेजस्वी यादव जब सरकार में नहीं थे तभी उन्होंने वादा किया था कि सहायक कार्यपालक जितने भी बचे हुए हैं, जिनका नियोजन अभी तक नहीं हुआ है उनको हम नियोजित करेंगे. लेकिन बार-बार आश्वासन देने के बाद भी अभी तक हम लोगों का नियोजन नहीं किया गया है."- राना जितेंद्र सिंह, अभ्यर्थी
8000 रिक्तियों के बावजूद नहीं हुआ नियोजन: अभ्यर्थियों का कहना है कि वर्ष 2018 में परीक्षा ली गई थी. सभी ने परीक्षा पास भी किया था. इसके बावजूद अभी तक हमलोग सड़क पर उतर कर प्रदर्शन करने को मजबूर हैं. सरकार हमारी नहीं सुन रही है. वहीं नवादा से आए पंकज कुमार ने कहा की आज हमलोग तेजस्वी यादव जी से मिलने आए है. लेकिन मुलाकात नहीं हो पाई है. कई बार बिहार विकास सुधार मिशन के अधिकारियों को आवेदन भी दिया गया है लेकिन कोई जवाब नहीं मिल रहा. अभी भी पंचायत में 8000 रिक्तियां है, सरकार को चाहिए कि वो हम लोगों को नियोजित करें. अगर सरकार हमारी बात को नहीं मानेगी तो हम लोग सड़क पर उतर कर लगातार सभी जिलों में भी प्रदर्शन करेंगे.
"कई बार बिहार विकास सुधार मिशन के अधिकारियों को आवेदन भी दिया गया है लेकिन कोई जवाब नहीं मिल रहा. अभी भी पंचायत में 8000 रिक्तियां है, सरकार को चाहिए कि वो हम लोगों को नियोजित करें. अगर सरकार हमारी बात को नहीं मानेगी तो हम लोग सड़क पर उतर कर लगातार सभी जिलों में भी प्रदर्शन करेंगे." -पंकज कुमार, अभ्यर्थी
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