पटनाः बिहार विधान परिषद की 24 सीटों के लिए चुनाव की घोषणा (Announcement of Dates for Bihar MLC Elections 2022) हो गयी है. बुधवार को चुनाव आयोग ने आधिकारिक सूचना भी दे दी है. आयोग की ओर से दी गयी जानकारी के अनुसार 4 अप्रैल को मतदान की तारीख तय की गई है. 9 मार्च को विधान परिषद चुनाव के लिए अधिसूचना जारी होगी. इसके साथ ही नामांकन की प्रक्रिया भी शुरू हो जाएगी. उम्मीदवार अपना नामांकन 16 मार्च तक कर पाएंगे, जबकि नामांकन पत्रों की जांच 17 मार्च को होगी. 21 मार्च तक नाम वापस लिए जा सकेंगे. 4 अप्रैल को मतदान का दिन रखा गया है. सुबह 8:00 से शाम 4:00 बजे तक वोटिंग होगी. विधान परिषद चुनाव के लिए मतगणना 7 अप्रैल को होगी.
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पहले से ही उम्मीद जताई जा रही थी कि पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव खत्म होने के बाद बिहार में विधान परिषद चुनाव का बिगुल बज सकता है, चुनाव आयोग में आज इसका पूरा शेड्यूल जारी कर दिया है. विधान परिषद की जिन 24 सीटों पर चुनाव होना है, उसके लिए महागठबंधन और एनडीए ने पहले ही अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है. तारीखों के ऐलान के बाद अब उम्मीदवारों की सक्रियता बढ़ेगी.
जानकारी दें कि चुनाव आयोग ने सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं. दरअसल, बिहार में अप्रैल-मई में नगर निकाय चुनाव प्रस्तावित हैय. इसी वजह से चुनाव आयोग इससे पहले विधान परिषद की सीटों पर चुनाव संपन्न करा लेना चाहता था. बिहार से चुनाव आयोग को भेजी गई रिपोर्ट में चुनाव के लिए तय सीटों, मतदाताओं, बूथों इत्यादि की जानकारी उपलब्ध करा दी गई थी.
इसके अनुसार 24 विधान परिषद सीटों के लिए होने वाले चुनाव में पंचायतीराज संस्थाओं के 1 लाख 32 हजार मतदाता शामिल होंगे. चुनाव के लिए सभी प्रखंडों में 540 बूथों का गठन होगा. बड़े प्रखंडों में दो बूथ बन सकते हैं. चुनाव में पंचायत के मुखिया, वार्ड सदस्य, पंचायत समिति के सदस्य, जिला पर्षद सदस्य भी वोटर होंगे. वहीं, शहरी निकाय से नगर पंचायत, नगर पर्षद और नगर निगम के निर्वाचित सदस्यों के अलावा कंटोनमेंट बोर्ड के सदस्य भी स्थानीय निर्वाचन क्षेत्र प्राधिकार के माध्यम से निर्वाचित होने वाले सदस्यों का चुनाव करेंगे.
विधान परिषद के स्थानीय निकाय प्राधिकार निर्वाचन क्षेत्र से निर्वाचित 24 सदस्यों का कार्यकाल 16 जुलाई 2021 में ही समाप्त हो चुका है. इन सीटों के लिए चुनाव 16 जुलाई से पहले ही हो जाना था. कोरोना काल की दूसरी लहर के दौरान पंचायत चुनाव में देरी हुई. इसके कारण अबतक इन सीटों के लिए नए सिरे से चुनाव नहीं हो सका है.
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