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जिस जर्जर भवन में शिक्षा विभाग ने चार साल पहले किया था रिजेक्ट, उसी भवन में चल रहा आंगनवाड़ी केंद्र

मसौढ़ी अनुमंडल क्षेत्र के धनरूआ प्रखंड में जर्जर भवन में आंगनवाड़ी केंद्र संचालित (Anganwadi center running in Masaurhi) हो रहा है. जिस भवन में केंद्र चल रहा है उस भवन को शिक्षा विभाग चार साल पहले ही रिजेक्ट कर दिया था. इसको लेकर ग्रामीणों में नाराजगी है. पढ़ें पूरी खबर..

जर्जर भवन में चल रहा आंगनवाड़ी केंद्र
जर्जर भवन में चल रहा आंगनवाड़ी केंद्र
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Published : Jul 22, 2022, 9:17 PM IST

पटना (मसौढ़ी): शिक्षा विभाग ने जिस भवन को 4 साल पहले जर्जर हालत में रिजेक्ट कर दिया था, अब उस स्कूल में आंगनवाड़ी केंद्र संचालित (Anganwadi center running in dilapidated building) हो रही है. ऐसे में अगर किसी दिन यहां पढ़ने वाले बच्चों के साथ कोई हादसा हो जाता है तो इसका जिम्मेवार कौन होगा. इसके दोषी कौन होंगे. हम बात कर रहे हैं मसौढ़ी अनुमंडल क्षेत्र के धनरूआ स्थित बुलाकी बिगहा गांव की.

ये भी पढ़ें-पटना: एक ही भवन में 5 स्कूलों को किया गया है मर्ज, जर्जर भवन में जान जोखिम में डालकर पढ़ते हैं बच्चे

जर्जर भवन में चल रहा आंगनवाड़ी केंद्र: बुलाकी बिगहा गांव में 4 साल पहले प्राथमिक विद्यालय बुलाकी बिगहा के भवन को जर्जर हालात में शिक्षा विभाग ने रिजेक्ट कर दिया गया था और वहां पर पठन-पाठन का कार्य बंद करवाते हुए उसे डुमरा प्राथमिक विद्यालय में टैग कर दिया गया, लेकिन उसके कुछ दिनों बाद ही इस जर्जर भवन में आंगनवाड़ी केंद्र की शुरुआत कर दी गई, वो भी बिना किसी आदेश पर. ऐसे में अगर कोई हादसा हो जाता है तो इसके जिम्मेवार कौन होंगे.

बच्चों की जिंदगी के साथ खिलवाड़: नैनिहालो की जिंदगी दांव पर लगाकर जर्जर स्कूल के भवन में आंगनवाड़ी केंद्र चलाए जाने को लेकर ग्रामीणों में आक्रोश पनप रहा है. ग्रामीण इसका लगातार विरोध कर रहे हैं. शिकायत भी दर्ज करा रहे हैं. बावजूद इसके अभी तक आंगनवाड़ी केंद्र को वहां से नहीं हटाया गया है. ग्रामीणों की मानें तो इससे पहले स्कूल चलता था, जो जर्जर होने कारण किसी दूसरे विद्यालय में शिफ्ट कर दिया गया है. लेकिन अभी भी आंगनवाड़ी केंद्र चल रहा है. कई वर्षों से शिकायत की गई है, लेकिन कोई सुनने को तैयार नहीं है.

शिक्षा पदाधिकारी ने कही जांच की बात: इस पूरे मामले में प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी नवल किशोर सिंह ने कहा है कि विभाग से उस स्कूल को जर्जर हालात में देखकर अंचलाधिकारी से जांच करवाई गई थी, उसके बाद उस स्कूल को रिजेक्ट करते हुए स्कूल को किसी दूसरे विद्यालय में टैग कर दिया गया था. अब उसमें आंगनवाड़ी केंद्र चल रहा है, तो ये बहुत गलत हो रहा है.

"चार साल पहले ही हमारे विभाग द्वारा जर्जर हालात देखते हुए अंचलाधिकारी से जांच करवाते हुए इस स्कूल को दूसरे स्कूल में टैग कर दिया गया था, लेकिन अभी आंगनवाड़ी केंद्र चल रहा है. जो गलत है, अगर कोई घटना हो जाएगी तो फिर जवाब सिडीपीओ को देना होगा."- नवल किशोर सिंह, शिक्षा पदाधिकारी, धनरुआ

"निवर्तमान सीडीपीओ ज्योति कुमार जी ने मौखिक आदेश दिया था, उसमें आंगनवाड़ी केंद्र चलाएं. लेकिन जनता का विरोध हो रहा था. ऐसे में कहीं दूसरे जगह हम किराए पर रूम ले रहे हैं."- सरोज देवी, आंगनवाड़ी सेविका, बुलाकी बिगहा

ये भी पढे़ं-पटना: भवन निर्माण विभाग के जर्जर भवन को जोड़ने की कवायद जारी

पटना (मसौढ़ी): शिक्षा विभाग ने जिस भवन को 4 साल पहले जर्जर हालत में रिजेक्ट कर दिया था, अब उस स्कूल में आंगनवाड़ी केंद्र संचालित (Anganwadi center running in dilapidated building) हो रही है. ऐसे में अगर किसी दिन यहां पढ़ने वाले बच्चों के साथ कोई हादसा हो जाता है तो इसका जिम्मेवार कौन होगा. इसके दोषी कौन होंगे. हम बात कर रहे हैं मसौढ़ी अनुमंडल क्षेत्र के धनरूआ स्थित बुलाकी बिगहा गांव की.

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जर्जर भवन में चल रहा आंगनवाड़ी केंद्र: बुलाकी बिगहा गांव में 4 साल पहले प्राथमिक विद्यालय बुलाकी बिगहा के भवन को जर्जर हालात में शिक्षा विभाग ने रिजेक्ट कर दिया गया था और वहां पर पठन-पाठन का कार्य बंद करवाते हुए उसे डुमरा प्राथमिक विद्यालय में टैग कर दिया गया, लेकिन उसके कुछ दिनों बाद ही इस जर्जर भवन में आंगनवाड़ी केंद्र की शुरुआत कर दी गई, वो भी बिना किसी आदेश पर. ऐसे में अगर कोई हादसा हो जाता है तो इसके जिम्मेवार कौन होंगे.

बच्चों की जिंदगी के साथ खिलवाड़: नैनिहालो की जिंदगी दांव पर लगाकर जर्जर स्कूल के भवन में आंगनवाड़ी केंद्र चलाए जाने को लेकर ग्रामीणों में आक्रोश पनप रहा है. ग्रामीण इसका लगातार विरोध कर रहे हैं. शिकायत भी दर्ज करा रहे हैं. बावजूद इसके अभी तक आंगनवाड़ी केंद्र को वहां से नहीं हटाया गया है. ग्रामीणों की मानें तो इससे पहले स्कूल चलता था, जो जर्जर होने कारण किसी दूसरे विद्यालय में शिफ्ट कर दिया गया है. लेकिन अभी भी आंगनवाड़ी केंद्र चल रहा है. कई वर्षों से शिकायत की गई है, लेकिन कोई सुनने को तैयार नहीं है.

शिक्षा पदाधिकारी ने कही जांच की बात: इस पूरे मामले में प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी नवल किशोर सिंह ने कहा है कि विभाग से उस स्कूल को जर्जर हालात में देखकर अंचलाधिकारी से जांच करवाई गई थी, उसके बाद उस स्कूल को रिजेक्ट करते हुए स्कूल को किसी दूसरे विद्यालय में टैग कर दिया गया था. अब उसमें आंगनवाड़ी केंद्र चल रहा है, तो ये बहुत गलत हो रहा है.

"चार साल पहले ही हमारे विभाग द्वारा जर्जर हालात देखते हुए अंचलाधिकारी से जांच करवाते हुए इस स्कूल को दूसरे स्कूल में टैग कर दिया गया था, लेकिन अभी आंगनवाड़ी केंद्र चल रहा है. जो गलत है, अगर कोई घटना हो जाएगी तो फिर जवाब सिडीपीओ को देना होगा."- नवल किशोर सिंह, शिक्षा पदाधिकारी, धनरुआ

"निवर्तमान सीडीपीओ ज्योति कुमार जी ने मौखिक आदेश दिया था, उसमें आंगनवाड़ी केंद्र चलाएं. लेकिन जनता का विरोध हो रहा था. ऐसे में कहीं दूसरे जगह हम किराए पर रूम ले रहे हैं."- सरोज देवी, आंगनवाड़ी सेविका, बुलाकी बिगहा

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