पटना: बिहार विधानसभा का मॉनसून सत्र का आज अंतिम दिन है. विपक्ष ने बाढ़ राहत को लेकर सदन में जोरदार हंगामा किया. एनडीए सरकार को घेरते हुए राजद ने आरोप लगाया कि केन्द्र की सरकार बिहार के बाढ़ पीड़ितों के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है.
विपक्षी पार्टियों ने सरकार को घेरते हुए सदन के अंदर हंगामा किया. हंगामे के कारण कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी. विपक्ष ने केंद्र पर बिहार की उपेक्षा का मामला जोर-सोर से उठाया.
केन्द्र सरकार पर RJD का बड़ा आरोप
मीडिया से बातचीत करते हुए राजद विधायक आलोक मेहता ने कहा कि केंद्र सरकार बिहार की उपेक्षा कर रही है. राजद विधायक ने आरोप लगाते हुए कहा, असम को बाढ़ राहत के बाद पैकेज मिला है. जबकि बिहार को अब तक किसी प्रकार का पैकेज नहीं मिला. देश में सबसे ज्यादा बाढ़ से मृतकों की संख्या बिहार में है. लेकिन यहां की बाढ़ प्रभावित जनता की तरफ केन्द्र सरकार का कोई ध्यान नहीं है.
बाढ़ पर विधान सभा में कार्यस्थगन प्रस्ताव
इस मुद्दे पर राजद की तरफ से विधानसभा में कार्य स्थगन भी लाया गया. हालांकि प्रस्ताव नामंजूर हो गया. विपक्षी नेताओं ने तंज कसते हुए कहा कि डबल इंजन की सरकार के बावजूद बाढ़ प्रभावित इलाकों में लोग त्राहिमाम है. गौरतलब है कि बिहार बाढ़ की विभीषिका से जूझ रहा है. सूबे के 12 जिले बाढ़ की भीषण चपेट में हैं. इससे लाखों लोग प्रभावित हैं. सैकड़ों लोगों की जान चली गयी है.