पटना: बंगाल की खाड़ी से उठने वाला यास तूफान का असर बिहार पर भी पड़ेगा. पश्चिम बंगाल और झारखंड से सटे कटिहार, किशनगंज, अररिया, पूर्णिया, भागलपुर, गया, नवादा, औरंगाबाद आदि जिले चक्रवाती तूफान से प्रभावित होंगे. मौसम विज्ञान केंद्र पटना बिहार सरकार के मुख्य सचिव और आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव को पत्र लिखकर 'यास' तूफान का बिहार पर असर के बारे में अवगत कराया है.
मौसम विभाग ने अपने पत्र में लिखा है कि या चक्रवाती तूफान आज बंगाल की खाड़ी से निकला है, जो पश्चिम बंगाल की तरफ बढ़ रहा है. यह तूफान उड़ीसा, पश्चिम बंगाल और भी कई राज्यों में अपना असर दिखाएगा. इस चक्रवाती तूफान का असर बिहार में 26 से 30 मई तक देखने को मिल सकता है. बिहार के अधिकांश भागों में तेज आंधी, तूफान, बिजली गिरने के साथ भारी बारिश होने की संभावना है.
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चक्रवाती तूफान के असर से बिहार में पेड़ गिरना, बिजली का ठप होना, राज्य के गंगा से सटे क्षेत्रों में जलजमाव की स्थिति हो सकती है. दिन में काले बादल छाए रहने के कारण रात जैसा माहौल हो सकता है.
185 kmph की रफ्तार से चलेंगी हवाएं
बंगाल की खाड़ी बनने वाले इस चक्रवात यास के सोमवार को अति गंभीर रूप लेने की आशंका है, क्योंकि रविवार को यह डिप्रेशन में बदल चुका है. इस दौरान 185 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने की चेतावनी दी गई है और मौसम विभाग के अनुसार, इसके बाद यह उत्तर व उत्तर-पश्चिम की तरफ बढ़ेगा.
तूफान का बिहार में क्या होगा असर?
यास के लैंडफॉल के समय 155 से 165 किमी/घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं, वहीं कुछ इलाकों में इसकी रफ्तार 185 की भी हो सकती है. माना जा रहा है कि यास तूफान ताउते से भी ज्यादा घातक होगा. इसे लेकर राज्यभर में 25 मई को तेज आंधी और भारी बारिश की चेतावनी दी गई है.