पटना: लोकसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद पिछले कई दिनों से कांग्रेस के प्रवक्ताओं ने टीवी डिबेट में जाना बंद कर दिया है. सोमवार से राजद ने भी अपने नेताओं को टीवी डिबेट में जाने से रोक दिया. इस पर कांग्रेस सांसद अखिलेश सिंह ने कहा है कि हम अभी हार का मंथन कर रहे हैं. जनता ने इतना बड़ा जनादेश दिया है. कुछ समय के बाद फिर से कांग्रेस के प्रवक्ता टीवी डिबेट में शामिल होने लगेंगे.
चुनावों में हार के बाद ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी ने औपचारिक घोषणा कर प्रवक्ताओं को एक महीने के लिये डिबेट में जाने से रोका था. अखिलेश सिंह ने कहा कि लोकतंत्र में नेता और जनता के बीच का सबसे सशक्त माध्यम मीडिया है. इसलिए मीडिया से किसी तरह की दूरी नहीं बनाई जा सकती. कुछ समय के बाद हम फिर से डिबेट में शामिल होंगे.
'नेताओं के बयान से पार्टियों को हुआ नुकसान'
इस पर वरिष्ठ पत्रकार एस. ए. साद कहते हैं कि कांग्रेस के प्रवक्ता और नेता जमीनी हकीकत से दूर हो गए थे. टीवी डिबेट के दौरान प्रवक्ताओं की ओर से ऐसी बयानबाजी की जा रही थी जिससे पार्टी को फायदा कम, नुकसान ज्यादा हो रहा था. यही हाल राजद प्रवक्ताओं का भी होता दिख रहा था. उन्होंने कहा कि टीवी में खुद को ज्यादा प्रभावशाली बनाने के लिए कांग्रेस और राजद के प्रवक्ता पार्टी लाइन से अलग होकर बयानबाजी करने लगते थे. जिससे कई बार मुद्दा से हटकर डिबेट में बातें होने लगती थी.
मंथन कर रही हैं दोनों पार्टियां
वरिष्ठ पत्रकार ने ये भी कहा कि इन दोनों पार्टियों की तरफ से अपने प्रवक्ताओं को सही तरीके से गाइडलाइन भी नहीं दिया जा रहा था. जिस कारण वे सही तरीके से काउंटर भी नहीं कर पा रहे थे. वहीं बीजेपी और जेडीयू के प्रवक्ता हमेशा अपडेट रहते थे. वे डिबेट में पूरी तैयारी के साथ आते थे और अपनी बातों को सही ढ़ंग से रखते थे. शायद इन्हीं सब के मंथन के लिये कांग्रेस और राजद ने अपने प्रवक्ताओं को रोका है.