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शादी की उम्र 21ः अजीत शर्मा बोले- कदम सराहनीय.. लेकिन बेटियों को बेहतर शिक्षा और रोजगार भी जरूरी

कांग्रेस विधायक दल के नेता अजीत शर्मा (Congress Leader Ajit Sharma) ने कहा कि लड़कियों की शादी की उम्र बढ़ाकर 21 साल करने का कदम सराहनीय है. लेकिन सरकार को लड़कियों की पढ़ाई और रोजगार की भी बेहतर व्यवस्था (Demand Of Good Education And Employment For Girls) करनी चाहिए. पढ़ें पूरी खबर..

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Published : Dec 25, 2021, 10:33 AM IST

अजीत शर्मा कांग्रेस नेता
अजीत शर्मा कांग्रेस नेता

पटनाः देश में लड़कियों की शादी की उम्र 18 से बढ़ाकर 21 साल करने वाला बिल लोकसभा और राज्यसभा में पास हो गया है. यानी अब देश के लड़के और लड़कियों की शादी की उम्र एक समान हो जाएगी. यह कानून सभी धर्मों पर एक समान रूप से लागू होगा. इस पर कांग्रेस नेता अजीत शर्मा ने बयान (Ajit Sharma On New Marriage Bill) दिया है.

इसे भी पढ़ें- 18 नहीं..अब 21 साल में होगी लड़कियों की शादी, पटनावासियों ने कही ये बात

लड़कियों की शादी की उम्र सीमा को बढ़ाने के केन्द्र के इस फैसले का बिहार कांग्रेस विधायक दल के नेता अजीत शर्मा ने स्वागत किया (Ajit Sharma Appreciated New Marriage Bill) है. उन्होंने कहा कि इस फैसले से लड़के और लड़कियों को अपने पैरों पर खड़े होने का मौका मिलेगा, इससे महिला सशक्त होंगी.

शादी की उम्र 21 साल करने के फैसले को कांग्रेस नेता ने सराहा

अजीत शर्मा ने कहा कि इसके लिए सभी राज्यों को पूरी आजादी और समय दिया जाना चाहिए, जिससे कि हर राज्य जमीनी स्तर पर काम कर सके. यह इसलिए कि इस कानून को एक रात में लागू नहीं किया जा सकता. बड़ी बात ये कि लड़कियों को सशक्त करने के लिए सिर्फ कानून ही काफी नहीं है. इसके लिए सरकार लड़कियों के स्कूल और कॉलेजों की संख्या भी बढ़ाए. रोजगार की व्यवस्था करे और दूरदराज के इलाकों में लड़कियों के स्कूल पहुंचने की व्यवस्था करे.

इसे भी पढ़ें- कोर्ट मैरिज के लिए लड़की की उम्र 21 साल, लेकिन मां बाप की सहमति पर 18 साल हो : खाप

अजीत शर्मा ने कहा कि अब वह समय नहीं रहा कि माता पिता जबरदस्ती अपने बच्चों की शादी करवा दें. किसी भी मां-पिता को तब तक अपने बच्चों की शादी नहीं करनी चाहिए, जब तक वे खुद नौकरी-पेशा नहीं करने लगे. उन्होंने अपनी बेटी का उदाहरण देते हुए कहा कि मेरी बेटी जब 22 साल की थी, तब मैंने उससे शादी करने के लिए कहा तो उसने मना कर दिया था. अब खुद के पैरों पर खड़ी हो गई है तो 25 साल की उम्र में शादी की.

लोगों से अपील करते हुए कांग्रेस नेता ने कहा कि लड़कियों को बोझ नहीं समझना चाहिए. वह तो घर की लक्ष्मी होती है. बाल-विवाह का जमाना भी अब नहीं रहा. अब अत्यंत गरीब परिवार के काफी कम लोग ही ऐसा करते हैं.

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पटनाः देश में लड़कियों की शादी की उम्र 18 से बढ़ाकर 21 साल करने वाला बिल लोकसभा और राज्यसभा में पास हो गया है. यानी अब देश के लड़के और लड़कियों की शादी की उम्र एक समान हो जाएगी. यह कानून सभी धर्मों पर एक समान रूप से लागू होगा. इस पर कांग्रेस नेता अजीत शर्मा ने बयान (Ajit Sharma On New Marriage Bill) दिया है.

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लड़कियों की शादी की उम्र सीमा को बढ़ाने के केन्द्र के इस फैसले का बिहार कांग्रेस विधायक दल के नेता अजीत शर्मा ने स्वागत किया (Ajit Sharma Appreciated New Marriage Bill) है. उन्होंने कहा कि इस फैसले से लड़के और लड़कियों को अपने पैरों पर खड़े होने का मौका मिलेगा, इससे महिला सशक्त होंगी.

शादी की उम्र 21 साल करने के फैसले को कांग्रेस नेता ने सराहा

अजीत शर्मा ने कहा कि इसके लिए सभी राज्यों को पूरी आजादी और समय दिया जाना चाहिए, जिससे कि हर राज्य जमीनी स्तर पर काम कर सके. यह इसलिए कि इस कानून को एक रात में लागू नहीं किया जा सकता. बड़ी बात ये कि लड़कियों को सशक्त करने के लिए सिर्फ कानून ही काफी नहीं है. इसके लिए सरकार लड़कियों के स्कूल और कॉलेजों की संख्या भी बढ़ाए. रोजगार की व्यवस्था करे और दूरदराज के इलाकों में लड़कियों के स्कूल पहुंचने की व्यवस्था करे.

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अजीत शर्मा ने कहा कि अब वह समय नहीं रहा कि माता पिता जबरदस्ती अपने बच्चों की शादी करवा दें. किसी भी मां-पिता को तब तक अपने बच्चों की शादी नहीं करनी चाहिए, जब तक वे खुद नौकरी-पेशा नहीं करने लगे. उन्होंने अपनी बेटी का उदाहरण देते हुए कहा कि मेरी बेटी जब 22 साल की थी, तब मैंने उससे शादी करने के लिए कहा तो उसने मना कर दिया था. अब खुद के पैरों पर खड़ी हो गई है तो 25 साल की उम्र में शादी की.

लोगों से अपील करते हुए कांग्रेस नेता ने कहा कि लड़कियों को बोझ नहीं समझना चाहिए. वह तो घर की लक्ष्मी होती है. बाल-विवाह का जमाना भी अब नहीं रहा. अब अत्यंत गरीब परिवार के काफी कम लोग ही ऐसा करते हैं.

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