पटना: राजधानी में आइसा राष्ट्रीय परिषद की चल रही दो दिवसीय बैठक समाप्त हुई. बैठक में विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की गई. वहीं, आगामी आंदोलन की रणनीति भी बनाई गई. आइसा महासचिव संदीप सौरव ने बताया कि बैठक में फैसला लिया गया कि अधिक लोगों को जोड़कर संगठन का विस्तार किया जाएगा.
जनवरी में आंदोलन के मूड में आइसा
आइसा की इस बैठक को लेकर संगठन से जुड़े छात्र नेताओं ने कहा कि आइसा छात्रों, नौजवानों की समस्या स्वास्थ्य और शिक्षा की समस्या को प्रमुखता से देखते हुए इन मुद्दों पर जनवरी से राज्यव्यापी आंदोलन चलाएगी.
अन्य राज्यों के चुनाव में भी आइसा करेगी नेरेटिव सेट
वहीं, आइसा के राष्ट्रीय सचिव एन साईं बालाजी ने कहा कि मुख्य रूप से स्वास्थ्य, शिक्षा और रोजगार को लेकर हम पूरे देश में आंदोलन करेंगे. जैसे ही कोरोना महामारी समाप्त होगी उसके बाद व्यापक रूप से बड़े आंदोलन किए जाएंगे. साथ ही जिस तरीके से बिहार में हमने छात्रों नौजवानों के मुद्दों को चुनाव का एजेंडा बनाया था जिसके बाद एनडीए सरकार ने 19 लाख रोजगार देने की बात कही थी अगर सरकार ऐसा नहीं करती तो हम सरकार के खिलाफ आंदोलन करेंगे. बिहार के तर्ज पर ही आगामी बंगाल ,आसाम और तमिलनाडु में चुनाव की तैयारी की जाएगी. छात्र नौजवानों की समस्याओं को भी प्रमुखता से चुनाव में मुद्दा बनाया जाएगा.