पटना: बिहार की राजधानी पटना (Patna) में एसटीईटी अभ्यार्थियों (STET) पर हुए लाठीचार्ज के खिलाफ आइसा और इनौस ने राज्यव्यापी धिक्कार दिवस का आह्वान किया था. इसके तहत पटना के कारगिल चौक पर भी आइसा (AISA) और इनौस (INOS) के कार्यकर्ताओं और छात्रों ने प्रदर्शन किया है. उन्होंने बिहार सरकार और शिक्षा मंत्री (Bihar Education Minister) के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए पुतला भी फूंका है.
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न्याय दिलाने की कही बात
एसटीईटी अभ्यार्थियों पर हुए लाठीचार्ज मामले को लेकर आइसा राज्य सचिव आकाश कश्यप ने कहा कि सरकार नहीं चाहती है कि युवाओं को रोजगार मिले. इसी वजह से अभ्यर्थियों पर लाठीचार्ज करवाया गया है. उन्होंने कहा कि वे शुरुआती दिनों से एसटीईटी अभ्यर्थियों के आंदोलन के साथ हैं और उन्हें न्याय दिलाकर ही रहेंगे.
अभ्यर्थियों को ने सरकार उलझाया
'एसटीईटी अभ्यर्थियों पर लाठीचार्ज से साफ नजर आ रहा है कि सरकार अभ्यर्थियों को उलझा कर रोजगार से बेदखल करना चाहती है. सरकार कभी मेरिट लिस्ट की बात करती है तो कभी नियोजन की. छात्रों को पूरी तरह से उलझा दिया गया है. साथ ही जो मेरिट लिस्ट आई है, उसमें काफी धांधली भी हुई है.' -आकाश कश्यप, राजस्व सचिव, आइसा
आंदोलन करने की बात
आकाश कश्यप ने कहा कि सरकार जब तक सभी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र नहीं दे देती, तब तक यह आंदोलन सड़कों पर इसी तरीके से चलेगा. वहीं, आने वाले समय में और मजबूती के साथ आंदोलन किया जाएगा.
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अभ्यर्थियों का फूटा गुस्सा
बता दें कि 2019 शिक्षक बहाली पात्रता परीक्षा पास करने के बाद भी रिजल्ट प्रकाशित नहीं किए जाने के बाद अभ्यर्थियों का गुस्सा फूट पड़ा है. बिहार में जब से शिक्षकों की नियुक्ति को लेकर मेरिट लिस्ट (Bihar STET Result) जारी की गई है, तब से अभ्यर्थियों की ओर से धांधली के आरोप लगाए जा रहे हैं.