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AICTU का 15 मार्च को निजीकरण विरोध दिवस, 26 मार्च को भारत बंद - संयुक्त किसान मोर्चा

ऑल इंडिया सेंट्रल काउंसिल ऑफ ट्रेड यूनियन (एक्टू) ने राजधानी पटना में शुक्रवार को केंद्रीय कार्यकारिणी की दो दिवसीय बैठक बुलाई. बैठक में पूरे देश से एक्टू के नेता शामिल हुए. इस बैठक में यह फैसला लिया गया कि आगामी 15 मार्च को एक्टू निजीकरण विरोध दिवस मनाएगी. वहीं, 26 मार्च को संयुक्त किसान मोर्चा के बुलाए गए भारत बंद को सफल करेगी.

पटना
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Published : Mar 13, 2021, 4:35 AM IST

पटना: ऑल इंडिया सेंट्रल काउंसिल ऑफ ट्रेड यूनियन (एक्टू) ने राजधानी पटना में शुक्रवार को केंद्रीय कार्यकारिणी की दो दिवसीय बैठक बुलाई. बैठक में पूरे देश से एक्टू के नेता शामिल हुए. बैठक में मुख्य रूप से आगामी रणनीति की चर्चा की गई.

देखें रिपोर्ट

यह भी पढ़ें: उपेंद्र कुशवाहा ने जदयू की ओर किया रुख तो टूटी पार्टी, 2 दर्जन से अधिक नेताओं ने थामा लालटेन

कृषि कानून प्रत्येक नागरिकों के हक के खिलाफ
एक्टू के राष्ट्रीय महासचिव राजीव डिमरी ने बताया कि देश में किसानों का ऐतिहासिक आंदोलन चल रहा है. उन्होंने कहा कि इन कृषि कानूनों से किसानों को ही नहीं बल्कि देश के प्रत्येक नागरिकों को भी इससे नुकसान होगा. इसलिए देश के किसान इसे लेकर आंदोलन कर रहे हैं. राजीव ने कहा कि हमारे बैठक का मुख्य उद्देश्य किसान और मजदूर एकता को मजबूत करना है.

एक्टू करेगी 15 मार्च को विरोध प्रदर्शन
बैठक में किसान और मजदूर विरोधी कानूनों के खिलाफ आंदोलन की रणनीति तैयार की गई. एक्टू आगामी 15 मार्च को निजीकरण विरोधी दिवस मनाएगी. वहीं, 16 मार्च को आशा कर्मियों का प्रदेश भर में विरोध प्रदर्शन होगा, जबकि 17 मार्च को बीमा कर्मचारियों और अधिकारियों की देशव्यापी हड़ताल होगी. वहीं, 18 मार्च को एलआईसी कर्मियों की देशव्यापी हड़ताल रहेगी. 23 मार्च को स्वामी सहजानंद सरस्वती के जयंती पर जगह-जगह विभिन्न कार्यक्रमों के तहत प्रदर्शन किया जाएगा. साथ ही 26 मार्च को संयुक्त किसान मोर्चा का भारत बंद होगा और इन सभी में एक्टू अपनी अहम भूमिका निभाएगी और इन प्रदर्शनों में शामिल होकर इसे सफल बनाएगी.

पटना: ऑल इंडिया सेंट्रल काउंसिल ऑफ ट्रेड यूनियन (एक्टू) ने राजधानी पटना में शुक्रवार को केंद्रीय कार्यकारिणी की दो दिवसीय बैठक बुलाई. बैठक में पूरे देश से एक्टू के नेता शामिल हुए. बैठक में मुख्य रूप से आगामी रणनीति की चर्चा की गई.

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कृषि कानून प्रत्येक नागरिकों के हक के खिलाफ
एक्टू के राष्ट्रीय महासचिव राजीव डिमरी ने बताया कि देश में किसानों का ऐतिहासिक आंदोलन चल रहा है. उन्होंने कहा कि इन कृषि कानूनों से किसानों को ही नहीं बल्कि देश के प्रत्येक नागरिकों को भी इससे नुकसान होगा. इसलिए देश के किसान इसे लेकर आंदोलन कर रहे हैं. राजीव ने कहा कि हमारे बैठक का मुख्य उद्देश्य किसान और मजदूर एकता को मजबूत करना है.

एक्टू करेगी 15 मार्च को विरोध प्रदर्शन
बैठक में किसान और मजदूर विरोधी कानूनों के खिलाफ आंदोलन की रणनीति तैयार की गई. एक्टू आगामी 15 मार्च को निजीकरण विरोधी दिवस मनाएगी. वहीं, 16 मार्च को आशा कर्मियों का प्रदेश भर में विरोध प्रदर्शन होगा, जबकि 17 मार्च को बीमा कर्मचारियों और अधिकारियों की देशव्यापी हड़ताल होगी. वहीं, 18 मार्च को एलआईसी कर्मियों की देशव्यापी हड़ताल रहेगी. 23 मार्च को स्वामी सहजानंद सरस्वती के जयंती पर जगह-जगह विभिन्न कार्यक्रमों के तहत प्रदर्शन किया जाएगा. साथ ही 26 मार्च को संयुक्त किसान मोर्चा का भारत बंद होगा और इन सभी में एक्टू अपनी अहम भूमिका निभाएगी और इन प्रदर्शनों में शामिल होकर इसे सफल बनाएगी.

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