पटना: बिहार में इस बार कम बारिश का होना और जलस्तर में लगातार हो रही भारी कमी ने नीतीश सरकार की चिंता बढ़ा दी है. सीएम नीतीश कुमार ने तो यहां तक कह दिया है कि मौसम विभाग कुछ भी कहे मुझे इस बार लग रहा है भारी सूखा पड़ेगा. सीएम के बाद अब सूबे के कृषि मंत्री प्रेम कुमार ने भी इस बात को माना है कि मौसम में हो रहे लगातार बदलाव के कारण सूखा पड़ने की संभावना बढ़ गई है. जिसने हम सब की चिंता बढ़ा दी है.
मौसम में लगातार हो रहे बदलाव को बताया कारण
कृषि मंत्री प्रेम कुमार ने कहा कि सीएम की आशंका व्यर्थ नहीं है. इस बार जिस तरह से बारिश कम हो रही है. उससे जलस्तर में तो कमी आ ही रही है और सुखाड़ की भी संभावना काफी बढ़ गई है. उन्होंने फुलवारीशरीफ में अयोजित एक कार्यक्रम में मीडिया से बात करते हुए कहा कि मौसम में हो रहे बदलाव के कारण राज्य में पानी का संकट खड़ा हो गया है. इसकी वजह से कृषि के क्षेत्र में तो गंभीर चुनौती है ही साथ में पीने के पानी की समस्या भी गहरा गई है. कृषि मंत्री ने कहा कि ऐसे में सुखाड़ की स्थिति सरकार के लिए एक गंभीर समस्या है, जिससे सभी को मिलकर निपटना होगा.
13 तारीख को सीएम के साथ बैठक
कृषि मंत्री ने कहा कि सुखाड़ को लेकर सीएम के साथ-साथ सरकार में बैठे सभी लोग चिंतित हैं. इसको लेकर इसी महीने की 13 तारीख को सीएम के साथ सभी प्रतिनिधि यानी विधायक, विधान पार्षद, सभी विभाग के मंत्री और एक्सपर्ट एक साथ बैठेंगे. बैठक में मौसम के बदलते परिवेश के साथ ही कम बारिश का होना, समय पर बारिश न होना जैसे मुद्दों पर भी गहन विचार विमर्श होगा. साथ ही सभी लोग एक साथ इस बात पर भी विचार करेंगे कि पानी को कैसे बचाया जाए.
लोगों को जागरूक करना सबसे ज्यादा जरूरी
प्रेम कुमार ने कहा कि इन सारी चुनौतियों से निपटने के लिए तैयारी कैसे की जाए इसकी भी रूपरेखा 13 जुलाई की बैठक में बनाई जाएगी. कृषि मंत्री ने बताया कि पानी के बचाव के लिए लोगों को जागरूक करना सबसे ज्यादा जरूरी है. लिहाजा हर किसी को आगे आना होगा.