ETV Bharat / state

Patna News: 290 स्कूलों में हुआ शिक्षा के अधिकार अधिनियम के तहत अभिवंचित वर्ग के बच्चों का एडमिशन- शिक्षा मंत्री - Etv Bharat News

राजधानी पटना के स्वीकृति प्राप्त 449 निजी विद्यालयों में से 290 निजी विद्यालयों में ही अनिवार्य शिक्षा अधिनियम के तहत और अभिवंचित वर्ग के बच्चों का नामांकन लिया (Right to Education Act) गया है. जबकि 209 स्कूल ऐसे भी हैं, जिसमें अधिनियम के तहत इस वर्ग के बच्चों का नामांकन नहीं लिया गया है. विभागीय स्तर पर यह जानकारी शिक्षा मंत्री प्रोफेसर चंद्रशेखर ने शुक्रवार को बिहार विधान परिषद में दी. पढे़ं पूरी खबर...

Etv Bharat
Etv Bharat
author img

By

Published : Mar 3, 2023, 11:01 PM IST

पटना: बिहार विधान परिषद (Bihar Legislative Counci) lमें ध्यानाकर्षण सूचना के तहत विधान पार्षद रामबली सिंह ने सरकार से आसन के द्वारा यह जानकारी मांगी थी कि शिक्षा का अधिकार संविधान के अनुच्छेद 21 (क) में मौलिक अधिकार घोषित किया गया है. जिसके तहत कमजोर वर्ग के विद्यार्थियों को निशुल्क शिक्षा प्रदान करने के लिए राइट टू एजुकेशन एक्ट 2010 अधिनियमित किया गया है. उक्त प्रावधानों के अनुसार पटना के निजी विद्यालयों में इस अधिनियम के तहत कमजोर वर्ग के बच्चों को नामांकन की कुल कितनी संख्या है और किन-किन विद्यालयों में है?. अगर अपेक्षित संख्या में निजी विद्यालयों में कमजोर वर्ग के बच्चों की संख्या कम है तो शिक्षा का अधिकार 2010 के अंतर्गत शत-प्रतिशत नामांकन के लिए सरकार कौन सा कदम उठा रही है?.

ये भी पढ़ें- Ramcharitmanas Controversy: शिक्षा मंत्री पर भड़के नीतीश के विधायक, कहा- 'दिक्कत है तो बदल लें धर्म'

अनिवार्य शिक्षा अधिनियम के तहत पूछा गया सवाल : इस ध्यानाकर्षण सूचना पर आसन को जानकारी देते हुए राज्य के शिक्षा मंत्री प्रोफ़ेसर चंद्रशेखर ने बताया कि- "वस्तुस्थिति यह है कि उन बच्चों की मुफ्त एवं अनिवार्य शिक्षा अधिनियम की धारा 12 के प्रावधानों के तहत मान्यता प्राप्त निजी विद्यालयों के प्रथम प्रवेश कक्षा में कुल सीटों के 25% सीटों पर अलाभकारी/ अभिवंचित वर्ग के बच्चों का नामांकन लिया जाना अनिवार्य है. शैक्षणिक सत्र 2022-23 में पटना जिले के 290 विद्यालयों के द्वारा 2247 बच्चों के नामांकन की सूचना दी गई है.

पोर्टल विकसित करने की कवायद : बिहार शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर (Bihar Education Minister Chandrashekhar) ने यह भी जानकारी दी की शैक्षणिक सत्र 2022-23 में पटना में प्रस्वीकृति प्राप्त निजी विद्यालयों की कुल संख्या 449 है. प्रस्वीकृति प्राप्त निजी विद्यालयों (अल्पसंख्यक को छोड़कर) के प्रारंभिक कक्षा में नामांकन के निमित्त शैक्षणिक सत्र के प्रारंभ में सभी संबंधों को उक्त प्रावधान की सूचना दी जाती है ताकि इसका क्रियान्वयन ज्यादा से ज्यादा हो. उन्होंने सदन को यह भी बताया कि इस कोटि के अंतर्गत शत-प्रतिशत नामांकन करने हेतु पोर्टल विकसित करने की भी कार्रवाई की जा रही है.

पटना: बिहार विधान परिषद (Bihar Legislative Counci) lमें ध्यानाकर्षण सूचना के तहत विधान पार्षद रामबली सिंह ने सरकार से आसन के द्वारा यह जानकारी मांगी थी कि शिक्षा का अधिकार संविधान के अनुच्छेद 21 (क) में मौलिक अधिकार घोषित किया गया है. जिसके तहत कमजोर वर्ग के विद्यार्थियों को निशुल्क शिक्षा प्रदान करने के लिए राइट टू एजुकेशन एक्ट 2010 अधिनियमित किया गया है. उक्त प्रावधानों के अनुसार पटना के निजी विद्यालयों में इस अधिनियम के तहत कमजोर वर्ग के बच्चों को नामांकन की कुल कितनी संख्या है और किन-किन विद्यालयों में है?. अगर अपेक्षित संख्या में निजी विद्यालयों में कमजोर वर्ग के बच्चों की संख्या कम है तो शिक्षा का अधिकार 2010 के अंतर्गत शत-प्रतिशत नामांकन के लिए सरकार कौन सा कदम उठा रही है?.

ये भी पढ़ें- Ramcharitmanas Controversy: शिक्षा मंत्री पर भड़के नीतीश के विधायक, कहा- 'दिक्कत है तो बदल लें धर्म'

अनिवार्य शिक्षा अधिनियम के तहत पूछा गया सवाल : इस ध्यानाकर्षण सूचना पर आसन को जानकारी देते हुए राज्य के शिक्षा मंत्री प्रोफ़ेसर चंद्रशेखर ने बताया कि- "वस्तुस्थिति यह है कि उन बच्चों की मुफ्त एवं अनिवार्य शिक्षा अधिनियम की धारा 12 के प्रावधानों के तहत मान्यता प्राप्त निजी विद्यालयों के प्रथम प्रवेश कक्षा में कुल सीटों के 25% सीटों पर अलाभकारी/ अभिवंचित वर्ग के बच्चों का नामांकन लिया जाना अनिवार्य है. शैक्षणिक सत्र 2022-23 में पटना जिले के 290 विद्यालयों के द्वारा 2247 बच्चों के नामांकन की सूचना दी गई है.

पोर्टल विकसित करने की कवायद : बिहार शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर (Bihar Education Minister Chandrashekhar) ने यह भी जानकारी दी की शैक्षणिक सत्र 2022-23 में पटना में प्रस्वीकृति प्राप्त निजी विद्यालयों की कुल संख्या 449 है. प्रस्वीकृति प्राप्त निजी विद्यालयों (अल्पसंख्यक को छोड़कर) के प्रारंभिक कक्षा में नामांकन के निमित्त शैक्षणिक सत्र के प्रारंभ में सभी संबंधों को उक्त प्रावधान की सूचना दी जाती है ताकि इसका क्रियान्वयन ज्यादा से ज्यादा हो. उन्होंने सदन को यह भी बताया कि इस कोटि के अंतर्गत शत-प्रतिशत नामांकन करने हेतु पोर्टल विकसित करने की भी कार्रवाई की जा रही है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.