पटना: बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर पहले चरण का नामांकन 1 अक्टूबर से शुरू हो गया है. इसे लेकर जिला प्रशासन ने सभी आवश्यक तैयारी पूरी कर ली है. एक ओर जहां जिलाधिकारी रवि शंकर चौधरी हैं. वहीं, दूसरी ओर विधि व्यवस्था के बनाए रखने के लिए अनुमंडल अधिकारी दुर्गेश कुमार मुस्तैदी से कार्य में डटे हुए हैं. लेकिन नामांकन को लेकर पहले दिन अभी तक एक भी उम्मीदवार नहीं पहुंचे हैं.
नामांकन केंद्र पर पसरा सन्नाटा
प्रमुख राजनीतिक दलों और गठबंधनों में उम्मीदवारों की घोषणा को लेकर फंसा पेज का ही असर है कि वर्तमान विधायक से लेकर संभावित प्रत्याशी अपनी दावेदारी को लेकर संशय में हैं. जिसका सीधा प्रभाव नामांकन केंद्र में पसरा सन्नाटे के रूप में सामने आ रहा है. हर बार जहां नामांकन के पहले दिन से ही अनुमंडल कार्यालय में लोगों की भीड़ लगने लगती थी. वहीं, इस बार कार्यालय में सन्नाटा पसरा नजर आ रहा है. यहां तक कि किसी ने एनआर भी कटाना मुनासिब नहीं समझा है.
एनआर कटाने के लिए भी नहीं पहुंचे लोग
बता दें कि लोकतंत्र के महापर्व में कोरोना काल में भीड़ भाड़ नहीं लगाने की अनुमति है. लेकिन फिलहाल सीटों की खींचातानी इस कदर है कि नामांकन तो दूर की बात एनआर कटाने के लिए भी लोग नहीं आ रहे हैं. नामांकन केंद्र पर सिर्फ प्रशासनिक अधिकारी और सुरक्षाकर्मी ही नजर आ रहे हैं.