पटनाः बिहार में आए दिन आपराधिक घटनाएं सामने आ रही हैं. इसे लेकर विपक्ष सरकार पर हमलावर है. राज्य में बढ़ते क्राइम ग्राफ को देखते हुए सरकार कई जरूरी कदम उठा रही है. इसी कड़ी में अपराधियों की गतिविधियों पर नजर रखने और सुरक्षा के दृष्टिकोण से जिले में सीसीटीवी नेटवर्क बढ़ाने की तैयारी की जी रही है. इसके तहत प्रशासन ने राजधानी के आवासीय अपार्टमेंट कमर्शियल कॉम्प्लेक्स, बैंक, पेट्रोल पंप, ज्वेलरी शॉप, अस्पताल और अन्य सार्वजनिक संस्थानों में सीसीटीवी कैमरे लगाने के निर्देश जारी किए हैं.
मेंटेनेंस के अभाव में खराब पड़े हैं कैमरे
सरकार एक ओर अपराध पर लगाम लगाने के लिए जरूरी कदम उठाने की बात कर रही है. वहीं, ये दावे खोखले साबित होते नजर आ रहे हैं. पटना में पहले से लगाए 70 प्रतिशत सीसीटीवी कैमरे मेंटेनेंस के अभाव में खराब हो चुके हैं. हालांकि इनके मरम्मत का आदेश जारी किया जा चुका है. पटना जिला प्रशासन सीसीटीवी नेटवर्क को आगे बढ़ाने की नई कार्य योजना बना रहा है.
"दुकान में सीसीटीवी कैमरा लहगाता बहुत अनिवार्य है. हमलोग रात को दुकान बंद करके जाते हुए निश्चिंत रहते हैं. साथ ही दुकान के स्टाफ पर भी इससे नजर रखी जा सकती है."- राकेश राज, दुकानदार
"सीसीटीवी लगाने से हमारी और आम लोगों दोनों की सुरक्षा है. अगर दुकान में आकर कोई किसी तरह की गड़बड़ी करने की कोशिश करता है तो वह आशानी से पकड़ में आ सकता है. जिला प्रशासन की तरफ से सीसीटीवी लगाए जाने का फैसला बिल्कुल सही है."- राजकुमार, ज्वेलरी दुकानदार
अपराधियों को पकड़ने में होती है सुविधा
राजधानी के दुकानदारों ने भी बताया कि सीसीटीवी कैमरे होने से वे भी अपने दुकानों की सुरक्षा को लेकर निश्चिंत रहते हैं. साथ ही किसी तरह की घटना होने पर पुलिस को भी अपराधियों को पकड़ने में सुविधा होती है. दुकानदारों ने कहा कि दुकान पर सीसीटीवी होने से अपराधियों के मन में भी एक डर होता है, इसिलिए इसे लगाना काफी महत्वपूर्ण हो गया है.
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"पटना में जितने भी अपार्टमेंट और कॉमर्शियल कॉम्प्लेक्स हैं सबमें सीसीटीव कैमरा नहीं होने से लोग खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं. प्रमंडलीय सुरक्षा समिति की बैठक में सभी जगह सीसीटीवी लगाना अनिवार्य कर दिया गया है. साथ ही जहां कैमरे खराब पड़ गए हैं उन्हें 28 फरवरी तक ठीक किया जाएगा. सीसीटीवी लगे होने से क्रिमिनल्स भी किसी घटना को अंजाम देने से पहले कई बार सोचते हैं."- संजय अग्रवाल, पटना प्रमंडलीय आयुक्त
31 मार्च तक सीसीटीवी कैमरे लगाने के निर्देश
दरअसल हैदराबाद पुलिस अपने कॉलोनियों और अन्य सार्वजनिक स्थानों को सुरक्षित रखने के लिए चार लाख नए सीसीटीवी कैमरे स्थापित करने की योजना बना रही है. इसी कड़ी में पटना प्रमंडलीय आयुक्त संजय कुमार अग्रवाल ने 1 फरवरी को बैठक करके आवासीय अपार्टमेंट, कमर्शियल कॉम्प्लेक्स, बैंक, पेट्रोल पंप, ज्वेलरी शॉप और अस्पताल में 31 मार्च तक सीसीटीवी कैमरे लगाने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि इससे अपराध पर लगाम लगाने में मदद मिलेगी.
लोगों की सुरक्षा को देखते हुए लिया गया निर्णय
पटना प्रमंडलीय आयुक्त संजय कुमार अग्रवाल ने कहा कि बढ़ते हुए अपराध और शहर के साथ ग्रामीण क्षेत्रों के बैंकों, पेट्रोल पंप में लूट संबंधित आ रही सूचना को देखते हुए वहां सीसीटीवी लगाना अनिवार्य किया गया है. उन्होंने बताया कि पटना और दानापुर के आसपास बने दो हजार अपार्टमेंट में रहने वाले तीन से चार-लाख लोगों की सुरक्षा को देखते हुए इन इलाकों में भी सीसीटीवी कैमरे लगाने के आदेश जारी किए गए हैं.
सीसीटीवी संबंधित बिंदु का कॉलम भरना होगा आवश्यक
संजय कुमार अग्रवाल ने बताया कि आगे भविष्य में अपार्टमेंट कमर्शियल कॉम्प्लेक्स का नक्शा पास कराने के दौरान ही सीसीटीवी संबंधित बिंदु का उल्लेख करना आवश्यक होगा. उन्होंने बताया कि बिना सीसीटीवी संबंधित बिंदु के कॉलम को भरे अपार्टमेंट या कमर्शियल कॉम्प्लेक्स का नक्शा पास नहीं किया जाएगा. आने वाले दिनों में पटना जिला के बॉर्डर से लेकर शहर के चप्पे-चप्पे पर कैमरे लगाकर सीसीटीवी कंट्रोल एंड कमांड सेंटर पुलिस कार्यालय में स्थापित किया जाएगा.
अपराध नियंत्रण में कितनी कारगर नई योजना
सरकार क्राइम ग्राफ नीचे करने के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाने की बात तो कर रही है. लेकिन पटना में पहले से लगाए गए कैमरे हाथी के दांत ही साबित हो रहे हैं. अब ऐसे में देखना होगा कि सरकार की यह नई योजना अपराध नियंत्रण में कितनी कारगर साबित होती है.