पटना: साल 2016 के पंचायत चुनाव (Panchayat Election 2016) की तुलना में इस बार के पंचायत चुनाव (Bihar Panchayat Election) में हिंसा और हंगामा कम देखने को मिल रहा है. पुलिस मुख्यालय (Police Headquarters) द्वारा रणनीति बनाकर बूथवार रणनीति बनाकर चौकसी बरतने को इसका मुख्य कारण माना जा रहा है. इसके अलावे चुनाव के दिन सभी जिले के डीएम और एसपी को जब तक पूर्ण रूप से चुनाव संपन्न नहीं हो जाए, तब तक निरीक्षण करने का निर्देश दिया है.
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पुलिस मुख्यालय ने सभी जिला के पुलिस अधीक्षक को व्हाट्सएप पर बूथ से सेल्फी लेकर भेजने को कहा है. जिस वजह से पुलिसकर्मी इस बार काफी सजग हैं और हिंसा की घटनाओं में पहले के पंचायत चुनाव की तुलना में काफी कमी इस बार देखने को मिल रही है. पुलिस मुख्यालय के एडीजी जितेंद्र सिंह गंगवार के मुताबिक के पुलिस अधीक्षक और मजिस्ट्रेट के नेतृत्व में पुलिस की टीम लगातार मॉनिटरिंग कर रही है.
"पुलिस टीम की मॉनिटरिंग के कारण लोगों में चुनाव को लेकर इस बार काफी उत्साह देखने को मिल रहा है. पहले की चुनाव की तुलना में महिला वोटर्स भी अपने घरों से निकलकर मतदान कर रही हैं."- जितेंद्र सिंह गंगवार, एडीजी, पुलिस मुख्यालय
एडीजी ने बताया कि उपद्रवियों, अपराधियों और हंगामा करने वाले लोगों को चिन्हित कर उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई करने के कारण स्थिति काफी नियंत्रित इस पर देखी जा रही है. पुलिस मुख्यालय द्वारा मिल रही जानकारी के अनुसार अब तक लगभग 2 लाख 40 हजार आपराधिक तत्वों के लोगों से बॉन्ड भरवाया गया है.
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वहीं पुलिस द्वारा अब तक 700 हथियार 3500 कारतूस जब्त किए गए हैं. पुलिस द्वारा पंचायत चुनाव के मद्देनजर 20800 लोगों की गिरफ्तारी और 2831 लोगों पर सीसीए के तहत कार्रवाई की गई है. वाहन चेकिंग अभियान में सात करोड़ 75 लाख 1395 रुपए की वसूली की गई है. पुलिस द्वारा लगातार चलाए जा रहे हैं अभियान के मद्देनजर पंचायत चुनाव में छिटपुट घटनाओं को छोड़कर बड़ी हिंसक घटनाएं घटित नहीं हो रही हैं.
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पुलिस मुख्यालय के अनुसार इस बार के पंचायत चुनाव में हर थाना और प्रखंडवार संदिग्धों की सूची तैयार की गई और इसके आधार पर कार्रवाई की गई है. व्यापक अभियान चलाकर लगातार संदिग्धों की गिरफ्तारी कराई जा रही है. इस बार सुरक्षा को लेकर केंद्रीकृत तरीके से चौकसी बरती जा रही है. इसके अलावा पुलिस मुख्यालय के स्तर से यह सख्त आदेश जारी किया गया है कि चुनाव के दिन संबंधित जिले के डीएम और एसपी बूथ पर जाएंगे. वह निरीक्षण करते हुए अपनी फोटो एडीजी विधि व्यवस्था के व्हाट्सएप ग्रुप पर अनिवार्य रूप से डालेंगे.
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कहीं ना कहीं अधिकारियों के एक्टिव रहने का काफी असर चुनाव के दौरान विधि व्यवस्था को बनाए रखने पर पड़ता है. इसी संबंध में चुनाव को लेकर तैयार मॉनिटरिंग सेल को खासतौर से एक्टिव और अलर्ट रखा गया है. पंचायत चुनाव शांतिपूर्ण संपन्न कराने के लिए हर स्तर की व्यवस्था पुलिस मुख्यालय द्वारा की गई है.
बता दें कि बिहार में पांच चरणों का पंचायत चुनाव संपन्न हो चुका है. छठे चरण में 3 नवंबर को राज्य के 37 जिलों के 57 प्रखंड में मतदान होगा. छठे चरण के चुनाव को लेकर भी प्रशासनिक तैयारियां जोरों पर चल रही है. ईवीएम सीलिंग का कार्य संपन्न हो चुका है, ऐसे में पेट्रोलिंग पार्टी का डिस्पैच का कार्य शुक्रवार से प्रारंभ हो चुका है.