पटना: बिहार में इन दिनों लगातार साइबर फ्रॉड की घटनाओं में वृद्धि हो रही है. साइबर ठगी के लिए आए दिन नए-नए तरीके साइबर फ्रॉड के माध्यम से अख्तियार किए जा रहे हैं. राज्य में नए मामलों के अनुसार साइबर अपराधी लोगों के नंबर का डाटा चुरा ले रहे हैं. आर्थिक अपराध इकाई के एडीजी जेएस गंगवार की माने तो विगत सालों की तुलना में इन दिनों ज्यादातर काम डिजिटल माध्यम से हो रहे हैं, जिसका फायदा साइबर अपराधी लगातार उठा रहे हैं.
लोन के नाम पर ठगी
एडीजीजे एस गंगवार के मुताबिक साइबर फ्रॉड के माध्यम से आम जनता को विभिन्न तरह के प्रलोभन देकर उनकी कमाई को लूटा जा रहा है. साइबर फ्रॉड के माध्यम से केवाईसी के नाम पर फर्जी व्हाट्सएप और ईमेल के माध्यम से मैसेज कर उस लिंक पर क्लिक करने को कहा जा रहा है. तो वहीं युवाओं को लोन के नाम पर ठगी का मामला इन दिनों ज्यादा आर्थिक अपराध इकाई पहुंच रहा है.
लिंक पर क्लिक न करने की अपील
जितेंद्र सिंह गंगवार ने आम जनता से अपील किया है कि अननोन नंबर से आए मैसेज ईमेल पर भूलकर भी क्लिक न करें. वरना उनकी कमाई निकाल ली जाएगी. आम लोगों को व्हाट्सएप के माध्यम से फर्जी नौकरी का ऑफर भी इन दिनों दिया जा रहा है. पुलिस विभाग के आर्थिक अपराध इकाई की ओर से इसको लेकर अलर्ट किया गया है.
साइबर फ्रॉड से बचा जा सकता है लेकिन उसके लिए सावधानी जरूरी है और सही जानकारी होनी चाहिए- यदि किसी के साथ साइबर फ्रॉड होता है तो वह सख्स पुलिस थाने में जाकर मामला दर्ज करा सकता है. इसके साथ ही साइबर क्राइम हेल्पलाइन नंबर 155260 पर संपर्क कर सकता है.
जॉब का लालच देकर रुपयों की लूट
आर्थिक अपराध इकाई की ओर से लोगों को जागरूक करने के लिए गाइडलाइन भी जारी की गई है. आर्थिक अपराध इकाई के ADG जे एस गंगवार के निर्देशन में जारी गाइडलाइन के माध्यम से बताया गया है कि नौकरी के नाम पर व्हाट्सएप पर एक लिंक भेजा जाता है. इसके बाद जॉब की जानकारी के लिए उस क्लिक करते ही उनकी कमाई को लूट लिया जा रहा है. इसके साथ ही कोरोना काल के दौरान घर बैठे प्रतिदिन 200 से 3000 रुपये तक कमाने का ऑफर देकर फसाया जा रहा है.
जानिए कैसे बरतें सावधानी
लॉटरी, इनाम या ओटीपी पूछने वालों से सावधान रहना चाहिए. इसके साथ ही साथ बैंक से आए कॉल से भी सावधान रहना चाहिए. अनावश्यक लिंक पर कभी क्लीक नहीं करना चाहिए और न ही किसी के साथ किसी भी प्रकार का ओटीपी शेयर करें.