पटना: जिले के जाने-माने शिक्षाविद आचार्य सुदर्शन महाराज ने अपने जन्म दिवस के मौके पर सरकार से प्रत्येक वर्ष साल में एक बार 15 दिनों का पूर्ण लॉकडाउन लागू करने की मांग की. सुदर्शन महाराज ने कहा कि जिस प्रकार से लॉकडाउन के दौरान पर्यावरण, वातावरण में हवा और नदी की धारा में स्वच्छता देखी गई है. उसे देखते हुए सरकार को प्रत्येक साल देश में 15 दिनों का लॉकडाउन काल लागू किया जाना चाहिए.
'यहां अर्थ से ज्यादा जीवन को दिया जाता है महत्व'
अचार्य सुदर्शन महाराज ने कहा कि इस 15 दिनों के लॉकडाउन के दौरान सभी शिक्षण संस्थान, रेल यात्रा, हवाई यात्रा, बस ट्रांसपोर्ट, व्यवसायिक प्रतिष्ठान, कल-कारखाने और सड़कों पर आवागमन पूर्ण रूप से बंद करना चाहिए. जिससे पर्यावरण स्वच्छ हो सके. इस 15 दिनों के लॉकडाउन काल के दौरान लोगों को स्वयं के जीवन स्तर के आत्ममंथन का समय मिलेगा.
साथ ही उन्होंने कहा कि हालांकि, इस दौरान देश को कुछ आर्थिक हानि जरूर होगी. मगर ये ध्यान रखना होगा कि भारत अर्थ प्रधान नहीं बल्कि आध्यात्म प्रधान देश है. यहां अर्थ से ज्यादा जीवन को महत्व दिया जाता है.
'संयम पूर्वक जीवन जीने का करें प्रयत्न'
सुदर्शन महाराज ने कहा कि अनलॉक-1 में लोगों को अपनी आत्मरक्षा के लिए लॉकडाउन नियमों का पालन करते हुए जीने का प्रयास करना चाहिए. क्योंकि अभी संक्रमण का खतरा टला नहीं है. उन्होंने कहा कि हमें खुद की रक्षा करने का प्रयास करना चाहिए, क्योंकि हम स्वस्थ तो जग स्वस्थ. हमें अब नए सिरे से संयम पूर्वक जीने का प्रयास करना होगा. मन और शरीर को स्वस्थ रखने के लिए खुद को योग और आध्यात्म की तरफ ले जाना होगा.