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पिछले 24 घंटे में बिहार में 60,000 से ज्यादा कोरोना जांच - Secretary Anupam Kumar

स्वास्थ्य सचिव ने पिछले 24 घंटे में पूरे प्रदेश में 60,254 सैंपल्स की जांच की गई है. अभी तक की गई कुल जांचों की संख्या 7,99,332 है.

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Published : Aug 7, 2020, 8:31 AM IST

पटनाः सूचना एवं जन संपर्क विभाग के सचिव अनुपम कुमार, स्वास्थ्य विभाग के सचिव लोकेश कुमार सिंह और आपदा प्रबंधन विभाग के अपर सचिव रामचंद्र ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कोरोना संक्रमण की रोकथाम और विभिन्न नदियों के जलस्तर को लेकर सरकार की ओर से किए जा रहे कार्यों के बारे में जानकारी दी.

24 घंटे में 60,000 सैंपल की जांच
अनुपम कुमार ने बताया कि कोविड-19 और बाढ़ की वर्तमान स्थिति से निपटने के लिए सरकार की ओर से सभी आवश्यक कार्रवाई की जा रही है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण किया. इस क्रम में उन्होंने कम्युनिटी किचन का निरीक्षण कर कई आवश्यक निर्देश दिए भी दिए. जिनका अनुपालन किया जा रहा है. कोविड-19 संक्रमण से जुड़ी टेस्टिंग की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. पिछले 24 घंटे में 60,000 से ज्यादा सैंपल की जांच की गई है. सरकार की तरफ से तभी मोर्चे पर आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं.

प्रदेश का रिकवरी रेट 64.30 फीसदी
स्वास्थ्य सचिव लोकेश कुमार सिंह ने बताया कि कोरोना संक्रमण से पिछले 24 घंटे में 1,450 लोग स्वस्थ हुए हैं. अब तक 43,820 लोग कोविड-19 संक्रमण से स्वस्थ हो चुके हैं. बिहार का रिकवरी रेट 64.30 फीसदी है. 5 अगस्त को कोविठ-19 के 3418 नए मामले सामने आए हैं. वर्तमान में बिहार में कोविड-19 के 23,830 एक्टिव मरीज हैं. उन्होंने बताया कि पिछले 24 घंटे में पूरे प्रदेश में 60,254 सैंपल्स की जांच की गई है और अब तक की गई कुल जांचों की संख्या 7,99,332 है.

लोकेश कुमार सिंह ने बताया कि कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग अधिकारियों को फिल्ड विजिट कराने का निर्णय लिया है. पूर्व से ही कोविड केयर सेंटर्स, डिस्ट्रिक्ट डेडिकेटेट कोविड हेल्थ सेंटर्स और मेडिकल कॉलेजों में डिविजनल कमिश्नर आईजी, डीआईजी, डीएम और एसपी निरंतर भ्रमण कर रहे थे.

स्वास्थ्य सचिव ने बताया कि स्वास्थ्य व्यवस्था को और अधिक सुदृढ़ बनाने के लिए स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव ने स्वयं डीएमसीएच दरभंगा और एसकेएमसीएच मुजफ्फरपुर का विजिट किया. अन्य वरीय विभागीय अधिकारियों को भी व्यवस्था में सुधार के लिए भेजा जा रहा है. जिन अस्पतालों में कोविड-19 के मरीजों का इलाज चल रहा है. वहां की व्यवस्था सुदृढ़ करने के लिए निरंतर मरीज का फीडबैक लिया जा रहा है. हर वार्ड में अधिकारी जाकर व्यवस्था का अनुश्रवण कर रहे हैं.

नदियों के जलस्तर में बढ़ोतरी
जल संसाधन विभाग की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार बागमती नदी का जलस्तर उंग, सोनावान, पूलाधार, कटला, नीबाब और हायाघाट गेज स्थलों पर खतरे के निशान से ऊपर है. विगत लगभग 10 दिनों से करेह, बागमती नदी के जलस्तर में प्रत्याशित वृद्धि से तटबंधों पर अत्यधिक दबाव बना हुआ है. जिसके कारण तटबंध के कई बिन्दुओं पर सीपेज/पाईपिग की समस्या दिखी. जिसे क्षेत्रीय अभियंताओं की ओर से युद्धस्तर पर कार्य कराकर सुरक्षित रखा गया है. पूछी गलक नदी का जलस्तर सिकन्दरपुर, समस्तीपुर रेलपुल, रोसरा, रेलपुल और खगड़िया में खतरे के निशान से ऊपर है.

बूढ़ी गंडक नदी के जलस्तर में प्रत्याशित वृद्धि के कारण तटबंधों पर अत्यधिक दबाव बना हुआ है, जिसके कारण तटबंध के कई बिन्दुओं पर सीपेज / पाइपिंग की समस्या परिलक्षित हुई है. जिसपर क्षेत्रीय अभियंताओं लगातार नजर बनाए हुए हैं. विगत 24 घंटे में गंगा नदी के जलस्तर में बक्सर, दीघा, गांधी घाट, हाथीदह, मुंगेर, भागलपुर और कहलगांव में वृद्धि हुई है. महानंदा नदी का जलस्तर तैयबपुर और गराघाट गेज स्थल पर खतरे के निशान से नीचे है. कमला बलान नदी का जलस्तर जयनगर वीयर और झंझारपुर रेल पुल के डाउनस्ट्रीम के पास खतरे के निशान से ऊपर है. अधवारा नदी का जलस्तर सुन्दरपुर और पुपरी गेज स्थल पर खतरे के निशान से ऊपर है.

16 जिले के 1185 पंचायतों के 69 लाख लोग बाढ़ प्रभावित
आपदा प्रबंधन विभाग के अपर सचिव रामचंद्र डू ने बताया कि बिहार की विभिन्न नदियों के बढ़े जलस्तर को देखते हुए आपदा प्रबंधन विभाग पूरी तरह से सतर्क है. नदियों के बढ़े जलस्तर से बिहार के 16 जिले के कुल 124 प्रखंडों की 1,185 पंचायतें प्रभावित हुई है, जहां आवश्यकतानुसार राहत शिविर चलाए जा रहे हैं. गोपालगंज में 02, खगड़िया में 01 और समस्तीपुर में 06 राहत शिविर चलाए जा रहे हैं. इन सभी 08 राहत शिविरों में कुल 12.239 लोग आवासित हैं. उन्होंने बताया कि 1,402 कम्युनिटी किचेन चलाए जा रहे है. जिनमें प्रतिदिन 10,31,783 लोग भोजन कर रहे हैं.

5 लाख बाढ़ पीड़ितों के खाते में गए पैसे
सभी बाढ़ प्रभावित जिलों में एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें राहत और बचाव का कार्य कर रही है. अब तक प्रभावित इलाकों से एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और बोट्स के माध्यम से करीब 4,81,939 लोगों को निक्रमित किया गया है. उन्होंने बताया कि बाढ़ प्रभावित प्रत्येक परिवार को ग्रेच्युट्स रिलीफ के अंतर्गत 8,000 रूपये की राशि दी जाती है और अभी तक 04 लाख 80 हजार 120 परिवारों के बैंक खाते में कुल 270.80 करोड़ रूपये जीआर की राशि भेजी जा चुकी है. ऐसे परिवारों को एसएमएस के माध्यम से सूचित भी किया गया है. मौसम विभाग की ओर से जारी पूर्वानुमान के मुताबिक अगले चार-पांच दिनों तक पूरे बिहार में लाइट टू मोडरेट वर्षापात की संभावना व्यक्त की गई है. जिसको देखते हुए सभी जिलों को अलर्ट करा दिया गया है.

पटनाः सूचना एवं जन संपर्क विभाग के सचिव अनुपम कुमार, स्वास्थ्य विभाग के सचिव लोकेश कुमार सिंह और आपदा प्रबंधन विभाग के अपर सचिव रामचंद्र ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कोरोना संक्रमण की रोकथाम और विभिन्न नदियों के जलस्तर को लेकर सरकार की ओर से किए जा रहे कार्यों के बारे में जानकारी दी.

24 घंटे में 60,000 सैंपल की जांच
अनुपम कुमार ने बताया कि कोविड-19 और बाढ़ की वर्तमान स्थिति से निपटने के लिए सरकार की ओर से सभी आवश्यक कार्रवाई की जा रही है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण किया. इस क्रम में उन्होंने कम्युनिटी किचन का निरीक्षण कर कई आवश्यक निर्देश दिए भी दिए. जिनका अनुपालन किया जा रहा है. कोविड-19 संक्रमण से जुड़ी टेस्टिंग की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. पिछले 24 घंटे में 60,000 से ज्यादा सैंपल की जांच की गई है. सरकार की तरफ से तभी मोर्चे पर आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं.

प्रदेश का रिकवरी रेट 64.30 फीसदी
स्वास्थ्य सचिव लोकेश कुमार सिंह ने बताया कि कोरोना संक्रमण से पिछले 24 घंटे में 1,450 लोग स्वस्थ हुए हैं. अब तक 43,820 लोग कोविड-19 संक्रमण से स्वस्थ हो चुके हैं. बिहार का रिकवरी रेट 64.30 फीसदी है. 5 अगस्त को कोविठ-19 के 3418 नए मामले सामने आए हैं. वर्तमान में बिहार में कोविड-19 के 23,830 एक्टिव मरीज हैं. उन्होंने बताया कि पिछले 24 घंटे में पूरे प्रदेश में 60,254 सैंपल्स की जांच की गई है और अब तक की गई कुल जांचों की संख्या 7,99,332 है.

लोकेश कुमार सिंह ने बताया कि कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग अधिकारियों को फिल्ड विजिट कराने का निर्णय लिया है. पूर्व से ही कोविड केयर सेंटर्स, डिस्ट्रिक्ट डेडिकेटेट कोविड हेल्थ सेंटर्स और मेडिकल कॉलेजों में डिविजनल कमिश्नर आईजी, डीआईजी, डीएम और एसपी निरंतर भ्रमण कर रहे थे.

स्वास्थ्य सचिव ने बताया कि स्वास्थ्य व्यवस्था को और अधिक सुदृढ़ बनाने के लिए स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव ने स्वयं डीएमसीएच दरभंगा और एसकेएमसीएच मुजफ्फरपुर का विजिट किया. अन्य वरीय विभागीय अधिकारियों को भी व्यवस्था में सुधार के लिए भेजा जा रहा है. जिन अस्पतालों में कोविड-19 के मरीजों का इलाज चल रहा है. वहां की व्यवस्था सुदृढ़ करने के लिए निरंतर मरीज का फीडबैक लिया जा रहा है. हर वार्ड में अधिकारी जाकर व्यवस्था का अनुश्रवण कर रहे हैं.

नदियों के जलस्तर में बढ़ोतरी
जल संसाधन विभाग की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार बागमती नदी का जलस्तर उंग, सोनावान, पूलाधार, कटला, नीबाब और हायाघाट गेज स्थलों पर खतरे के निशान से ऊपर है. विगत लगभग 10 दिनों से करेह, बागमती नदी के जलस्तर में प्रत्याशित वृद्धि से तटबंधों पर अत्यधिक दबाव बना हुआ है. जिसके कारण तटबंध के कई बिन्दुओं पर सीपेज/पाईपिग की समस्या दिखी. जिसे क्षेत्रीय अभियंताओं की ओर से युद्धस्तर पर कार्य कराकर सुरक्षित रखा गया है. पूछी गलक नदी का जलस्तर सिकन्दरपुर, समस्तीपुर रेलपुल, रोसरा, रेलपुल और खगड़िया में खतरे के निशान से ऊपर है.

बूढ़ी गंडक नदी के जलस्तर में प्रत्याशित वृद्धि के कारण तटबंधों पर अत्यधिक दबाव बना हुआ है, जिसके कारण तटबंध के कई बिन्दुओं पर सीपेज / पाइपिंग की समस्या परिलक्षित हुई है. जिसपर क्षेत्रीय अभियंताओं लगातार नजर बनाए हुए हैं. विगत 24 घंटे में गंगा नदी के जलस्तर में बक्सर, दीघा, गांधी घाट, हाथीदह, मुंगेर, भागलपुर और कहलगांव में वृद्धि हुई है. महानंदा नदी का जलस्तर तैयबपुर और गराघाट गेज स्थल पर खतरे के निशान से नीचे है. कमला बलान नदी का जलस्तर जयनगर वीयर और झंझारपुर रेल पुल के डाउनस्ट्रीम के पास खतरे के निशान से ऊपर है. अधवारा नदी का जलस्तर सुन्दरपुर और पुपरी गेज स्थल पर खतरे के निशान से ऊपर है.

16 जिले के 1185 पंचायतों के 69 लाख लोग बाढ़ प्रभावित
आपदा प्रबंधन विभाग के अपर सचिव रामचंद्र डू ने बताया कि बिहार की विभिन्न नदियों के बढ़े जलस्तर को देखते हुए आपदा प्रबंधन विभाग पूरी तरह से सतर्क है. नदियों के बढ़े जलस्तर से बिहार के 16 जिले के कुल 124 प्रखंडों की 1,185 पंचायतें प्रभावित हुई है, जहां आवश्यकतानुसार राहत शिविर चलाए जा रहे हैं. गोपालगंज में 02, खगड़िया में 01 और समस्तीपुर में 06 राहत शिविर चलाए जा रहे हैं. इन सभी 08 राहत शिविरों में कुल 12.239 लोग आवासित हैं. उन्होंने बताया कि 1,402 कम्युनिटी किचेन चलाए जा रहे है. जिनमें प्रतिदिन 10,31,783 लोग भोजन कर रहे हैं.

5 लाख बाढ़ पीड़ितों के खाते में गए पैसे
सभी बाढ़ प्रभावित जिलों में एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें राहत और बचाव का कार्य कर रही है. अब तक प्रभावित इलाकों से एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और बोट्स के माध्यम से करीब 4,81,939 लोगों को निक्रमित किया गया है. उन्होंने बताया कि बाढ़ प्रभावित प्रत्येक परिवार को ग्रेच्युट्स रिलीफ के अंतर्गत 8,000 रूपये की राशि दी जाती है और अभी तक 04 लाख 80 हजार 120 परिवारों के बैंक खाते में कुल 270.80 करोड़ रूपये जीआर की राशि भेजी जा चुकी है. ऐसे परिवारों को एसएमएस के माध्यम से सूचित भी किया गया है. मौसम विभाग की ओर से जारी पूर्वानुमान के मुताबिक अगले चार-पांच दिनों तक पूरे बिहार में लाइट टू मोडरेट वर्षापात की संभावना व्यक्त की गई है. जिसको देखते हुए सभी जिलों को अलर्ट करा दिया गया है.

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