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सभी मुसीबतों से लड़ता है अपना बिहार, कोरोना भी जाएगा हार! देखें पूरी रिपोर्ट

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Published : Apr 22, 2020, 1:05 PM IST

बिहार में सिवान, नवादा, बेगूसराय और नालंदा 4 जिलों के साथ पटना, मुंगेर सहित कई महत्वपूर्ण इलाकों में घर-घर सर्वे का काम चल रहा है. यह सर्वे 5 दिनों में पूरा कर लेना है. पल्स पोलियो टीकाकरण से जुड़े लोगों के कंधों पर ही घर-घर सर्वे की जिम्मेवारी है.

Bihar
Bihar

पटना: पूरे देश की तरह बिहार में भी कोरोना संक्रमण के मरीज लगातार मिल रहे हैं. पिछले 2 दिनों में 30 कोरोना संक्रमित मरीज मिले हैं. बिहारशरीफ में 1 दिन में 17 मरीज कोरोना संक्रमित मिले हैं, जो सभी एक व्यक्ति के द्वारा ही संक्रमित हुए हैं.

2 दिनों में इतने मरीज मिलने से हड़कंप जरूर मचा है, लेकिन अधिकांश लोग संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने के कारण पॉजिटिव हुए हैं. ईटीवी भारत संवाददाता ने राजधानी के सिविल सर्जन और विशेषज्ञ चिकित्सक डॉ. मनोज कुमार से खास बातचीत की.

42 out of 126 corona patients recover
थर्मल स्क्रीनिंग करते पुलिस के जवान

बिहार में लॉकडाउन के कारण दूसरे राज्यों की तुलना में मरीज मिलने की रफ्तार में कमी आई है. पहले बिहार में मरीजों के दोगुना होने का समय 3 दिन था, लेकिन अब यह बढ़कर 8 से 9 दिन हो गया है. इतना ही नहीं बिहार के साथ कई राज्यों में दोगुना होने की दर राष्ट्रीय औसत से भी धीमी है. बिहार में कोरोना संक्रमित मरीजों के स्वस्थ होने की गति भी देश में सबसे अच्छी है.

'थर्मल स्क्रीनिंग से नहीं हो सकती है मरीजों की पहचान'
विशेषज्ञ चिकित्सक डॉ. मनोज कुमार ने बताया कि बिहार में कोरोना वायरस तीसरे स्टेज में नहीं है. उन्होंने कहा कि दूसरे स्टेज में स्थिति काफी हद तक ठीक है. उन्होंने कहा कि लोगों का इलाज चल रहा है और मरीज जल्दी ठीक होकर अपने घर वापस आ रहे हैं.

विशेषज्ञ चिकित्सक
डॉ. मनोज कुमार, विशेषज्ञ चिकित्सक

बिहार की स्थिति बेहतर- मंत्री
सिविल सर्जन राज किशोर चौधरी ने बताया कि थर्मल स्क्रीनिंग से कोरोना संक्रमित व्यक्ति की पहचान नहीं की जा सकती है और जिन्हें फीवर है. वो दवा खाकर अपना फीवर घटा भी सकते हैं. वहीं, बिहार सरकार के मंत्री श्रवण कुमार ने कहा कि अन्य राज्यों की अपेक्षा बिहार की स्थति बेहतर है. कोरोना के मरीजों का इलाज जारी है और वो ठीक भी हो रहे हैं.

श्रवण कुमार, मंत्री
श्रवण कुमार, मंत्री

घर-घर सर्वे का काम जारी
बिहार में सिवान, नवादा, बेगूसराय और नालंदा 4 जिलों के साथ पटना, मुंगेर सहित कई महत्वपूर्ण इलाकों में घर-घर सर्वे का काम चल रहा है. यह सर्वे 5 दिनों में पूरा कर लेना है. पल्स पोलियो टीकाकरण से जुड़े लोगों के कंधों पर ही घर-घर सर्वे की जिम्मेवारी है. लॉकडाउन को लेकर भी राजधानी पटना पर विशेष नजर है. ड्रोन से भी नजर रखने की तैयारी की जा रही है. नालंदा में तबलीगी जमात के सम्मेलन में भाग लेने वाले एक शख्स के पॉजिटिव आने के बाद से कई जिलों को अलर्ट किया गया है. नालंदा में चिकित्सा पदाधिकारी में भी कोरोना पॉजिटिव आया है. इसके कारण भी हड़कंप मचा हुआ है.

देखें रिपोर्ट
जिला मरीजों की संख्याठीक हुये मरीज
सीवान 2917
नालंदा28 02
मुंगेर 2706
पटना 08 05
गया 0504
बक्सर 0800
गोपालगंज03 03
नवादा 03 01
भोजपुर 01 01
वैशाली 0100
सारण01 01
लखीसराय 0101
भागलपुर 01 01
रोहतास 0100
कुल126 42

बिहार की कई राज्यों से स्थिति बेहतर
बिहार में 15 जिले में अभी तक कोरोना संक्रमित मरीज मिले हैं और इसमें 5 जिले में अब एक भी मरीज संक्रमित नहीं हैं, क्योंकि सबका इलाज हो गया है और सब स्वस्थ्य हो गए हैं. वहीं, 10 जिलों में एक्टिव मरीज हैं. देश में कोरोना संक्रमित मरीज के ठीक होने की रफ्तार के मामले में बिहार चौथे स्थान पर है. मरीजों के ठीक होने की दर बिहार में 49.26% के आसपास है. वहीं, इस मामले में छत्तीसगढ़ 69.44% के साथ पहले स्थान पर दूसरे नंबर पर केरल 64.41% और तीसरे नंबर पर चंडीगढ़ 60.87% है. ऐसे में सरकार की नजर सिवान, मुंगेर, बेगूसराय और नालंदा के साथ पटना पर है.

पटना: पूरे देश की तरह बिहार में भी कोरोना संक्रमण के मरीज लगातार मिल रहे हैं. पिछले 2 दिनों में 30 कोरोना संक्रमित मरीज मिले हैं. बिहारशरीफ में 1 दिन में 17 मरीज कोरोना संक्रमित मिले हैं, जो सभी एक व्यक्ति के द्वारा ही संक्रमित हुए हैं.

2 दिनों में इतने मरीज मिलने से हड़कंप जरूर मचा है, लेकिन अधिकांश लोग संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने के कारण पॉजिटिव हुए हैं. ईटीवी भारत संवाददाता ने राजधानी के सिविल सर्जन और विशेषज्ञ चिकित्सक डॉ. मनोज कुमार से खास बातचीत की.

42 out of 126 corona patients recover
थर्मल स्क्रीनिंग करते पुलिस के जवान

बिहार में लॉकडाउन के कारण दूसरे राज्यों की तुलना में मरीज मिलने की रफ्तार में कमी आई है. पहले बिहार में मरीजों के दोगुना होने का समय 3 दिन था, लेकिन अब यह बढ़कर 8 से 9 दिन हो गया है. इतना ही नहीं बिहार के साथ कई राज्यों में दोगुना होने की दर राष्ट्रीय औसत से भी धीमी है. बिहार में कोरोना संक्रमित मरीजों के स्वस्थ होने की गति भी देश में सबसे अच्छी है.

'थर्मल स्क्रीनिंग से नहीं हो सकती है मरीजों की पहचान'
विशेषज्ञ चिकित्सक डॉ. मनोज कुमार ने बताया कि बिहार में कोरोना वायरस तीसरे स्टेज में नहीं है. उन्होंने कहा कि दूसरे स्टेज में स्थिति काफी हद तक ठीक है. उन्होंने कहा कि लोगों का इलाज चल रहा है और मरीज जल्दी ठीक होकर अपने घर वापस आ रहे हैं.

विशेषज्ञ चिकित्सक
डॉ. मनोज कुमार, विशेषज्ञ चिकित्सक

बिहार की स्थिति बेहतर- मंत्री
सिविल सर्जन राज किशोर चौधरी ने बताया कि थर्मल स्क्रीनिंग से कोरोना संक्रमित व्यक्ति की पहचान नहीं की जा सकती है और जिन्हें फीवर है. वो दवा खाकर अपना फीवर घटा भी सकते हैं. वहीं, बिहार सरकार के मंत्री श्रवण कुमार ने कहा कि अन्य राज्यों की अपेक्षा बिहार की स्थति बेहतर है. कोरोना के मरीजों का इलाज जारी है और वो ठीक भी हो रहे हैं.

श्रवण कुमार, मंत्री
श्रवण कुमार, मंत्री

घर-घर सर्वे का काम जारी
बिहार में सिवान, नवादा, बेगूसराय और नालंदा 4 जिलों के साथ पटना, मुंगेर सहित कई महत्वपूर्ण इलाकों में घर-घर सर्वे का काम चल रहा है. यह सर्वे 5 दिनों में पूरा कर लेना है. पल्स पोलियो टीकाकरण से जुड़े लोगों के कंधों पर ही घर-घर सर्वे की जिम्मेवारी है. लॉकडाउन को लेकर भी राजधानी पटना पर विशेष नजर है. ड्रोन से भी नजर रखने की तैयारी की जा रही है. नालंदा में तबलीगी जमात के सम्मेलन में भाग लेने वाले एक शख्स के पॉजिटिव आने के बाद से कई जिलों को अलर्ट किया गया है. नालंदा में चिकित्सा पदाधिकारी में भी कोरोना पॉजिटिव आया है. इसके कारण भी हड़कंप मचा हुआ है.

देखें रिपोर्ट
जिला मरीजों की संख्याठीक हुये मरीज
सीवान 2917
नालंदा28 02
मुंगेर 2706
पटना 08 05
गया 0504
बक्सर 0800
गोपालगंज03 03
नवादा 03 01
भोजपुर 01 01
वैशाली 0100
सारण01 01
लखीसराय 0101
भागलपुर 01 01
रोहतास 0100
कुल126 42

बिहार की कई राज्यों से स्थिति बेहतर
बिहार में 15 जिले में अभी तक कोरोना संक्रमित मरीज मिले हैं और इसमें 5 जिले में अब एक भी मरीज संक्रमित नहीं हैं, क्योंकि सबका इलाज हो गया है और सब स्वस्थ्य हो गए हैं. वहीं, 10 जिलों में एक्टिव मरीज हैं. देश में कोरोना संक्रमित मरीज के ठीक होने की रफ्तार के मामले में बिहार चौथे स्थान पर है. मरीजों के ठीक होने की दर बिहार में 49.26% के आसपास है. वहीं, इस मामले में छत्तीसगढ़ 69.44% के साथ पहले स्थान पर दूसरे नंबर पर केरल 64.41% और तीसरे नंबर पर चंडीगढ़ 60.87% है. ऐसे में सरकार की नजर सिवान, मुंगेर, बेगूसराय और नालंदा के साथ पटना पर है.

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