पटना: दानापुर बिहटा एलिवेटेड सड़क (Danapur Bihta Elevated Road) के निर्माण का रास्ता साफ हो गया है. बिहार सरकार के पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन (Road Construction Minister Nitin Naveen) ने कहा कि 3737.51 करोड़ की लागत से कुल 25.08 किलोमीटर लंबे दानापुर-बिहटा-कोईलवर सड़क के निर्माण के लिए भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण द्वारा निविदा निर्गत कर दी गई है. 29 अगस्त 2022 तक टेंडर पूरा हो जाएगी.
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दानापुर बिहटा एलिवेटेड सड़क निर्माण का रास्ता साफ: नितिन नवीन ने बताया कि इस योजना के तहत दानापुर से बिहटा तक लगभग 21 किमी एलिवेटेड सड़क का निर्माण तथा शेष लम्बाई में 4 लेन सड़क का निर्माण किया जाना है. इसमें शिवाला से बिहटा के बीच वर्तमान सड़क से चार जगहों पर मसलन नेऊरागंज, पैनाल, कन्हौली एवं विशनपुरा में बाईपास/रि-एलाईनमेंट का प्रावधान किया गया है. इस सड़क से बिहटा एयरपोर्ट जाने के लिए एटग्रेड लिंक रोड का भी प्रावधान किया गया है. पटना से आने वाले वाहनों को बिहटा एयरपोर्ट जाने के लिए एक टनेल के माध्यम से गुजरने का प्रावधान किया गया है. सगुना मोड़ की तरफ से आने वाले वाहनों को इस एलिवेटेड पथ पर पहुंचने के लिए द्वितीय स्तर के रैम्प से जोड़ने का प्रावधान किया गया है. साथ ही बिहटा से कोईलवर के बीच एक अंडरपास और 4 वृहद सेतु का निर्माण कार्य किया जाएगा.
राज्य सरकार करेगी 456 करोड़ का वहन: मंत्री ने बताया कि यह योजना बिहार राज्य के लिए घोषित प्रधानमंत्री पैकेज, 2015 का भाग है. इस परियोजना हेतु दानापुर से बिहटा के बीच एलिवेटेड सड़क निर्माण के लिए जरूरी जमीन के अधिग्रहण की लागत राशि 456 करोड़ का वहन राज्य सरकार द्वारा अपने संसाधन से किया जा रहा है, जबकि दानापुर स्थित रेलवे भूमि के उपयोग के बदले रेलवे को राज्य सरकार द्वारा दूसरी भूमि पटना स्थित हार्डिंग पार्क में उपलब्ध करायी जा रही है.
अगले ढाई वर्ष में पूर्ण होगा निर्माण कार्य: नवीन से कहा कि यह योजना पटना-बक्सर सड़क परियोजना का भाग है. कोईलवर से बक्सर तक 4 लेन सड़क का निर्माण कार्य लगभग अंतिम चरण में है. जिसे दिसंबर 2022 तक पूर्ण करने का लक्ष्य है. दानापुर से कोईलवर तक एलिवेटेड/एटग्रेड सड़क का निर्माण निविदा निष्पादन के शीघ्र बाद प्रारम्भ होगा, जो अगले ढाई वर्ष में पूर्ण होगा. इसके निर्माण से पटना से बक्सर होकर पूर्वांचल एक्सप्रेसवे तक पहुंचने का मार्ग सुलभ होगा. निर्माण के उपरांत निर्माण एजेंसी द्वारा ही इसका अगले 10 वर्षो तक रख-रखाव सुनिश्चित किया जाएगा. नवीन ने राज्य के सड़क अवसंरचनाओं के विकास में सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के सहयोग के लिए केन्द्रीय मंत्री के प्रति आभार व्यक्त किया.
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