पटना: बिहार के स्कूली बच्चे जीविका दीदी के हाथों से तैयार पोशाक पहनेंगे. इसके लिए नीतीश कैबिनेट की मुहर लग गई. कैबिनेट विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि राज्य में शिक्षा विभाग द्वारा संचालित मुख्यमंत्री पोशाक योजना, मुख्यमंत्री बालिका पोशाक योजना, मुख्यमंत्री बालक पोशाक योजना और बिहार शताब्दी मुख्यमंत्री बालिका पोशाक योजना के तहत राज्य के 1 से 12 वीं के छात्र-छात्राओं को जीविका दीदियों के द्वारा पोशाक उपलब्ध कराया जाएगा.
इस योजना से जीविका दीदियों को जोड़ने का मकसद ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं को आर्थिक सबल करना है. पहले पोशाक योजना की राशि स्कूली बच्चों के बैंक खाते में ट्रांसफर किया जाता था. इस योजना में हुए बदलाव की रूपरेखा शिक्षा विभाग, वित्त विभाग, उद्योग विभाग और ग्रामीण विकास विभाग द्वारा मिलकर तैयार किया जाएगा.
बता दें कि नीतीश कुमार की कैबिनेट की बैठक में आज 18 एजेंडे पर मुहर लगी है. बिहार विधानसभा का बजट सत्र 19 फरवरी से 24 मार्च तक चलेगा. विधानसभा के एक्सटेंशन भवन में राज्यपाल के अभिभाषण से बजट सत्र की शुरुआत होगी. 22 फरवरी को बिहार का बजट 2021-22 विधानसभा के पटल पर रखा जाएगा. 23 फरवरी को बजट विधान परिषद के सदन में पेश होगा.
1 मार्च से 5 मार्च तक बजट पर चर्चा होगी. 8 मार्च से 16 मार्च तक बजट पर चर्चा और मतदान किया जाएगा. 17 मार्च को सरकार का उत्तर होगा. 18 मार्च को राजकीय विधायक एवं राजकीय कार्य होंगे. 19 से 24 मार्च तक गैर सरकारी संकल्प लिए जाएंगे.
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गृह विभाग द्वारा लिए गए फैसले के अनुसार राज्य में नक्सली आतंकवाद और संप्रदायिक हिंसा में किसी भी आम आदमी की हत्या होने पर मिलने वाली सहायता राशि में तब्दीली की गई है. सहायता राशि का 50 फीसदी मृतक के आश्रित के खाते में और 50 फीसदी 3 साल के लिए फिक्स किए जाएंगे. इस राशि का निकासी विशेष परिस्थिति बच्चों के उत्तम पढ़ाई या गंभीर रोग के इलाज के दौरान किया जा सकेगा.