नवादा : बिहार के नवादा में नूपुर शर्मा के समर्थन में चैटिंग करना एक शख्स को भारी पड़ गया. शिकायत मिलते ही नगर थाने की पुलिस ने आरोपी युवक को गिरफ्तार (Youth arrested for objectionable chatting) कर लिया. युवक का नाम वीरेन्द्र कुमार है जो कि कौआकोल थाना क्षेत्र के ओखरिया गांव का रहने वाला है. उसके पिता का नाम दारोगा राय है. पुलिस ने उसे नवादा नगर के मिर्जापुर मोहल्ले से गिरफ्तार किया है. फिलहाल इस मामले पर पुलिस कुछ भी कहना नहीं चाहती. वहीं हिन्दूवादी संगठन पुलिस की इस कार्रवाई से खासे नाराज हैं उन्होंने इस गिरफ्तारी पर आपत्ति जताई है.
सोशल मीडिया पर चैटिंग करने पर पुलिस सूत्र बता रहे हैं कि गिरफ्तार युवक ने किसी के साथ सोशल मीडिया पर नूपुर शर्मा के पक्ष में चैटिंग कर रहा था. बाद में उस शख्स ने एक बड़े आलाधिकारी से शिकायत दर्ज कराई. जिसके बाद अधिकारी ने कार्रवाई करने का आदेश दे डाला. आलाधिकारी की आदेश पर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए युवक को गिरफ्तार कर लिया. अब हिन्दूवादी संगठन इस पुलिसिया कार्रवाई से नाराज हैं. पुलिस पर ही तरह तरह के आरोप लगा रहे हैं.
'नूपुर शर्मा के विरोध में बगैर इजाजत के जुलूस निकाला गया. सड़क पर जाम और आगजनी हुई. पुलिस से लोगों ने धक्का-मुक्की की लेकिन तब दंगाइयों पर कार्रवाई नहीं की गई. किसी को गिरफ्तार नहीं किया गया. जब वीरेन्द्र कुमार ने चैटिंग की तो पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया. यह सरासर गलत है'- जितेन्द्र प्रताप 'जीतू', हिन्दू नेता
हिंदू नेता जितेंद्र प्रताप जीतू ने इस कार्रवाई पर कड़ी आपत्ति जताई है. उन्होंने कहा कि नवादा शहर में नूपुर शर्मा के विरोध में बगैर अनुमति जुलूस निकाला गया. सड़क जाम किया गया, आगजनी की गई. पुलिस पदाधिकारियों से धक्का मुक्की की गई, लेकिन उन लोगों पर प्राथमिकी दर्ज नहीं की गई. किसी को गिरफ्तार नहीं किया गया. वहीं नूपुर शर्मा के समर्थन में सिर्फ चैटिंग करने पर गिरफ्तार करने की कार्रवाई की जाती है. यह सरासर गलत है. इस मामले पर नगर थाना प्रभारी ने बताया है कि आपत्तिजनक टिप्पणी करने के आरोप में एक युवक को गिरफ्तार किया गया.
टिप्पणी को लेकर क्या है विवाद: दरअसल, भाजपा की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा ने एक टीवी डिबेट के दौरान पैगंबर मोहम्मद पर विवादित टिप्पणी (Nupur Sharma Controversial Statement) की थी. इसका विरोध भारत के अलावा कई मुस्लिम देशों ने भी किया था. बाद में भारतीय जनता पार्टी ने उन्हें पद से 6 साल के लिए निलंबित कर दिया था. उनके बयान के विरोध में भारत के कई राज्यों में लगातार प्रदर्शन हो रहे हैं.