नवादा: गर्मी बढ़ने के साथ-साथ जिले में जल संकट की भी समस्या बढ़ती जा रही है. यहां के लोग पानी के लिए तरस रहे हैं. घंटों लाइन में खड़े रहने के बाद लोगों को एक बाल्टी पानी नसीब हो पाता है. लेकिन प्रशासन की तरफ से इसके निवारण के लिए उचित व्यवस्था नहीं की गई है.
हैंडपंप नहीं कर रहा काम
यहां के लगभग सभी हैंडपंप खराब हो गए हैं. बमुश्किल एक चापाकल बचा भी है तो उसे 100 बार चलाने के बाद कहीं जाकर दो बूंद पानी निकल पाता है. स्थानीय लोगों के अनुसार यहां एक वॉर्ड में पांच चापाकल थे. मगर आज आलम ये है कि इनमें से कोई भी काम नहीं कर रहा है.
सबमर्सिबल पर टिके हैं हजारों लोगों
एक निजी सबमर्सिबल के भरोसे कई वार्डों के लोग अपनी प्यास बुझा रहे हैं. लोगों का कहना है कि ऐसा ज्यादा दिनों तक नहीं चलेगा. ज्यादा लोड पड़ने पर जो थोड़ा बहुत पानी मिल पा रहा है वो भी नहीं मिल पाएगा. उनका कहना है कि प्रशासन को जल्द इस समस्या के निपटारे के लिए कुछ करना चाहिए.
पानी के लिए हो जाती है लड़ाई
स्थानीय महिलाओं का कहना है वो पानी के लिए सुबह से ही सबमर्सिबल के पास लाइन में लगी रहती हैं. कभी-कभी तो दो बूंद पानी के लिए आपस में झगड़ा भी हो जाता है.
डीएम से भी कर चुके हैं शिकायत
लोगों के अनुसार इस समस्या को लेकर उन्होंने कई बार बीडीओ से लेकर डीएम तक को आवेदन दिया है. लेकिन इस पर अभी तक अमल नहीं हुआ है. आधे से अधिक वार्डों में सात निश्चय योजना का लाभ लोगों को नहीं मिला है.
क्या कहते हैं अधिकारी
पीएचईडी के कार्यपालक अभियंता चंद्रशेखर राम ने बताया कि वार्ड 1, 5, 6, 8 और 9 में काम के लिए हाल ही में हस्तांतरण किया गया है. इसके लिए 3 करोड़ 50 लाख 20 हजार की स्वीकृति मिल गई है. निविदा होते ही काम शुरू हो जाएगा.