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प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के नाम पर लगाया हजारों का चूना, साइबर अपराधी निकला CSP संचालक - नवादा में साइबर क्राइम

नवादा में प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के नाम पर काफी दिनों से साइबर अपराधी लोगों को चूना लगा रहा था. जब इस बात की जानकारी हुई तो दो ठगों को लोगों ने पकड़ लिया. लेकिन ठगी का मास्टर माइंड कोई और निकला. पढ़ें पूरी खबर...

साइबर अपराधी
साइबर अपराधी
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Published : Sep 25, 2021, 7:58 PM IST

Updated : Sep 25, 2021, 8:23 PM IST

नवादा: बिहार के नवादा में पकरीबरावां थाना (Pakribarawan Police Station) क्षेत्र के हसनगंज गांव में ग्रामीणों को दो साइबर अपराधियों ने प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना (Pradhan Mantri Ujjwala Yojana) के नाम पर हजारों का चूना लगाया है. जब इस बात की जानकारी हुई तो लोगों ने इसकी शिकायत थाने में की और दोनों ठग को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया.

ये भी पढ़ेंः सावधानः अब सोशल मीडिया अपग्रेडेशन का इस्तेमाल कर अपराधी बना रहे साइबर ठगी के शिकार

बताया जाता है कि दो साइबर अपराधी बाइक से हसनगंज गांव पहुंचे और खुद को गैस कंपनी का स्टाफ बताया. उन्होंने कहा कि सभी लोगों को प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना से निःशुल्क गैस कनेक्शन मिलेगा. जिसके लिए सभी लोगों का अकाउंट आधार कार्ड से लिंक करना जरूरी है.

इसके बाद कई महिलाओं ने अपना आधार कार्ड लिंक कराया. कुछ देर बाद जब गांव के लोगों को शक हुआ तो साइबर अपराधियों से आईडी कार्ड मांगा. जब लोगों ने कड़ी पूछताछ की तो ठगों ने बताया कि वह वारिसलीगंज के विकास कुमार के लिए काम करते हैं और कई लोगों को इस योजना के तहत चूना लगा चुके हैं. लोगों ने दोनों को पकड़कर थानाध्यक्ष नागमणी भास्कर के हवाले कर दिया.

साइबर एक्सपर्ट की राय
साइबर एक्सपर्ट की राय

पूछताछ के दौरान ठग ने पुलिस को बताया कि उसका मास्टरमाइंड रामचंद्र पासवान का पुत्र विकास कुमार साम्बे गांव में CSP चलाता है. गांव के जितने भी लोगों के खाते से रुपये उड़ाये हैं वह विकास के खाते पर भेजे गए हैं. गिरफ्तार ठगों ने घटना को स्वीकार करते हुए अपना नाम वारिसलीगंज थाना के ठेरा गांव निवासी शशिभूषण प्रसाद का पुत्र रौशन कुमार और दूसरा ठेरा गांव के ही उमेश प्रसाद का पुत्र रमेश कुमार है.


घटना के बाद हसनगंज की दर्जनों महिलाओं ने पकरीबरावां थाना पहुंचकर मामले में आवेदन दिया है. जिसमें जीनत प्रवीण ने 10 हजार, खुर्शीदा खातून ने 5,600 रुपये, साजिया खातून ने 10 हजार तस्लीमा खातून सहित अन्य ने रुपये की ठगी की शिकायत दर्ज कराई है. मामले में पुलिस की पूछताछ जारी है. ईटीवी भारत के पत्रकार ने थानाध्यक्ष नागमणि भास्कर से संपर्क करने की कोशिश की. लेकिन उनसे बात नहीं हो पाई.

साइबर क्राइम से कैसे बचें
साइबर क्राइम से ऐसे बचें

ये भी पढ़ेंः नए-नए तरीके इजाद कर लोगों से पैसे ठग रहे हैं साइबर अपराधी, जान लें इनसे कैसे बचें

बता दें कि बिहार के कई जिलों में काफी समय से साइबर क्राइम का मामला बढ़ गया है. इसे लेकर पुलिस मुख्यालय पटना ने कई बार कड़े निर्देश भी जारी किए हैं. साइबर ठग तरह-तरह के हथकंडे अपनाकर लोगों से लाखों रुपये ठग रहे हैं. कई बार अपराधियों की गिरफ्तारी भी हुई है. कोरोना काल में राजधानी पटना सहित पूरे बिहार में साइबर क्राइम के मामले में बेतहाशा बढ़ोतरी हो रही है. ईटीवी भारत के माध्यम से एडीजी मुख्यालय जितेंद्र कुमार ने आम लोगों से अपील भी की थी कि ATM, ऑनलाइन शॉपिंग या फिर अन्य माध्यम से लेनदेन करते समय काफी सतर्क रहने की जरूरत है.

नवादा: बिहार के नवादा में पकरीबरावां थाना (Pakribarawan Police Station) क्षेत्र के हसनगंज गांव में ग्रामीणों को दो साइबर अपराधियों ने प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना (Pradhan Mantri Ujjwala Yojana) के नाम पर हजारों का चूना लगाया है. जब इस बात की जानकारी हुई तो लोगों ने इसकी शिकायत थाने में की और दोनों ठग को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया.

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बताया जाता है कि दो साइबर अपराधी बाइक से हसनगंज गांव पहुंचे और खुद को गैस कंपनी का स्टाफ बताया. उन्होंने कहा कि सभी लोगों को प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना से निःशुल्क गैस कनेक्शन मिलेगा. जिसके लिए सभी लोगों का अकाउंट आधार कार्ड से लिंक करना जरूरी है.

इसके बाद कई महिलाओं ने अपना आधार कार्ड लिंक कराया. कुछ देर बाद जब गांव के लोगों को शक हुआ तो साइबर अपराधियों से आईडी कार्ड मांगा. जब लोगों ने कड़ी पूछताछ की तो ठगों ने बताया कि वह वारिसलीगंज के विकास कुमार के लिए काम करते हैं और कई लोगों को इस योजना के तहत चूना लगा चुके हैं. लोगों ने दोनों को पकड़कर थानाध्यक्ष नागमणी भास्कर के हवाले कर दिया.

साइबर एक्सपर्ट की राय
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पूछताछ के दौरान ठग ने पुलिस को बताया कि उसका मास्टरमाइंड रामचंद्र पासवान का पुत्र विकास कुमार साम्बे गांव में CSP चलाता है. गांव के जितने भी लोगों के खाते से रुपये उड़ाये हैं वह विकास के खाते पर भेजे गए हैं. गिरफ्तार ठगों ने घटना को स्वीकार करते हुए अपना नाम वारिसलीगंज थाना के ठेरा गांव निवासी शशिभूषण प्रसाद का पुत्र रौशन कुमार और दूसरा ठेरा गांव के ही उमेश प्रसाद का पुत्र रमेश कुमार है.


घटना के बाद हसनगंज की दर्जनों महिलाओं ने पकरीबरावां थाना पहुंचकर मामले में आवेदन दिया है. जिसमें जीनत प्रवीण ने 10 हजार, खुर्शीदा खातून ने 5,600 रुपये, साजिया खातून ने 10 हजार तस्लीमा खातून सहित अन्य ने रुपये की ठगी की शिकायत दर्ज कराई है. मामले में पुलिस की पूछताछ जारी है. ईटीवी भारत के पत्रकार ने थानाध्यक्ष नागमणि भास्कर से संपर्क करने की कोशिश की. लेकिन उनसे बात नहीं हो पाई.

साइबर क्राइम से कैसे बचें
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बता दें कि बिहार के कई जिलों में काफी समय से साइबर क्राइम का मामला बढ़ गया है. इसे लेकर पुलिस मुख्यालय पटना ने कई बार कड़े निर्देश भी जारी किए हैं. साइबर ठग तरह-तरह के हथकंडे अपनाकर लोगों से लाखों रुपये ठग रहे हैं. कई बार अपराधियों की गिरफ्तारी भी हुई है. कोरोना काल में राजधानी पटना सहित पूरे बिहार में साइबर क्राइम के मामले में बेतहाशा बढ़ोतरी हो रही है. ईटीवी भारत के माध्यम से एडीजी मुख्यालय जितेंद्र कुमार ने आम लोगों से अपील भी की थी कि ATM, ऑनलाइन शॉपिंग या फिर अन्य माध्यम से लेनदेन करते समय काफी सतर्क रहने की जरूरत है.

Last Updated : Sep 25, 2021, 8:23 PM IST
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