नवादा: जिले में पटना-रांची रोड पर बिहार-झारखंड के सीमावर्ती इलाके में लिक्विड ऑक्सीजन भरे तीन टैंकर जाम में फंस गए. जिसके बाद शासन-प्रशासन में खलबली मच गई. दोनाें राज्यों के बड़े अधिकारी सक्रिय हुए और जैसे-तैसे वाहन को जाम से निकलवाकर गंतव्य के लिए भेजा. इस दौरान नवादा के डीएम यशपाल मीणा और एसपी डीएस सावलाराम घंटों रजौली के चितरकोली स्थित अंतरराज्यीय जांच चौकी पर जमे रहे.
ये भी पढ़ें- 18-45 साल वाले कोविन पोर्टल पर पंजीकरण करवाएं, वरना नहीं मिलेगा टीका
जाम में फंसे 3 टैंकर
दरअसल, पश्चिम बंगाल के हल्दिया और झारखंड के बोकारो से 3 टैंकर लिक्विड ऑक्सीजन लेकर राजधानी पटना जा रहे थे. झारखंड के काेडरमा से बिहार के नवादा के रास्ते में एनएच 31 पर ताराघाटी के पास ये टैंकर जाम में फंस गए. वहां पर सरिया लदा एक ट्रक पलट जाने से जाम लगा हुआ था. जाम में सभी टैंकर फंस गए थे.
ऑक्सीजन ले जा रहे थे पटना
सूचना के बाद पहुंचे अधिकारियों ने कड़ी मशक्कत के बाद तीनों टैंकरों को सुरक्षित बाहर निकाला और पटना की ओर रवाना किया. इस दौरान कोडरमा थानाध्यक्ष अवधेश कुमार सिंह और रजौली के निवर्तमान थानाध्यक्ष सह इंस्पेक्टर दरबारी चौधरी अपने-अपने इलाके में जाम हटवाने के लिए मशक्कत करते दिखे.
प्रशासन में मची खलबली
इस दौरान अंतरराज्यीय सीमा पर रजौली एसडीओ चंद्रशेखर आजाद, डीसीएलआर विमल कुमार सिंह और प्रशिक्षु डीएसपी सह थानाध्यक्ष फिरोज आलम भी मौजूद रहे. टैंकरों को जाम से निकालने में जिला प्रशासन का तमाम अमला तब तक सक्रिय रहा जब तक टैंकर सुरक्षित जाम से निकलकर गंतव्य की ओर नहीं निकल गए. तीनों टैंकर जब पटना की ओर बढ़े तो अधिकारियों ने राहत की सांस ली.
ये भी पढ़ें- कोरोना संकट: CM नीतीश का बड़ा आदेश, अहमदाबाद से विशेष विमान से लाया जायेगा 'रेमेडिसिविर' इंजेक्शन
कई जगह ऑक्सीजन की किल्लत
बता दें इन दिनों देश के कई राज्यों और शहरों में ऑक्सीजन की किल्लत हो गई है. कोरोना संक्रमण के दूसरे चरण की लहर में ऑक्सीजन की मांग और खपत काफी बढ़ गई है. समय पर ऑक्सीजन नहीं मिलने से मरीजों की असमय मौत हो रही है.