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नवादा में धान खरीददारी की रफ्तार सुस्त, 26 वें रैंकिंग पर पहुंचा जिला

नवादा में सुखाड़ (Drought In Nawada) के बाद धान उत्पादन का असर साफ देखा जा रहा है. धान अधिप्राप्ति के मामले में जिला 26वें स्थान पर पहुंच गया है. जिले के अधिकारी भले ही इसे कटनी में देरी का हवाला दे जिम्मेवार बता रहे हो लेकिन सच्चाई कुछ और है. पढ़ें पूरी खबर..

पैक्सों में धान की खरीदारी
पैक्सों में धान की खरीदारी
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Published : Dec 5, 2022, 4:59 PM IST

नवादा: बिहार के नवादा जिले में पैक्सों के माध्यम से धान खरीददारी की रफ्तार धीमी (Slow Paddy Purchase In Nawada) है. रफ्तार इतनी धीमी है कि 21 दिनों में अब तक 10 फीसदी भी धान की खरीददारी नहीं हो सकी है. धान खरीद की रफ्तार इतनी सुस्त है कि पिछले साल शुरू से ही टॉप 10 में रहने वाला नवादा जिला इस बार 26 वें नंबर पर है. अबतक सहकारी समितियों (Cooperative Society In Nawada) में 473 किसानों से 3770.11 एमटी धान खरीदा गया है.

ये भी पढ़ें-राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री को नहीं भेजा जा सकेगा कतरनी चूड़ा और चावल, भागलपुर में उत्पाद हुआ कम

31 समितियों में धान क्रय अबतक शुरू नहींः धान खरीददारी में उदासीनता (Paddy Procurement In Nawada) का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि धान की खरीद के लिए जिन 168 पैक्सों और व्यापार मंडलों का चयन हुआ है, उनमें से 31 समितियों में धान क्रय शुरू भी नहीं हो पाया है. विभागीय पोर्टल पर अपलोड डाटा के अनुसार जिले में धान की खरीददारी के लिए 166 पैक्सों और 2 व्यापार मंडलों सहित 168 समितियों का चयन किया गया है. इनमें से 137 पैक्सों में धान की खरीदारी शुरू हो पाई है. यह प्रदर्शन काफी कमजोर है.

मजबूरी में सस्ते दाम पर बिचौलिए को बेच रहे हैं किसानः जिले में समय पर खरीदारी तो शुरू हुई लेकिन धान अधिप्राप्ति की रफ्तार काफी सुस्त है. कहीं धान में नमी तो कहीं धान की कटाई कम होने की बात कह कर अधिकारी पल्ला झाड़ रहे हैं. जबकि जिले भर में बड़े पैमाने पर बिचौलियों द्वारा धान की खरीदारी की जा रही है. जिस तरह बिचौलिए गांव में जाकर धान की खरीददारी कर रहे हैं. उससे यह साफ है कि आने वाले दिनों में बिचौलियों के माध्यम से ही समितियों में धान जाएगा और लक्ष्य को पूरा किया जाएगा. जैसा कि अबतक होता आ रहा है.

ये भी पढ़ें-मसौढ़ी में धान की खरीदारी नहीं होने से किसान परेशान, औने-पौने दाम पर बेचने को मजबूर

नवादा: बिहार के नवादा जिले में पैक्सों के माध्यम से धान खरीददारी की रफ्तार धीमी (Slow Paddy Purchase In Nawada) है. रफ्तार इतनी धीमी है कि 21 दिनों में अब तक 10 फीसदी भी धान की खरीददारी नहीं हो सकी है. धान खरीद की रफ्तार इतनी सुस्त है कि पिछले साल शुरू से ही टॉप 10 में रहने वाला नवादा जिला इस बार 26 वें नंबर पर है. अबतक सहकारी समितियों (Cooperative Society In Nawada) में 473 किसानों से 3770.11 एमटी धान खरीदा गया है.

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31 समितियों में धान क्रय अबतक शुरू नहींः धान खरीददारी में उदासीनता (Paddy Procurement In Nawada) का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि धान की खरीद के लिए जिन 168 पैक्सों और व्यापार मंडलों का चयन हुआ है, उनमें से 31 समितियों में धान क्रय शुरू भी नहीं हो पाया है. विभागीय पोर्टल पर अपलोड डाटा के अनुसार जिले में धान की खरीददारी के लिए 166 पैक्सों और 2 व्यापार मंडलों सहित 168 समितियों का चयन किया गया है. इनमें से 137 पैक्सों में धान की खरीदारी शुरू हो पाई है. यह प्रदर्शन काफी कमजोर है.

मजबूरी में सस्ते दाम पर बिचौलिए को बेच रहे हैं किसानः जिले में समय पर खरीदारी तो शुरू हुई लेकिन धान अधिप्राप्ति की रफ्तार काफी सुस्त है. कहीं धान में नमी तो कहीं धान की कटाई कम होने की बात कह कर अधिकारी पल्ला झाड़ रहे हैं. जबकि जिले भर में बड़े पैमाने पर बिचौलियों द्वारा धान की खरीदारी की जा रही है. जिस तरह बिचौलिए गांव में जाकर धान की खरीददारी कर रहे हैं. उससे यह साफ है कि आने वाले दिनों में बिचौलियों के माध्यम से ही समितियों में धान जाएगा और लक्ष्य को पूरा किया जाएगा. जैसा कि अबतक होता आ रहा है.

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