नवादा: हिसुआ नगर के विश्वशांति चौक पर केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के विरोध में और किसान आंदोलन के समर्थन में महागठबंधन ने शनिवार को मानव श्रृंखला बनाई. इस दौरान महागठबंधन के नेताओं ने कहा कि राज्य के हर गांव के चौक-चौराहों तक मानव श्रृंखला बनाई गई, जिसमें हजारों की संख्या में किसान और महागठबंधन के लोग मौजूद रहे. इसके जरिए लोगों को कृषि कानूनों की खामियां भी समझाई गई.
महागठबंधन के नेताओं ने कहा कि किसानों की जमीन पूंजीपतियों को सौंपने की तैयारी है. बचपन से जय जवान-जय किसान का नारा सुनते आए थे. भाजपा सरकार फंडदाताओं के लिए जवान और किसान को ही आपस में लड़वा रही है. महागठबंधन शुरुआत से किसानों के संघर्ष में साथ खड़ा है. सरकार यह भूल गई कि जवान भी किसान परिवारों से ही हैं. उनमें भी आक्रोश है. जब राजद की सरकार थी तो एमएसपी से भी अधिक दाम में फसल खरीद हुई थी. नीतीश कुमार ने 2006 में मंडी व्यवस्था खत्म की तो किसान मजदूर बन गए.
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कृषि कानून लागू हुए तो भिखारी बन जाएंगे किसान
राजद नेताओं ने कहा कि कृषि कानून लागू हुए तो किसान भिखारी बन जाएंगे. महागठबंधन के साथी पूछना चाहते हैं कि मुख्यमंत्री चुप क्यों हैं? उन्हें बताना चाहिए कि तीनों कृषि कानून किसानों के हित में है या नहीं. राजद नेताओं ने आरोप लगाया कि सरकार लोकतंत्र का गला घोंटने में लगी है. हम लोग एकजुट होकर जनहित के मुद्दों पर आवाज बुलंद करते रहेंगे. मानव शृंखला हमारे संघर्ष का अंत नहीं है, संघर्ष जारी रहेगा.
मौके पर राजद जिला महासचिव अरविंद चंद्रवंशी, राजद नेता रामदेव यादव, विधायक प्रतिनिधि मनोज मंडल, कांग्रेस नेता बांकेलाल बिहारी, सीपीएम के वरिष्ठ नेता रामजतन सिंह, जिला सचिव उमेश यादव, उपेंद्र यादव, राजद नगर अध्यक्ष भानु चंद्रवंशी, राजद के नगर अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ वसीम रजा, राजद नेता अरुण सिंह, विनोद चंद्रवंशी, हीरालाल जितेंद्र सिंह, मो. इस्लाम, दिलीप राम अधिवक्ता, पंचायत समिति गोरे लाल यादव आदि शामिल थे.