नवादा: डीएम यशपाल मीणा ने गुरुवार को कार्यालय कक्ष में सिविल सर्जन के साथ स्वास्थ्य विभाग की समीक्षात्मक बैठक की. पिछले कई दिनों से किए जा रहे स्वास्थ्य केंद्र के औचक निरीक्षण के दौरान विभिन्न प्रखंडों के पीएचसी में चरमराये स्वास्थ्य व्यवस्था को देखने के बाद उन्होंने बैठक की.
एमबीबीएस डॉक्टर्स का रोस्टर
डीएम ने पीएचसी की व्यवस्था को सुधार करने का आवश्यक दिशा-निर्देश दिया. ग्रामीण क्षेत्रों में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं हर हाल में सुनिश्चित करने को कहा है. साथ ही, उन्होंने सभी पीएचसी स्तर पर एमबीबीएस डॉक्टर्स का रोस्टर तैयार करने को कहा है. ताकि ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को इलाज के लिए अन्यत्र ना जाना पड़े.
कार्य का प्रतिदिन मॉनेटरिंग
सभी डॉक्टर्स अपनी-अपनी पाली के अनुसार 8 घंटे ड्यूटी का निर्वहन करें. 8 घंटे की सरकारी ड्यूटी निर्वहन के पश्चात् ही डॉक्टर्स अपने निजी क्लिनिक में समय दे सकते हैं.
उन्होंने सिविल सर्जन को सख्त निर्देश देते हुए कहा कि एक सप्ताह के अन्दर स्वास्थ्य व्यवस्था को दुरूस्त करें और रोस्टर के अनुसार सभी डॉक्टर्स और एमओआईसी का पाली के अनुसार कार्य का प्रतिदिन मॉनेटरिंग कराना सुनिश्चित करें.
कमीशनखोरों पर सख्त पाबंदी
रोस्टर के अनुसार सभी डॉक्टर्स और एमओआईसी स्वास्थ्य केन्द्र में हर हाल में उपस्थिति सुनिश्चित करेंगे. आशा और एएनएम के भरोसे स्वास्थ्य केन्द्र को ना छोड़ें. दलालों और कमीशनखोरों पर सख्त पाबंदी लगायी जाए. उन्होंने कहा कि सभी पीएचसी स्तर पर कोविड टेस्टिंग में तेजी लायी जाये.
पीएचसी सेंटर का निरीक्षण
डीएम ने सिविल सर्जन को निर्देश देते हुए कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में डॉक्टर्स अपने व्यवहार में बदलाव लाकर एक अच्छा माहौल तैयार करें. ताकि असहाय ग्रामीण स्वास्थ्य सेवा का लाभ उठा सकें. बता दें डीएम यशपाल मीणा भ्रमण के दौरान लागातार विभिन्न प्रखंडों के पीएचसी सेंटर का औचक निरीक्षण कर रहे हैं.
कई अधिकारी रहे मौजूद
निरीक्षण के दौरान पीएचसी सेंटरों पर चरमराई व्यवस्था को देखकर डीएम काफी नाराज हैं. इस मौके पर सिविल सर्जन डॉ. विमल प्रसाद सिंह, डीआईओ डॉ. अशोक कुमार, डीपीआरओ गुप्तेश्वर कुमार, डीपीएम जाफरी उपस्थित रहे.