नवादा: मटुक बीघा गांव के एक बच्चे ने एकनार गांव के आम के पेड़ के पास से गिरा हुआ आम उठा लिया और उसे खा लिया. आम खाने का विवाद इस तरह से विकराल रूप ले लेगा, किसी ने सोचा भी नहीं था. एकनार गांव के कुछ लोगों ने बच्चे को आम खाते पकड़ लिया और पटककर उसके ऊपर चढ़ गए, पीट-पीटकर हाथ-पैर तोड़ दिया गया.
पढ़ें- पार्किंग को लेकर बेतिया में दो गुटों में झड़प, जमकर हुआ हंगामा
नवादा में आम खाने को लेकर विवाद: इससे भी मन नहीं भरा तो मटुक बीघा गांव के किसानों को निशाना बनाया गया. उनके खेत में चर रहे भैंस और बकरियों को मार डाला गया. लगभग तीन बकरियों को मार डाला गया और आधा दर्जन भैंस जख्मी हैं.
"बच्चा आम उठाकर खा लिया था. उसको पटक दिया और उसके ऊपर चढ़ गया. हमने देखा तो उसे बचाने गए. दबंग हमें गाली देने लगे और हमारी बेटी बहनों के साथ गलत हरकत करने की धमकी देने लगे."- ग्रामीण
फायरिंग, रोड़ेबाजी और महिलाओं के साथ छेड़छाड़ : वहीं कई ट्रैक्टर, थ्रेसर, मोटरसाइकिल और सड़क किनारे बने मकानों में घुसकर दबंगाों ने तोड़फोड़ की. मटुक गांव की कुछ महिलाओं ने आरोप लगाया है कि एकनार गांव के कुछ दबंग घर में जबरन घुस आए और उनके साथ छेड़खानी की. इसके बाद मटुक गांव के ग्रामीण आक्रोशित हो गए और एकनार गांव पर हमला कर दिया.
किसानों के पुंज मं लगा दी आग: दो गांवों के बीच जंग छिड़ने के बाद एकनार गांव लोगों ने आस-पास से कुछ और लोगों को बुला लिया. उसके बाद मटुक बीघा के ग्रामीणों पर रोड़ेबाजी और फायरिंग करने लगे. इतना ही नहीं किसानों के पुंज को भी आग के हवाले कर दिया गया.
पुलिस छावनी में तब्दील हुआ गांव: घटना की सूचना मिलते ही हिसुआ पुलिस इंस्पेक्टर रामवचन कुमार, थाना प्रभारी मोहन कुमार दल बल के साथ पहुंचकर लोगों को समझाने में लगे हैं, लेकिन एकनार के ग्रामीण स्थानीय प्रशासन से भी उलझ गए. प्रशासन के ऊपर भी रोड़ेबाजी एवं गोली चलाना प्रारंभ कर दिया.
पुलिस ने लोगों को खदेड़ा: हिसुआ पुलिस के जवानों ने जवाबी कार्रवाई की और दोनों गांव के ग्रामीणों को खदेड़ना शुरू किया. एकनार के ग्रामीण कुछ भी सुनने को तैयार नहीं थे. मटुक के ग्रामीणों का कहना है कि एकनार में कुछ दबंग प्रवृत्ति के लोग हैं, जो हमारी बहू-बेटियों को आते जाते छेड़ते हैं.
लोगों के उग्र रूप को देखते हुए हिसुआ पुलिस ने जिला मुख्यालय से संपर्क स्थापित कर स्वाट दस्ते को बुलाया. तब जाकर उग्र लोगों को खदेड़ कर भगाया गया. स्थानीय पुलिस घटनास्थल पर है ताकि दोनों गांव के लोगों के बीच शांति कायम हो सके और पुनः किसी प्रकार का विवाद ना हो. बहरहाल स्थिति तनावपूर्ण बनी है, पूरा क्षेत्र पुलिस छावनी में तब्दील है.