नवादा : 'खानपान में बदलाव ही बीमारी का कारण है. फ्रिज में कई दिनों तक रखे खाद्य पदार्थ को खाने से बीमारी फैलती है. इस तरह का खाना जहर के समान होता है.' ये बातें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नरहट में जिला चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. योगेंद्र प्रसाद मंडल ने कही.
दअसल, सीएचसी में राष्ट्रीय आयुष मिशन के तहत सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवा हेतु एक दिवसीय जिला स्तरीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. इस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जिला चिकित्सा पदाधिकारी ने खानपान को लेकर विस्तार से जानकारी दी. कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में पधारे आयुष चिकित्सक पटना डॉ. अरविंद कुमार मिश्रा ने बताया कि हर मौसम में अलग जगरूकता होती है. हर बीमारी के लिए अलग जगरूकता होती है. बीमार आदमी को मनपसन्द खाना देना, जहर के बराबर होता है.
'मनुष्य को स्वस्थ रहना है तो पिज्जा बर्गर और फास्ट फूड से परहेज करना होगा. मनुष्य को अधिक देर तक मल मूत्र को नहीं रोकना चाहिए. इससे कई बीमारी होती हैं, जिसमे पथरी भी शामिल है.' - डॉ. अरविंद कुमार मिश्रा, आयुष चिकित्सक
पेशाब और पखाना रोकने से होती हैं बीमारी
डॉ. अरविंद ने बताया कि शहरी क्षेत्रों में लोग दो से तीन घंटे तक मैट्रो, बस में सफर करते हैं. इस दौरान पेशाब या पखाना लगने पर रोकना पड़ता है. इस वजह से वो कई तरह की बीमारी के शिकार हो जाते हैं. उपस्थित कई चिकित्सकों ने खानपान रहन सहन पर विस्तार पूर्वक जानकारी देकर लोगों को जागरूक किया.
जिला देसी चिकित्सा पदाधिकारी ने बताया कि अगले महीने नए साल में जनवरी के पहले सप्ताह में प्रखंड के किसी बड़े गांव में वृहद पैमाने पर कार्यकम आयोजित कर लोगों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक किया जाएगा. इस मौके पर प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. रामप्रवेश प्रसाद, डॉ. हुजैफा रहमानी, डॉ. विभूति रंजन, डॉ. अभिमन्यु, डॉ. दीनानाथ, डॉ. मो सलमान, डॉ. नित्यनन्द, डॉ. राजेन्द्र तांती, डॉ. राम प्रकाश, विधायक नीतू कुमारी, पूर्व मुखिया मो. हामिद, मुखिया शंकर रजक, प्रेमन गुप्ता आदि मौजूद रहे.