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नवादा: फाइलेरिया उन्मूलन के लिए जिलेभर में 28 सितंबर से चलेगा अभियान, 1001 टीम का किया गया गठन - नवादा

जिले में फाइलेरिया उन्मूलन के लिए 28 सितंबर से अभियान की शुरुआत होगी. इसकी जानकारी सदर अस्पताल परिसर स्थित डीएचएस सभागार में सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम का शुभारंभ कर दी गई.

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Published : Sep 27, 2020, 8:49 PM IST

नवादा: जिले में फाइलेरिया उन्मूलन के लिए 28 सितंबर से अभियान की शुरुआत होगी. इसकी जानकारी सदर अस्पताल परिसर स्थित डीएचएस सभागार में सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम का शुभारंभ कर दी गई. इस कार्यक्रम के तहत 2 वर्ष से अधिक के आयु के बच्चे को ही दवाई खिलाई जाएगी.

इसके अलावा गर्भवती महिलाएं और गंभीर रोग से ग्रसित रोगी, 2 वर्ष से कम के बच्चे को दवाई नहीं खिलाई जाएगी. इसे एक अभियान के रूप में आशा कार्यकर्ता लोगों को दवाएं खिलाएंगे. इस अभियान को सफल बनाने के लिए जिला स्वास्थ्य विभाग ने 1001 टीम गठित की गई है. जिसमें हर टीम के साथ 2 आशा कार्यकर्ता या वोलेंटियर्स रहेंगे. यानी 2,123 स्वास्थ्य कार्यकर्ता घर-घर पहुंचेगी और सर्वजन की दवाइयां खिलाएगी. इसके लिए जिले में डीईसी के 53 लाख 82 हजार 376 गोलियां और एल्बेंडाजोल की 21 लाख 52 हजार 950 गोलियां उपलब्ध कराई गई है. साथ ही प्रत्येक 10-12 टीम पर एक सुपरवाइजर की तैनाती की गई है.

दवा खिलाने के साथ-साथ सर्वे का भी होगा कार्य
मौके पर मौजूद जिला वेक्टर बोर्न डिजीज कंट्रोल ऑफिसर डॉ वीरेंद्र कुमार ने बताया कि जिले में फाइलेरिया के 8,622 मरीज चिन्हित किए गए हैं. इस दौरान आशा कार्यकर्ता दवाई खिलाने के साथ साथ सर्वे का भी कार्य करेगी. जिससे यह पता चल सके कि गांव और कस्बे में कितने लोग फाइलेरिया से पीड़ित हैं. कितने को हाथी पांव है और कितने के हाइड्रोसिल बढे हैं. जिस ब्लॉक में हाइड्रोसिल के मरीज अधिक होंगें वहां कैम्प लगाकर ईलाज की जाएगी. कार्यक्रम के दौरान डीआईओ डॉ अशोक कुमार, सीडीओ डॉ एस के चक्रवर्ती डब्ल्यूएचओ के एसएमओ डॉ. मेंल्विन आदि मौजूद थे.

नवादा: जिले में फाइलेरिया उन्मूलन के लिए 28 सितंबर से अभियान की शुरुआत होगी. इसकी जानकारी सदर अस्पताल परिसर स्थित डीएचएस सभागार में सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम का शुभारंभ कर दी गई. इस कार्यक्रम के तहत 2 वर्ष से अधिक के आयु के बच्चे को ही दवाई खिलाई जाएगी.

इसके अलावा गर्भवती महिलाएं और गंभीर रोग से ग्रसित रोगी, 2 वर्ष से कम के बच्चे को दवाई नहीं खिलाई जाएगी. इसे एक अभियान के रूप में आशा कार्यकर्ता लोगों को दवाएं खिलाएंगे. इस अभियान को सफल बनाने के लिए जिला स्वास्थ्य विभाग ने 1001 टीम गठित की गई है. जिसमें हर टीम के साथ 2 आशा कार्यकर्ता या वोलेंटियर्स रहेंगे. यानी 2,123 स्वास्थ्य कार्यकर्ता घर-घर पहुंचेगी और सर्वजन की दवाइयां खिलाएगी. इसके लिए जिले में डीईसी के 53 लाख 82 हजार 376 गोलियां और एल्बेंडाजोल की 21 लाख 52 हजार 950 गोलियां उपलब्ध कराई गई है. साथ ही प्रत्येक 10-12 टीम पर एक सुपरवाइजर की तैनाती की गई है.

दवा खिलाने के साथ-साथ सर्वे का भी होगा कार्य
मौके पर मौजूद जिला वेक्टर बोर्न डिजीज कंट्रोल ऑफिसर डॉ वीरेंद्र कुमार ने बताया कि जिले में फाइलेरिया के 8,622 मरीज चिन्हित किए गए हैं. इस दौरान आशा कार्यकर्ता दवाई खिलाने के साथ साथ सर्वे का भी कार्य करेगी. जिससे यह पता चल सके कि गांव और कस्बे में कितने लोग फाइलेरिया से पीड़ित हैं. कितने को हाथी पांव है और कितने के हाइड्रोसिल बढे हैं. जिस ब्लॉक में हाइड्रोसिल के मरीज अधिक होंगें वहां कैम्प लगाकर ईलाज की जाएगी. कार्यक्रम के दौरान डीआईओ डॉ अशोक कुमार, सीडीओ डॉ एस के चक्रवर्ती डब्ल्यूएचओ के एसएमओ डॉ. मेंल्विन आदि मौजूद थे.

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