नवादा: जिले में भारतीय मजदूर संघ के राष्ट्रव्यापी विरोध प्रदर्शन की घोषित कार्यक्रम के तहत बिहार राज्य पंप चालक संघ ने विरोध प्रदर्शन किया. यह विरोध प्रदर्शन स्थानीय हरिश्चंद्र स्टेडियम पम्प हाउस के समक्ष किया गया. इस मौके पर मौजूद सभी पंप चालकों ने हाथों में तख्ती लिए अपनी मांगों के समर्थन में निजीकरण के विरोध में नारे बुलंद किए.
पंप चालक संघ ने किया प्रदर्शन
बिहार राज्य पंप चालक संघ के प्रदेश महामंत्री राजकमल ने बताया कि निजीकरण और आउटसोर्सिंग के खिलाफ यह प्रदर्शन किया जा रहा है. बिहार के दैनिक मजदूरी पर कार्यरत पम्प चालक अपने स्थानीय पम्प हाउस हरिश्चंद्र स्टेडियम के समक्ष विरोध प्रदर्शन कर अपनी मांगों का समर्थन किया. उन्होंने बताया कि लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग के अधिकारियों ने लॉकडॉन के समय दैनिक मजदूरी पर कार्यरत पंप चालकों को रोजगार से बेदखल कर दिया गया. इसके साथ ही अपने चहेते ठेकेदारों को लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से निजीकरण का पत्र जारी कर दिया गया. इस कारण से विगत कई वर्षों से दैनिक मजदूरी पर कार्यरत चालकों को रोजगार से बेदखल होने का खतरा पैदा हो गया. ठेकेदार उन्हें कम मजदूरी पर काम करने को विवश करे रहे हैं.
सरकारी दावे फेल
राजकमल ने बताया कि बताया कि एक तरफ सरकार 50 हजार श्रमिकों को रोजगार देने की बात करती है. वहीं दैनिक मजदूरी पर कार्यरत पंप चालकों को रोजगार से बेदखल करने की गहरी साजिश रची जा रही है. ऐसे में सरकार के दावे केवल और केवल दिखावा ही लग रहा है. सरकार सभी को ठगने का काम कर रही है. उन्होंने सरकार को कड़े लहजे में चेताया कि सरकार अभिलंब निजीकरण के फैसले को वापस ले, नहीं तो अनिश्चितकालीन के लिए पानी बंद कर दिया जाएगा. इस मौके पर जिलाध्यक्ष नवलकिशोर मोहन यादव, महेश चौधरी, सुमित कुमार ठाकुर, राहुल कुमार, धर्मेंद्र पासवान आदि लोग मौजूद रहे.