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कोडरमा की महिलाओं से बिहार पुलिस ने की मारपीट, एसपी से कहा- हम मुजरिम नहीं, हमें चाहिए न्याय

कोडरमा एसपी के पास जिले के एक गांव की महिलाएं पहुंची और न्याय की गुहार लगाने लगी. महिलाओं का कहना था कि हम मुजरिम नहीं गरीब वनवासी हैं, लेकिन हम पर अत्याचार हुआ है. यह अत्याचार किया है बिहार पुलिस ने. महिलाओं ने कहा कि अगर इंसाफ नहीं मिला तो जान दे देंगे.

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Published : Jan 13, 2023, 11:05 PM IST

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कोडरमा/नवादा : कोडरमा में तिलैया थाना क्षेत्र के विशुनपुर गांव की महिलाओं ने बिहार पुलिस पर घर में घुसकर मारपीट और अभद्र व्यवहार करने का आरोप लगाया है. घटना को लेकर जरगा पंचायत की दर्जनों महिलाएं कोडरमा पहुंची और कोडरमा एसपी कुमार गौरव से न्याय की गुहार लगाई. महिलाओं ने कोडरमा एसपी को घटना को लेकर आवेदन भी दिया है.

ये भी पढ़ेंः नवादा में वन विभाग की टीम पर हमला, अभ्रख खदान पर छापा मारने गए थे अधिकारी

क्या है मामलाः दरअसल एसपी को दिए आवेदन में महिला ने बताया है कि हमलोगों का कसूर सिर्फ इतना कि हमलोगों का घर जंगल में है और हमलोग रोजी रोजगार के लिए जंगल से ढिबरा चुनकर अपने और अपने परिवार की गुजर बसर करते हैं. जरगा पंचायत की महिलाओं ने कोडरमा एसपी कुमार गौरव को बताया कि बीती रात कई वाहनों में बिहार पुलिस वर्दी में गांव पहुंची और पूरे गांव को घेर कर महिलाओं के साथ अभद्र व्यवहार करने लगी. इस दौरान गांव के बच्चों और पुरुषों के साथ मारपीट भी की गई और कई घरों में तोड़फोड़ भी की गई.

हमलोग मुजरिम नहींः कोडरमा एसपी को दिए आवेदन में आवेदन में पंचायत की पूर्व मुखिया शीला देवी ने कहा कि इस घटना में कई महिलाओ का हाथ- पैर टूट गया, कई महिलाओं को इतना मारा गया कि चलने फिरने लायक भी नहीं है. साथ ही कई लोगों को बिहार पुलिस लेकर अपने साथ रजौली थाना लेते गई. उन्होंने आवेदन में कहा कि ऐसा लग रहा था कि गांव वालों ने बहुत बड़ा अपराध किया हो हमलोग मुजरिम हैं. कोडरमा एसपी से न्याय की गुहार लगाने पहुंची महिलाओं ने कहा कि अगर हमलोगों का मान सम्मान नहीं बचा तो हमलोग आत्महत्या कर लेंगे.

माइका माफियाओं का हमलाः गौरतलब है कि माइका के अवैध उत्खनन की सूचना पर रात्रि में नवादा वन विभाग की टीम इलाके में छापेमारी करने पहुंची थी, जहां बिहार-झारखंड की सीमा पर स्थित इस इलाके में वन विभाग की टीम पर माइका माफियाओं ने हमला बोल दिया था. घटना में वन विभाग के तीन अधिकारी समेत 8 लोग घायल हो गए थे. साथ ही हमले में वन विभाग की गाड़ी को पूरी तरह क्षतिग्रस्त कर दिया गया था. इसके बाद देर रात विशेष छापेमारी कर 17 लोगों को हिरासत में लिया गया है. सभी लोगों से पूछताछ भी की जा रही है.

झारखंड पुलिस को नहीं दी गई जानकारीः हमले की जानकारी बिहार की नवादा पुलिस को मिलते ही रजौली से थानाध्यक्ष दरबारी चौधरी दलबल के साथ नक्सल प्रभावित इलाके खतरी गांव पहुंचे थे और वन विभाग की क्षतिग्रस्त गाड़ी को कब्जे में लेकर थाना लेते आए थे. इधर घटना को लेकर बताया जाता है कि बिहार पुलिस ने इसी मामले में कोडरमा जिले के विशुनपुर गांव में उक्त कार्रवाई की है. हालांकि इसकी सूचना झारखंड पुलिस या तिलैया थाना को भी नहीं दी गयी थी.

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कोडरमा/नवादा : कोडरमा में तिलैया थाना क्षेत्र के विशुनपुर गांव की महिलाओं ने बिहार पुलिस पर घर में घुसकर मारपीट और अभद्र व्यवहार करने का आरोप लगाया है. घटना को लेकर जरगा पंचायत की दर्जनों महिलाएं कोडरमा पहुंची और कोडरमा एसपी कुमार गौरव से न्याय की गुहार लगाई. महिलाओं ने कोडरमा एसपी को घटना को लेकर आवेदन भी दिया है.

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क्या है मामलाः दरअसल एसपी को दिए आवेदन में महिला ने बताया है कि हमलोगों का कसूर सिर्फ इतना कि हमलोगों का घर जंगल में है और हमलोग रोजी रोजगार के लिए जंगल से ढिबरा चुनकर अपने और अपने परिवार की गुजर बसर करते हैं. जरगा पंचायत की महिलाओं ने कोडरमा एसपी कुमार गौरव को बताया कि बीती रात कई वाहनों में बिहार पुलिस वर्दी में गांव पहुंची और पूरे गांव को घेर कर महिलाओं के साथ अभद्र व्यवहार करने लगी. इस दौरान गांव के बच्चों और पुरुषों के साथ मारपीट भी की गई और कई घरों में तोड़फोड़ भी की गई.

हमलोग मुजरिम नहींः कोडरमा एसपी को दिए आवेदन में आवेदन में पंचायत की पूर्व मुखिया शीला देवी ने कहा कि इस घटना में कई महिलाओ का हाथ- पैर टूट गया, कई महिलाओं को इतना मारा गया कि चलने फिरने लायक भी नहीं है. साथ ही कई लोगों को बिहार पुलिस लेकर अपने साथ रजौली थाना लेते गई. उन्होंने आवेदन में कहा कि ऐसा लग रहा था कि गांव वालों ने बहुत बड़ा अपराध किया हो हमलोग मुजरिम हैं. कोडरमा एसपी से न्याय की गुहार लगाने पहुंची महिलाओं ने कहा कि अगर हमलोगों का मान सम्मान नहीं बचा तो हमलोग आत्महत्या कर लेंगे.

माइका माफियाओं का हमलाः गौरतलब है कि माइका के अवैध उत्खनन की सूचना पर रात्रि में नवादा वन विभाग की टीम इलाके में छापेमारी करने पहुंची थी, जहां बिहार-झारखंड की सीमा पर स्थित इस इलाके में वन विभाग की टीम पर माइका माफियाओं ने हमला बोल दिया था. घटना में वन विभाग के तीन अधिकारी समेत 8 लोग घायल हो गए थे. साथ ही हमले में वन विभाग की गाड़ी को पूरी तरह क्षतिग्रस्त कर दिया गया था. इसके बाद देर रात विशेष छापेमारी कर 17 लोगों को हिरासत में लिया गया है. सभी लोगों से पूछताछ भी की जा रही है.

झारखंड पुलिस को नहीं दी गई जानकारीः हमले की जानकारी बिहार की नवादा पुलिस को मिलते ही रजौली से थानाध्यक्ष दरबारी चौधरी दलबल के साथ नक्सल प्रभावित इलाके खतरी गांव पहुंचे थे और वन विभाग की क्षतिग्रस्त गाड़ी को कब्जे में लेकर थाना लेते आए थे. इधर घटना को लेकर बताया जाता है कि बिहार पुलिस ने इसी मामले में कोडरमा जिले के विशुनपुर गांव में उक्त कार्रवाई की है. हालांकि इसकी सूचना झारखंड पुलिस या तिलैया थाना को भी नहीं दी गयी थी.

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