नवादा: जिले में कोविड-19 संदिग्धों की खोज के लिए चल रहे डोर टू डोर स्क्रीनिंग करने के दौरान एक आशा वर्कर की सर्प दंश के कारण मौत हो गई. आशा वर्कर की पहचान इंदु देवी के रूप में हुई है जो कि कोरोना से चल रही जंग में कोरोना वॉरियर्स की तरह काम में जुटी हुई थी.
इलाज के दौरान मौत
इस घटना के बारे में मृतिका के पति कमलेश कुमार पांडेय ने बताया कि उनकी पत्नी सुबह अपने गांव महरामा से स्क्रीनिंग करने के लिए घर से निकली थी. इसी दौरान उसे रास्ते में सांप ने डस लिया. इसके बाद वो भागती हुई घर पहुंची, जिसे तुरंत रोह प्रखंड स्थित पीएचसी में भर्ती कराया गया. डॉक्टर ने उसे प्राथमिक उपचार कर नवादा सदर अस्पताल रेफर कर दिया. यहां उसकी इलाज के दौरान मौत हो गई.
रोह पीएचसी में थी कार्यरत
बता दें कि इंदु देवी रोह प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में कार्यरत थी और कोरोना के इस जंग में अपना योगदान दे रही थी. मौत के बाद से परिजनों ने सरकार से मुआवजे की मांग की है ताकि परिवार का सही से देखरेख हो सके.
कोरोना संदिग्धों की खोज के लिए सर्वे
सूबे के चार जिले में पल्स पोलियो अभियान की तर्ज पर घर -घर जाकर कोविड-19 संदिग्धों की स्क्रीनिंग की जा रही है, जिसमें आशा वर्कर और आंगनबाड़ी सेविकाओं की टीमों को शामिल किया गया है. हालांकि, जिले में अब तक 3 पॉजिटिव मरीज मिल चुके हैं. इनमें से 1 की रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है. वह फिलहाल 14 दिनों के लिए क्वॉरेनटाइन में है.