नवादा: बिहार विधानसभा चुनाव 2020 के परिणाम घोषित हो चुके हैं. भले ही राज्य में एनडीए बहुमत से सरकार बनाने में कामयाब हो गई हो. लेकिन नवादा में एनडीए महागठबंधन के हाथों क्लीन स्वीप होते-होते बची. एनडीए की ओर से मैदान में उतरी बीजेपी की अरुणा देवी ने यहां से जीत दर्ज की है.
अरुणा देवी ने वारसिसलीगंज से लगातर दूसरी बार जीत हासिल की. उन्होंने इलाके में एनडीए को क्लीन स्वीप होने से बचा लिया है. अरुणा देवी ने महागठबंधन की ओर से चुनाव लड़ रहे कांग्रेस प्रत्याशी सतीश कुमार उर्फ मंटन सिंह को मात दी है.
9030 वोटों से हारे महागठबंधन उम्मीदवार
बता दें कि अरुणा देवी ने कांग्रेस प्रत्याशी सतीश कुमार उर्फ मंटन सिंह को 9030 वोटों से हराकर विजय प्राप्त की. जानकारी के मुताबिक अरुणा देवी को जहां 62451 वोट प्राप्त हुए. वहीं, सतीश कुमार उर्फ मंटन सिंह को 53421 मत मिले है. बीजेपी की जीत के बाद से कार्यकर्ताओं में खुशी का माहौल है.
क्या रही एनडीए की जीत की वजह?
बता दें कि वारिसलीगंज विधानसभा क्षेत्र में सर्वाधिक वोट भूमिहार जाति के हैं. यहां जिस उम्मीदवार को भूमिहार वोटर दिल खोलकर वोट कर देते हैं, उनकी जीत होती है. यही वजह है कि अरुणा देवी ने लगातार दूसरी बार जीत दर्ज की है. इससे पहले भी अरुणा देवी एकबार निर्दलीय और लोजपा से चुनाव लड़कर जीत हासिल कर चुकी हैं. महागठबंधन के हार का कारण के रूप में निर्दलीय आरती सिन्हा को बताया जा रहा है, जिसे करीब 39363 वोट मिले हैं.